अगर आप कंप्यूटर के बारे में जानते है, तो जाहिर सी बात है कि आपने किबोर्ड के बारे में भी सुना ही होगा। कंप्यूटर पर काम करते समय हम अधिकतर किबोर्ड का इस्तेमाल करते है, फिर चाहे वो कुछ लिखने के लिए हो, या अन्य कामो के लिए। किबोर्ड हमारी बस लिखने में ही नहीं, कंप्यूटर पर और भी चीज़े करने में मदद करता है, पर कुछ टाइप करना ये किबोर्ड का एक प्रमुख उपयोग कह सकते है।
कंप्यूटर में लिखने हेतु विभिन्न सॉफ्टवेयर या प्रोग्राम भलेही मौजूद हो पर हमारे द्वारा दिए गए निर्देश कंप्यूटर तक पहुँचाने हेतु किसी माध्यम की जरुरत होती है, इस खास विषय पर ही ये संपूर्ण लेख आधारित है। कीबोर्ड से आप में से शायद ज्यादातर लोग परिचित होंगे, पर इसके बुनियादी पहलुओं को आप उतना नजदीकी से जानते नहीं होंगे।
यहाँ आप कीबोर्ड नामक अति उपयोगी हार्डवेयर के बारे में कुछ रोचक जानकारी को हासिल कर पायेंगे, साथमे इसके अन्य पहलुओं को भी विस्तार से समझाने का हमारा प्रयास होगा।
‘Keyboard’ से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी – What is Keyboard in Hindi
कीबोर्ड का इतिहास – Keyboard History in Hindi
बात करे इसके इतिहास की, तो पहला सफल किबोर्ड क्रिस्टोफर लैथम शोल्स द्वारा १८६८ में बनाया गया था, और उसमे ४३ बटन होते थे। फिर १८७८ में एक और टाइपराइटर आया, जिसमे पहली बार क्वर्टी कीबोर्ड का लेआउट देखने मिला (जो आज भी काफी इस्तेमाल में है)। फिर आगे चलकर इसमें कई सारे सुधार हुए जिसमे १९७० के दशक में आजके कीबोर्ड से लगभग एक जैसे कीबोर्ड विकसित किये गए जिसमे एप्पल रेडियो शैक और कमोडोर नामक कंपनियों ने कुछ विकसित कीबोर्ड के नमूने पेश किये।
साल १९८६ में आई.बी.एम कंपनी द्वारा बनाया गया एम कीबोर्ड (M Keyboard) आज भी विकसित और काफी उमदा माना जाता है जिसका आम तौर पर भी इस्तेमाल होते दिखाई देता है। टाइप करने में सबसे आसान और पसंदीदा विकल्प आजके ज़माने में भी क्वर्टी कीबोर्ड ही है, जिसमे शुरू से लेकर अब तक कई सारे बदलाव और नव विकसित सुधारों को जोड़ा गया है।
कीबोर्ड के प्रकार – Types of Keyboard
अब बात करते है कीबोर्ड के प्रकारों की। अगर आपने कीबोर्ड तो देखे होंगे, पर बहुत सारे लोग कीबोर्ड के अलग अलग प्रकारों के बारे में नहीं जानते होंगे। तो इसलिए, यहापर सबसे पहले कुछ कीबोर्ड के प्रकारों की सूचि यहाँ देखते है, और फिर कुछ प्रकारों को थोडा समझते है।
- वायरलेस कीबोर्ड (Wireless Keyboard)
- गेमिंग कीबोर्ड (Gaming Keyboard)
- मैकेनिकल कीबोर्ड (Mechanical Keyboard)
- हैंड कीबोर्ड (Hand Keyboard)
- वर्चुअल कीबोर्ड (Virtual Keyboard)
- फ्लेक्सिबल एंड रोल अप कीबोर्ड (Flexible & Roll up Keyboard)
- Azerty कीबोर्ड (Azerty Keyboard)
- एर्गोनॉमिक कीबोर्ड (Ergonomic Keyboard)
- मल्टीमीडिया कीबोर्ड (Multimedia Keyboard)
- मेम्ब्रेन कीबोर्ड (Membrane Keyboard)
- बैकलिट कीबोर्ड (Backlit Keyboard)
- क्वर्टी कीबोर्ड (Qwerty Keyboard)
- द्वोरक कीबोर्ड (Dvorak Keyboard)
Qwerty कीबोर्ड –
आप क्वर्टी कीबोर्ड को तो पहचानते भी होंगे। बहुत सम्भावना है कि इस लेख तक आप क्वर्टी कीबोर्ड पर टाइप करके ही पहुचे है। इस कीबोर्ड का बहुत उपयोग किया जाता है, और अधिकतम कंप्यूटर और लैपटॉप के साथ आप इसी कीबोर्ड का उपयोग होता हुआ पाएँगे। इसे क्वर्टी इसके बटन के रखे जाने के स्टाइल के वजह से कहते है।
Azerty कीबोर्ड –
जैसे हमारे पास क्वर्टी है, वैसे ही Azerty कीबोर्ड भी है। आप समझ गए होंगे कि इसे Azerty इसके बटन के रखे जाने के स्टाइल के वजह से कहा जाता है। आप इसके बारे में और अधिक जान सकते है।
फ्लेक्सिबल एंड रोल अप कीबोर्ड –
ये वाला शायद आपको नहीं पता होगा। “कीबोर्ड” शब्द सुनने पर हमारे दिमाग में आता है एक लम्बा चौड़ा हार्डवेयर, जिसपे काफी सारे बटन होते है। पर क्या आपने कभी कीबोर्ड फोल्ड करने का सोचा है? अगर आप कहते है कि ऐसा हो नहीं सकता, तो आप गलत है, क्युकी ये कीबोर्ड का प्रकार ही ऐसा है, जिसे आप फोल्ड कर सकते है।
वायरलेस कीबोर्ड –
हो सकता है की आपने कीबोर्ड को हमेशा वायर के साथ बंधा देखा होगा, पर अब वायरलेस कीबोर्ड भी आते है, जो बिलकुल वायर नामक डोर से नहीं बंधा है, और आपको और फ्लेक्सिबिलिटी देता है।
मल्टीमीडिया कीबोर्ड –
जैसा की आप पहले से जानते होंगे, कि कीबोर्ड को बस टाइपिंग के लिए ही नहीं, बल्कि और भी चीजों के लिए उपयोग में लिया जा सकता है। जो मल्टीमीडिया कीबोर्ड होते है, उनसे आप गाने चालू बंद, आवाज कम ज्यादा, और कुछ एप्प्स भी शुरू कर सकते है।
कीबोर्ड के प्रमुख कार्य – Functions of Keyboard
कीबोर्ड पर सिर्फ अल्फाबेट्स और नंबर के बटन नहीं होते, बल्कि उसके अलावा भी कई बटन होते है, जो हमे अलग अलग चीज़े करने में मदद करते है। निचे दिए हुए प्रमुख वर्ग के आधार पर कीबोर्ड के कार्य होते है;
- टाइपिंग बटन (Typing Keys) – टाइपिंग करना।
- कार्य बटन (Functions Keys) – विभिन्न कोडिंग से संबंधित कार्य करना।
- नियंत्रण बटन (Control Keys) – कार्य को शार्ट कट तरीके से करने हेतु इसका उपयोग किया जाता है।
- दिशादर्शक बटन (Navigation Keys) – विशिष्ट कार्य के समय दिशादर्शन हेतु उपयोग।
- अंक संबंधी बटन (Numeric Keys) – अंक को टाइप करने हेतु।
- सांकेतिक बटन (Indicator Keys) – विशिष्ट सांकेतिक परिणाम प्राप्त करने हेतु।
कीबोर्डद्वारा आम तौर पर इस्तेमाल किये जानेवाले संयोजन/युति – Shortcut Keys of Keyboard
कीबोर्ड का एक और फायदा ये है, कि हम फटाफट शॉर्टकट बटन्स के इस्तेमाल से चीजों को कम समय में कर सकते है। कई सारी शॉर्टकट कीस होती है, और वो इस पर भी निर्भर करता है की आप कहा पर ये शॉर्टकट कीस का इस्तेमाल कर रहे है। पर नीचे कुछ शॉर्टकट कीस के बारे में बात करते है, जिनके बारे में आपको पता होना चाहिए।
फंक्शन | शॉर्टकट (Windows & Mac) |
---|---|
कॉपी करने के लिए | Ctrl + C / Command + C |
पेस्ट करने के लिए | Ctrl + V / Command + V |
कट करने के लिए | Ctrl + X / Command + X |
अनडू के लिए | Ctrl + Z / Command + Z |
रीडू करने के लिए | Ctrl + Y / Command + Shift + Z |
सभी फाइल्स या टेक्स्ट सेलेक्ट करने के लिए | Ctrl + A / Command + A |
कुछ सेव करने के लिए | Ctrl + S / Command + S |
प्रिंट | Ctrl + P / Command + P |
कोई अप्प्लिकेशन बंद करने के लिए | Ctrl + W / Command + W |
रिफ्रेश/रीलोड | F5 / Command + R |
टास्क मैनेजर ओपन करने के लिए | Ctrl + Shift + Esc (Windows) / Command + Option + Esc (Mac) |
कीबोर्ड का महत्व और इसके प्रमुख उपयोग – Importance and Uses of Keyboard
वैसे तो कीबोर्ड का आविष्कार टाइपराइटर से संबंधित कार्य करने और लगभग ऐसेही परिणाम प्राप्त करने के मकसद से हुआ था, परंतु मौजूदा स्थिति में इसमें आये सुधारों से ये स्पष्ट होता है के कीबॉर्ड द्वारा हम और भी अधिक प्रभावशाली और नवीनीकरण अंतर्गत कार्य करने में सक्षम हुए है। यहाँ निचे आपको कीबोर्ड के उपयोग से इसका महत्व भी स्पष्ट तरीके से समझ में आ जायेगा।
1. टाइपिंग बटन (Typing Keys):
कीबोर्ड पर अंग्रेजी भाषा के लगभग सभी अल्फाबेट मौजूद होते है, जिसकी मदद से आप आसानी से वाक्य रचना कर सकते है, आजकल सभी प्रमुख भाषाओ में कीबोर्ड मौजूद है जिससे सभी भाषा में आप आसानी से वाक्य रचना कर सकते है। इस तरह के अल्फाबेट बटन द्वारा आप रोज मर्रा के जीवन के विभिन्न प्रमुख कार्य आसानी से कर सकते है।
2. विभिन्न कार्यो से संबंधित बटन (Different Functions Keys):
कीबोर्ड के आम प्रकार में लगभग १२ फंक्शन किज या कार्य हेतु बटन दिए हुए होते है, जिसका प्रोग्रामिंग या विशिष्ट कोडिंग से जुड़ा कार्य करते समय सबसे ज्यादा उपयोग होता है। जिसमे F१ से लेकर F१२ तक फंक्शन किज होती है, जिसका आवश्यकता अनुसार आप इस्तेमाल कर सकते है।
3. नियंत्रण बटन (Control Keys):
कीबोर्ड पे कंट्रोल बटन का सर्वाधिक इस्तेमाल विभिन्न युतियाँ या संयोजित बटनो द्वारा परिणाम प्राप्त करने हेतु होता है, जैसे के अगर आप कुछ लिख रहे है और उसे आप को सहेज कर रखना है तो आप “कंट्रोल बटन + अल्फाबेट S” का इस्तेमाल कर सकते है, इसके अलावा अगर आपने कुछ लिखा है और इसका आपको पूर्णतः चयन करना है तो आप “कंटोल बटन + अल्फाबेट A” का इस्तेमाल कर सकते है।
4. दिशा दर्शक बटन (Navigation Keys):
कीबोर्ड पर कुछ खास दिशा दर्शक बटन मौजूद होते है जिससे आप आगे, पीछे,ऊपर,निचे इस तरह से दिशा दर्शन कर सकते है इस तरह के बटन का उपयोग लगभग सभी तरह के कार्य में होता है।
5. अंक संबंधित बटन (Numeric Keys):
आपको कीबोर्ड पे शून्य से लेकर नौ अंक तक संख्यात्मक बटन मिल जायेंगे जिनका इस्तेमाल आंकड़ों को लिखना, हिसाब करना, गिनती करना इत्यादि महत्वपूर्ण कार्य हेतु किया जाता है।
6. सांकेतिक बटन (Indicator Keys):
कीबोर्ड में मुख्य रूप से तीन सांकेतिक बटन होते है जिसमे नम लॉक(Num Lock), कैप्स लॉक(Caps Lock) और स्क्रॉल लॉक (Scroll Lock) शामिल है, जब नम लॉक चालू होता है और कीबोर्ड लाइट चालू होती है इसका अर्थ है न्यूमेरिक कीबोर्ड चालू है अगर बंद है तो समझिये के न्यूमेरिक की बोर्ड बंद है।
कैप्स लॉक बटन की लाइट चालू है इसका मतलब कोई भी अल्फाबेट आप अप्पर केस/कैपिटल में टाइप कर सकते है, वही जब यह लाइट बटन दबाके बंद कर दी जाये तो आप लोअर केस/ छोटे अक्षर में लिख सकते है। स्क्रॉल लॉक बटन का इस्तेमाल स्क्रॉलिंग को चालू या बंद करने हेतु किया जाता है।
कीबोर्ड के बारेमें अधिकतर बार पूछे जाने वाले सवाल – Keyboard Quiz Questions and Answers
Ans: १०१।
Ans: ३, नम लॉक, स्क्रॉल लॉक, कैप्स लॉक।
Ans: शून्य से लेकर नौ अंको तक न्यूमेरिक बटन एक सामान्य कीबोर्ड पे दो बार होते है, जिनकी कुल सँख्या २० हो जाती है।
Ans: हार्डवेयर।
Ans: कीबोर्ड एक इनपुट हार्डवेयर होता है जिसके द्वारा विभिन्न सुचना या निर्देश कंप्यूटर मशीन को दिए जाते है।