आज हमारे लगभग हर कामो में टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है, तो फिर वो हमारा ऑफिस या बिज़नस का काम हो, या मनोरंजन या घर से सम्बंधित. अब जब बात टेक्नोलॉजी की हो रही है, तो आपने इन 2 शब्दों के बारे में सुना जरूर होगा – सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर.
इस आर्टिकल में हम लोग सॉफ्टवेयर के बारे में समझने वाले है, वो भी एकदम आसान भाषा में, ताकि आप आसानी से समझ जाए. हम कोई परवाह किये बिना, हर रोज नजाने कितने सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करते है, और इसके वजह से हमारी जिंदगी बहुत ज्यादा आसान हो जाती है.
स्मार्टफोन हो या कंप्यूटर इन दोनों के मदद से हमारे बहुत से काम काफी आसान हो चुके है, पर इन दोनों में इस्तेमाल होने वाले प्रोग्राम्स या ऍप्स के बारे में हम उतनी जानकारी नहीं रखते। इस खास लेख का मकसद यही है के आपको कंप्यूटर में उपयोग में आनेवाले “सॉफ्टवेयर” से परिचित करवाए।
सॉफ्टवेयर क्या होता है? जानिए इस विषय में महत्वपूर्ण जानकारी – What is Software in Hindi
सॉफ्टवेयर की परिभाषा – Definition of Software
अब जरा हम लोग सॉफ्टवेयर क्या है, ये जरा समझ लेते है. आप कुछ ऐसा समझिये कि जब भी हमे कंप्यूटर से कोई काम करवाना होता है, तो हम प्रोग्राम्स लिखते है. तो सॉफ्टवेयर भी इंस्ट्रक्शनस या प्रोग्राम्स होते है, जो कंप्यूटर को बताते है कि क्या और कैसे काम करना है.
अगर सॉफ्टवेयर बनाना है, तो इसके लिए अलग अलग प्रोग्रामिंग लैंग्वेजेस का इस्तेमाल कर सकते है, जिसमे सी(C), सी प्लस प्लस(C++), जावा (Java), पाइथन इत्यादि लैंग्वेजेस का समावेश है।आगे आप सॉफ्टवेयर से जुड़े अन्य तथ्यों के बारे में जान सकेंगे।
सॉफ्टवेयर के कुछ उदहारण – Examples of Software
अब जब हम सॉफ्टवेयर क्या होता है इसके बारे में समझ चुके है, तो अब चलते है, और कुछ सॉफ्टवेयर के उदहारण देख लेते है, और इनमे से कई तो हम लोग अपनी रोज की ज़िन्दगी में इस्तेमाल करते है.
- मायक्रोसोफ्ट विंडोज
- Mac
- नेट प्रोटेक्टर
- फोटोशॉप
- डिस्कॉर्ड
- स्काइप
- आउटलुक
- मायक्रोसोफ्ट एज
- गूगल मैप्स
- फायरफॉक्स
- एम.एस वर्ड
- नॉर्टन
- गूगल क्रोम
- कोरल ड्रॉ
- मायक्रोसोफ्ट एक्सेल
सॉफ्टवेयर के प्रमुख कार्य और उपयोग – Functions and Uses of Software
अब टाइम आ गया है कि हम लोग इन अलग अलग ऊपर दिए गए सॉफ्टवेयर के प्रमुख टाइप्स के बारे में बात कर लेते है. वैसे इन्हें हम शोर्ट में समझेंगे, और फिर आगे जाके आप इसे और समझ सकते है.
1. सिस्टम सॉफ्टवेयर – System Software
अब जैसा कि आप नाम पर से ही थोडा बहुत समझ सकते है, सिस्टम सॉफ्टवेयर ऐसा समझिये कि ये सॉफ्टवेयर की लेयर में नीचे होता है. ऐसा समझिये कि ये हार्डवेयर और एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के बीच बैठा होता है.
सिस्टम सॉफ्टवेयर वो प्रकार होता है जिसे खास तौर पर अन्य सॉफ्टवेयर को चलाने या कार्य करने में मदद हेतु बनाया जाता है. इस प्रकार के सॉफ्टवेयर में ये सारे सॉफ्टवेयर आते है –
- ऑपरेटिंग सिस्टम(विंडोज, MacOS, लिनक्स इ.)
- डिवाइस ड्राईवर
- यूटिलिटी सॉफ्टवेयर(जैसे एंटीवायरस, बैकअप सॉफ्टवेयर इ.)
इसमें ऑपरेटिंग सिस्टम वो सॉफ्टवेयर होता है जिसके मदद से अन्य सॉफ्टवेयर को आसानी से चलाया जाता है, डिवाइस ड्राईवर हमारी सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर के बीच कम्युनिकेशन में मदद करते है, और वही जो यूटिलिटी सॉफ्टवेयर होते है, वो हमारी अलग अलग चीजों में मदद करते है, जैसे एंटीवायरस हमारी सिस्टम को स्कैन करने में, वायरस हटाने में मदद करता है.
कुल मिलाके सिस्टम सॉफ्टवेयर का प्रमुख कार्य अन्य विभिन्न सॉफ्टवेयर को अच्छे से चलने में मदद करना होता है।
2. एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर – Application Software
अब आते है सॉफ्टवेयर के एक और दिलचस्प टाइप पर, जो कि है एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर. इसे आप एप्लीकेशन के तौर पर पहले से ही पहचानते है, जो हम अपने कंप्यूटर में आये दिन युस करते रहते है. ये एप्लीकेशनस कोई विशिष्ट प्रकार के कार्य करते है, जैसे इन्टरनेट ब्राउज करना, कुछ लिखना, कुछ पेंट करना, इत्यादि. ये रहे कुछ सॉफ्टवेयर के उदहारण, जो एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के अंतर्गत आते है –
- मायक्रोसोफ्ट वर्ड
- मायक्रोसोफ्ट एक्सेल
- गूगल क्रोम
- नेटफ्लिक्स
जैसे आप देख ही सकते है, ये ऊपर लिस्ट में दिए हुए नामो को आप तो पहचानते ही होंगे, ये वो ही सॉफ्टवेयर है, जो हम अपने रोज़ की जिंदगी में इस्तेमाल करते है. ये सारे एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के अंतर्गत आते है. अब आप शायद जान गए होंगे की कौनसे सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के अंतर्गत आते है.
3. प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर – Programming Software
अब हम लोग आते है प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर की तरफ. वैसे देखा जाए, तो प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर कुछ ऐसे सॉफ्टवेयर होते है, जो जो प्रोग्रामर्स, डेवलपर द्वारा इस्तेमाल करे जाते है, सॉफ्टवेयर बनाने के लिए, टेस्टिंग करने के लिए और मेंटेन करने के लिए.
तो हम ऐसा समझ सकते है, कि प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर में कुछ ऐसे सॉफ्टवेयर देख सकते है, जो कोडिंग में हमारी मदद करते है, या प्रोग्राम्स को रन करने में मदद करते है, या टेस्टिंग करने में मदद करते है.
ये है कुछ उदहारण प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर के, जिनमे से काफी को शायद आप जानते होंगे –
- इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट एनवायरनमेंट (IDE – Visual Studio Code, PyCharm, Intellij IDEA, etc)
- कंपायलर और इंटर्प्रेटर
- Debugging Tools
- Version Control Systems
जैसा की आप लोग देख सकते है, ऊपर दिए गए कुछ सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग सॉफ्टवेयर के उदहारण है.
सॉफ्टवेयर प्रोग्राम की सूचि – List of Programs Software
अब जरा कुछ सॉफ्टवेयर की लिस्ट देख लेते है, जो सॉफ्टवेयर काफी काम के है, और हम उनका रोज की ज़िन्दगी में उप्गयोग बड़े ही बेहतरीन तरीके से इस्तेमाल कर सकते है, और ये अपने अलग अलग केटेगरी में दिए गए है –
- ऑडियो सॉफ्टवेयर – विन एम्प (Winamp), आई ट्यून (itune)
- डेटाबेस – एस क्यू एल (SQL), एक्सेस (Access), MySQL
- प्रेजेंटेशन सॉफ्टवेयर – पॉवर पॉइंट, Openoffice Impress, LibreOffice Impress
- ईमेल – आउटलुक (Outlook), जी मेल (Gmail), थंडरबर्ड (Thunderbird)
- वर्ड प्रोसेसर सॉफ्टवेयर – एम.एस वर्ड (MS Word), Openoffice Writer
- ब्राउज़िंग सॉफ्टवेयर – मायक्रोसोफ्ट एज, गूगल क्रोम (Google Chrome),
- फायरफॉक्स (Firefox)
इस तरह से अब तक आपने सॉफ्टवेयर से जुड़े महत्वपूर्ण पहलुओं के बारे में जाना जिसकी आपको रोज मर्रा के ज़िंदगी में आवश्यकता होती है।
आशा करते है दी गई जानकारी से आपको संतुष्टि हुई होगी साथमे इसे पढ़ते वक़्त काफी मजा भी आया होगा। ऐसे ही हमारे अन्य विषयो पर बने जानकारीपूर्ण लेख अवश्य पढ़े, हमसे अब तक जुड़े रहने के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।
इस विषय पर अधिकतर बार पूछे जाने वाले सवाल – Quiz on Software
जवाब: राइटर, राइटर प्लस, फोकस राइटर, बाय वर्ड, लिबरे ऑफिस, ओपन ऑफिस, स्क्रिवेनर, एम.एस वर्ड इत्यादि।
जवाब: एडोब फोटोशॉप, एफिनिटी डिज़ाइनर, कोरल ड्रॉ ग्राफ़िक सूट, ग्रॅविट डिज़ाइनर, जेनियली, कलर सींच, पिक्स टेलर, कैनवा, इनफिनिट डिज़ाइन इत्यादि।
जवाब: नॉर्टन,मैकअफि, ए व्ही जी , नेट प्रोटेक्टर, अवास्ट, इत्यादि।
जवाब: वेब डेवलपर, सॉफ्टवेयर टेस्टर, फुल स्टैक डेवेलपर, पाइथन डेवलपर, जावा डेवलपर, स्क्रम मास्टर, क्लाउड इंजीनियर, सॉफ्टवेयर डेवलपर, डेटा साइंटिस्ट इत्यादि।
जवाब: पाइथन, स्काला, जावा स्क्रिप्ट, सी लैंग्वेज, सी प्लस प्लस लैंग्वेज, जावा इत्यादि।