हमारे शरीर को भगवान् ने ऐसा बनाया हैं। जिसे ना तो जरुरत से ज्यादा गर्मी बर्दाश्त होती हैं और ना ही जरुरत से ज्यादा ठंड। लेकिन दुनिया में ऐसे अजीबोगरीब इन्सान भी हैं। जो प्रकृति के खिलाफ़ होते हैं आज हम ऐसेही एक इन्सान के बारेमें जानेंगे जिसे जानकर आप भी सोच में पढ़ जाओंगे।
आज हम बात करेंगे एक ऐसे इन्सान की जिसने ठण्ड का सामना करने का रिकॉर्ड बनाया है, जिनका नाम है विम होफ़, जिन्हें आईस मेन के नाम से भी जाना जाता है। जिन्होंने असामान्य ठण्ड का सामना कर की कई सारे रिकॉर्ड अपने नाम किये है।
असामान्य ठण्ड का सामना करनेवाला “हिम पुरुष” – Wim Hof
विम होफ़ का जन्म 20 अप्रैल 1959 को नीदरलैंड के सिटार्ड शहर में हुआ। वे अपने अद्भुत कारनामो के करण विश्वभर में प्रसिद्द है। वे एक सामान्य इंसान से कई गुना ज्यादा ठण्ड को सहन कर सकते है। उनका शरीर अद्भुत है
विम होफ जिन्हें साधारणतः “हिम पुरुष” या “द आईस मैन” के नाम से भी जाना जाता है। वे असामान्य ठण्ड का भी सामना कर सकते है। साथ ही ध्यान लगाने और साँस लेने की असामान्य तकनीको की वजह से भी प्रसिद्ध है।
विम के अनुसार वह ज्यादा समय तक बर्फ में बिना कपड़े पहने इसलिए बैठ सकते हैं क्योंकि वह अपने मन और शरीर को संतुलित अवस्था में ले आते हैं। वह अपने श्वासों को नियंत्रन में रखते हैं। उनके द्वारा की जाने वाली विधि तुम्मो (अंदरूनी गर्मी) मैडिटेशन और प्राणायाम (योग श्वास) से मिलती जुलती है। उन्होंने कई वर्षों तक योग और मैडिटेशन का अभ्यास किया है।
विम होफ ने साँस लेने की विविध तकनीको से होने वाले स्वास्थकारी लाभों को भी लोगो तक पहुचाया। दुनिया के लगभग सभी प्रसिद्ध वैज्ञानिको के साथ मिलकर उन्होंने इन श्वसन संबंधी तकनीको कारगर साबित भी किया।
विम का ऐसा मानना है की उनमे ब्राउन एडपोज की मात्रा भी बहुत ज्यादा है, जो उन्हें ठंड प्रतिरोध से बचाता है।
विम के रिकॉर्ड एवं कारनामे : अपनी असामान्य क्षमताओं के कारण विम ने बहुत सारे रिकॉर्ड अपने नाम किये है जिंसमे से कुछ इस प्रकार है।
- होफ के नाम कुल 26 विश्व रिकॉर्ड है, जिनमे दुनिया का सबसे लंबे समय तक चलने वाला आइस बाथ भी शामिल है। कई बार सार्वजानिक जगहों पर भी विम ने अपनी क्षमताओ का प्रदर्शन किया है।
- 2007: उन्होंने दावा किया है की केवल शॉर्ट्स और जूते पहनकर ही उन्होंने 6.7 किलोमीटर तक माउंट एवेरेस्ट की चढ़ाई की थी। लेकिन पैर में लगी चोट की वजह से वे शिखर सम्मेलन तक नही पहुच सके।
- 2008: इसके बाद 1 घंटा 13 मिनट और 48 सेकंड्स तक बर्फ में डूबे रहकर उन्होंने अपने ही प्राचीन विश्व रिकॉर्ड को तोडा और सन 2008 में भी गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज करवाया। इसकी एक रात पहले ही उन्होंने करतब दिखाए थे।
- 2009: फरवरी में होफ शॉर्ट्स पहनकर ही दो दिन में माउंट किलिमंजारो के शिखर पर पहुच गए। इसके बाद फ़िनलैंड में -20 डिग्री सेल्सियस से भी कम के तापमान में उन्होंने पूरी मैराथन पूरी की। शॉर्ट्स के अलावा उन्होंने 5 घंटे और 25 मिनट तक चलने वाली रेस के दौरान और कुछ नही पहना था। उनके इस चैलेंज को नेशनल जियोग्राफिक, चैनल 4 और बीबीसी ने प्रदर्शित भी किया था।
- 2010: इसके बाद जापान के टोक्यो में 1 घंटे और 44 मिनट तक बर्फ में खड़े होकर उन्होंने फिर अपने पुराने रिकॉर्ड को तोडा।
- 2011: फरवरी में इन्ज़ेला और नवम्बर में न्यू यॉर्क सिटी में होफ ने दूसरी बार बर्फ में रहने के रिकॉर्ड को तोडा। 1 घंटा 52 मिनट और 42 सेकंड्स तक बर्फ में रहने के बाद उन्होंने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। उसी साल सितम्बर में होफ ने पानी के बिना ही डॉ. थीज्स यीजवोगेल्स के सुपरविज़न में उन्होंने आधी मैराथन पूरी की।
- 2011 में अपनी प्रकाशित होने वाली किताब बिकमिंग दी आइसमैन किताब से उन्होंने काफी प्रसिद्धि प्राप्त की। साथ ही 2011 में उनके शारीरिक तापमान पर बहुत से रिसर्च भी किये गए थे।
- विम ने अकेले अंटार्टिका महासागर में धुर्वीय बर्फ के ठंडे पानी में लंबी दूरी तक तैरने का विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया।
विवाद:
विन होफ के रिश्तेदारों ने 2015-2016 में उन पर दोष लगाया था की श्वसन संबंधी व्यायाम का अभ्यास करते समय चार लोगो की मौत हो गयी थी। स्विमिंग पूल में पानी के ब्लैकआउट्स से पीड़ित होने के बाद उनकी मृत्यु हो गयी। अपनी अधिकारिक वेबसाइट पर होफ ने चेतावनी भी दी है, जिसमे बताया गया है की इन सभी व्यायामों को कड़े अभ्यास के बाद ही करने की कोशिश करनी चाहिए। उनके अनुसार बिना अभ्यास के ऐसे व्यायामों को करना हानिकारक और जानलेवा हो सकता है।
सामान्य ज्ञान:
-04 डिग्री सेल्सियस के तापमान में उन्होंने मैराथन पूरी की और किलिमंजारो और माउंट एवेरेस्ट दोनों ही पर्वतो पर चढ़ाई की। चढ़ाई करते समय भी वे केवल शॉर्ट्स ही पहने हुए थे। एक उद्योजक और साहसी के रूप में उन्होंने इनरफायर नामक संस्था की भी खोज की, जिसका मुख्य उद्देश्य लोगो के सामान्य ज्ञान को विकसित करना था। लेकिन यह सब उतना आसन नहीं है जितना हमे सुन ने में लगता है।
वास्तव में विम एक अजूबा ही है, जिनके पास असाधारण क्षमता है जो कभी मीलों तक बर्फ पर नंगे पैर चलते है तो कभी बर्फीले पानी में तैरते है या कभी बर्फ से भरे टब में बैठ जाते है। ना जाने उनके शरीर में ऐसी कोन सी अद्भुत शक्तियां है जो उन्हें यह असाधारण कारनामें करने की ताकत देती है। जिन्होंने नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया है।
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Achhi Jankari hi