वैसे तो राजनीति में हर नेता का अपना एक दौर होता है जिसमें सिर्फ उसी की चर्चा होती है और शायद उस समय ये भी महत्व नहीं रखता कि चर्चा का विषय अच्छा है या बुरा। हालांकि कुछ नेता ऐसे भी होते है जिन पर इतिहास लिख जाता है इन दिनों यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का व्यकित्तव भी इसी तरह निखरकर आ रहा है। जिन पर बिना मुद्दे के भी चर्चा हो जाती है और न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतराष्ट्रीय स्तर पर भी सीएम योगी आदित्यनाथ काफी छाए हुए है।
हालांकि सीएम योगी आदित्यनाथ जब से यूपी के सीएम बने है तभी से चर्चा में है ऐसा इसलिए क्योंकि इसे पहले कभी किसी ने इस बात की शायद ही कल्पना की होगी कि भगवा रुप धारण किए हुए एक महंत कभी किसी राज्य के सीएम भी बन सकते है।
लेकिन सीएम योगी आदित्यनाथ ने ये सोच उसी दिन बदल दी थी। जब उन्होनें राजनीति में कदम रखा था। हालांकि अभी भी सीएम योगी आदित्यनाथ से जुड़ी बहुत सी अहम और रोचक बातें बहुत कम लोग जानते है। चलिए आपको बताते है एक आम आदमी से एक महंत और फिर एक सीएम बने का योगी आदित्यनाथ का सफर किन पड़ावों से गुजरा।
ये तो हम जानते हैं की योगी आदित्यनाथ एक भारतीय पुजारी और हिंदू राष्ट्रवादी राजनीतिज्ञ हैं, जो 26 मार्च 2017 से उत्तर प्रदेश के वर्तमान मुख्यमंत्री हैं। योगी आदित्यनाथ की एक छवि हिंदुत्व फायरब्रांड के रूप में है। योगी आदित्यनाथ गोरखपुर विधानसभा से 1998 के बाद से संसद सदस्य रहे हैं। वह गोरखनाथ मठ के मुख्य पुजारी भी हैं। योगी आदित्यनाथ ने हिंदू युवा वाहिनी, युवा संगठन की स्थापना की, जो सांप्रदायिक हिंसा में शामिल होने के लिए जाना जाता है।
योगी आदित्यनाथ की जीवनी – Yogi Adityanath Biography in Hindi
योगी आदित्यनाथ भले ही आज यूपी के सीएम हो लेकिन उनका जन्म 5 जून 1972 को अजय मोहन बिष्ट के रूप में पंचार गांव में, उत्तर प्रदेश (अब उत्तराखंड) के पौड़ी गढ़वाल में हुआ था। योगी आदित्यनाथ के पिता आनन्द बिष्ट वन विभाग में कार्यरत थे।
योगी आदित्यनाथ के माता पिता के सात बच्चे है जिनमें योगी आदित्यनाथ पांचवे नंबर के है। योगी आदित्यनाथ गढ़वाल यूनवर्सिटी से बीएससी की पढ़ाई पूरी करने के बाद यूपी के गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ की शरण में आए।
जहां उनकी जीवन को देखने का नजरिया बदला और उन्होनें महंत से शिक्षा लेकर वैरागी जीवन को अपना लिया था। बाद में महंत अवैद्यनाथ के देहांत के बाद योगी आदित्यनाथ को उनका उत्तराधिकारी बनाया गया।
गोरखनाथ:
अयोध्या राम मंदिर आंदोलन में शामिल होने के लिए उन्होंने 1990 के आसपास लगभग 21 वर्ष की आयु में अपने परिवार को त्याग दिया और गोरखनाथ मठ के तत्कालीन महायाजक महंत अव्यानाथ के शिष्य बने। इसके बाद, उन्हें ‘योगी आदित्यनाथ’ नाम दिया गया।
12 सितंबर 2014 को उनके शिक्षक महंत आवेदनाथ की मृत्यु के बाद उन्हें गोरखनाथ गणित के महंत या महायाजक के पद पर पदोन्नत किया गया था। हालांकि गोरखपुर में अपनी स्थापना के बाद आधारित, आदित्यनाथ ने अक्सर अपने पैतृक गांव का दौरा किया, वहां एक स्कूल की स्थापना 1998 में हुई।
राजनीति में कैरियर –
योगी आदित्यनाथ को 1994 में गोरखनाथ के प्रमुख पुजारी के रूप में नियुक्त किया गया था और चार साल बाद वह भारतीय संसद के निचले सदन के लिए चुने गए थे। वह 12 वीं लोकसभा में सबसे कम उम्र के सदस्य थे। लगातार पांच वर्षों तक, वह गोरखपुर से संसद के लिए चुने गए हैं।
बादमें योगी आदित्यनाथ ने 26 साल की उम्र में गोरखपुर से साल 1998 में चुनाव लड़ा था और गोरखपुर से सांसद चुने गए थे। सीएम योगी आदित्यनाथ इतनी कम उम्र में चुनाव जीतने वाले सबसे युवा सांसद थे। इसके बाद साल 1999 में वो पुन गोरखुर से लोकसभा सांसद चुने गए। इसके बाद साल 2004, 2009 और साल 2014 में पांचवी बार लोकसभा चुनाव जीतकर सासंद बने। इसके बाद साल 2017 में उन्होनें 44 साल की उम्र में यूपी के सीएम पद की शपथ ली।
भाजपा के साथ संबंध:
प्रारंभ में योगी आदित्यनाथ के पास भाजपा के साथ एक सुसंगत संबंध नहीं था। हालांकि, धीरे-धीरे सब कुछ सामान्य हो गया और गोरखपुर में कई भाजपा नेताओं ने उनका दौरा किया। वह मार्च 2010 में भाजपा सांसदों में से एक थे जिन्होंने संसद में महिला आरक्षण विधेयक पर पार्टी कोड़ा को चुनौती दी थी।
सत्ता में आने के बाद, उन्होंने उत्तर प्रदेश के सरकारी कार्यालयों में गाय तस्करी, तम्बाकू, पैन और गुटका पर प्रतिबंध लगा दिया और राज्य में विरोधी-रोमीओ दस्ते बनाए। इसके अलावा उत्तर प्रदेश पुलिस ने 100 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया।
मुख्य मंत्री का प्रोफ़ाइल रखने के साथ-साथ वह गृह, आवास, राजस्व, खाद्य और नागरिक आपूर्ति, खाद्य सुरक्षा और दवा प्रशासन, टिकट और रजिस्ट्री, टाउन और देश नियोजन विभाग, अर्थशास्त्र और सांख्यिकी सहित लगभग 36 मंत्रालयों की देखभाल कर रहे हैं।
अहम बातें –
- सीएम योगी आदित्यनाथ का असली नाम अजय सिंह बिष्ट है।
- योगी आदित्यनाथ साल 1998 में गोरखपुर से सासंद चुने गए थे। उस समय उनकी उम्र महज 26 साल थी। जिस वजह वो सबसे कम उम्र के सासंद बने।
- योगी आदित्यनाथ अब तक 5 बार लोकसभा सांसद चुने जा चुके है।
- योगी आदित्यनाथ तीसरे सबसे कम उम्र के सीएम भी है योगी आदित्यनाथ ने 44 साल की उम्र में यूपी के सीएम पद की शपथ ली थी।
- योगी आदित्यनाथ सीएम होने के साथ – साथ गोरखनाथ मंदिर के उत्तराधिकारी भी है। जो पद उन्हें साल 2014 में महंत अवैद्यनाथ की मृत्यु के बाद मिला था।
- योगी आदित्यनाथ ने साल 2002 में हिंदु युवा वाहिनी की स्थापना की थी।
- योगी आदित्यनाथ अपनी कट्टर हिंदू सोच के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। योगी आदित्यनाथ एक महंत के होने नाते धर्म के प्रति काफी प्रभावित है जो उनके दिनचर्या, स्वभाव और खान- पान में भी साफ नजर आता है।
- योगी आदित्यनाथ केवल सात्विक भोजन करते है। इसके अलावा उन्हें अपनी गोशाला में अपनी गायों को चारा खिलाना और उनकी सेवा करना बहुत पंसद है।
- योगी आदित्यनाथ पूजा पाठ मे बहुत यकीन रखते है वो हिंदु धर्म के सभी विशेष व्रत रखते है नवरात्रों में भी योगी आदित्यनाथ नौ दिन का उपवास रखते है।
- योगी आदित्यनाथ रोजाना 3 से 4 बजे उठ जाते है और सबसे पहले नहा धोकर पूजा पाठ करते है और फिर अपने दिन की शुरुआत करते हैं।
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