विजय माल्या का जीवन परिचय

एक वक्त था जब विजय माल्या का नाम भारत के महान उद्योगपतियों की लिस्ट में शुमार था, लेकिन अब ऐसा नहीं है दरअसल, उन्होंने अपनी एयरलाइंस के नाम पर सरकारी बैंकों से कई हजार करोड़ रुपए का लोन लिया था, लेकिन इसे अभी तक नहीं चुकाया है, जिसके चलते उन्हें भारत की सरकारी बैंकें और पुलिस ढूंढ रही हैं, इसलिए अब उनकी भारत में साख भी पहले की तरह नहीं रह गई थी।

आपको बता दें कि विजय माल्या, भारत के नामी उद्योगपति विट्टल माल्या के बेटे हैं और वे संयुक्त ब्रुअरिस समूह और किंगफिशर एयरलाइन्स के अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके अलावा वे प्रसिद्ध शराब कंपनी यूनाइटेड स्पिरिट लिमिटेड के भी पूर्व चेयरमैन रह चुके हैं। तो आइए जानते हैं भारत के उद्योगपति विजय माल्या के बारे में-

भारत के उद्योगपति विजय माल्या का जीवन परिचय – Vijay Mallya Biography In Hindi

Vijay Mallyav

एक नजर में –

पूरा नाम (Name) विजय विट्ठल माल्या
जन्म (Birthday) कोलकाता, पश्चिम बंगाल, भारत
पिता (Father Name) विट्ठल माल्या
माता (Mother Name) ललिता राममैया
पत्नी (Wife Name)
  • समीरा तैयबजी माल्या, पूर्व एयर होस्टेस (1986 से 1987 तक)
  • रेखा माल्या (1993 से वर्तमान)
बच्चे (Childrens) सिद्धार्थ माल्या, लैला माल्या, तान्या माल्या, लीत्रा माल्या
शैक्षणिक योग्यता (Edducation) वाणिज्य स्नातक (ऑनर्स)

जन्म, शिक्षा एवं प्रारंभिक जीवन –

विजय माल्या 18 दिसंबर, साल 1955 में पश्चिम बंगाल के कोलकाता शहर में भारत के महान उद्योगपति विट्टल माल्या के घर जन्में थे। उनके पिता उस दौरान यूनाइटेड ब्रेवेरी ग्रुप के चेयरमैन थे, और उनकी मां का नाम ललिता रमैया था।

विजय माल्या की शुरुआती पढ़ाई-लिखाई कोलकाता के ला मार्टिनियर स्कूल से हुई इसके बाद उन्होंनें सेंट जेवियर कॉलेज से कॉमर्स हॉनर्स से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की। अपने कॉलेज के दौरान विजय माल्या ने अपनी खानदानी कंपनियों में इंटर्न के तौर पर काम किया था। लेकिन बाद में वे यूएसए चले गए थे।

विवाह एवं व्यक्तिगत जीवन –

विजय माल्या की साल 1986 में मुलाकात एयर इंडिया की एयर होस्टेस समीरा तैयबजी से हुई, जिसके बाद उन्होंने उससे शादी कर ली और शादी के बाद दोनों को एक बेटा हुआ, जिसका नाम सिद्धार्थ माल्या है।

हालांकि यह शादी ज्यादा दिन नहीं चल सकी और दोनों का तलाक हो गया। इसके बाद विजय माल्या ने साल 1993 में अपने बचपन की दोस्त रेखा से शादी कर ली। दूसरी शादी से माल्या को दो बेटियां तनया माल्या और लेंना माल्या हैं।

बिज़नेस –

व्यापारिक परिवार में पले-बढ़े हुए विजय माल्या को शुरुआत से ही व्यापार की अच्छी समझ थी। साल 1983 में पिता की मौत के बाद उन्हें अपनी परिवारिक बिजनेस  यूनाइटेड ब्रेबेरिएस ग्रुप का चेयरमैन बनाया गया, तब से, उनका यह ग्रुप वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना रहा है और इस समूह की लगभग आज 60 कंपनियां है, जिनका वार्षिक टर्नओवर 64% बढ़कर 1998-1999 को 11 बिलियन US डॉलर हुआ था।

अपने दुसरे ग्रुप UB ग्रुप के तहत माल्या ने बहुत सी दूसरी कंपनियों को भी अधिग्रहित कर लिया था और अपना ज्यादा से ज्यादा ध्यान वे अपने सबसे सफल व्यवसाय शराब के व्यवसाय पर देने लगे। और सालों बाद उनकी पहचान बदलने और सफलता उनके कदम चूमने लगी थी।

साल 1988 में माल्या ने बर्गर पेंट्स, बेस्ट और क्रोम्पटन को भी हासिल कर लिया था। इसके बाद उन्होंने 1990 में मंगलोर केमिकल और फ़र्टिलाइज़र को भी हासिल कर लिया और बाद में एशियाई अखबार और फिल्म पब्लिशर पत्रिका, सिने बिट्स को भी उन्होंने 2001 में हथिया लिया था।

आपको बता दें कि यूनाइटेड किंगफिशर ने भारतीय बियर बाज़ार का लगभग 50% शेयर अपने कब्जे में कर रखा है. भारत ही नहीं बल्कि पूरे 52 देशो में किंगफिशर ब्रांड की बियर उपलब्ध है।

साल 2005 में विजय माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंन्स की भी स्थापना की थी। यह विजय माल्या की सबसे बड़ी कंपनियों में से एक थी, हालांकि यह बाद में फेल हो गई। जिसके चलते इसे बंद करना पड़ा।

साल 2013 में नौबत यह आ गई कि किंगफिशर अपने कर्मचारियों के करीब पौने 2 साल की सैलरी तक नहीं दे पाई और बाद किंगफिशर एयरलाइन के लाइसेंस को कैंसिल कर दिया गया।

जब गर्दिश में चले गए माल्या:

माल्या की किंगफिशर एयरलाइंस देश की दूसरी सबसे बड़ी कंपनी थी, लेकिन साल 2013 में इस कंपनी को 2 हजार 142 करोड़ का भारी नुकसान हो गया। यही नहीं इस कंपनी के नाम पर माल्या ने 15 से 16 हजार करोड़ रुपए का लोन बैंकों समेत अन्य संस्थानों से ले रखा था।

जिसके चलते बाद में इस कंपनी का लाइसेंस रद्द कर दिया गया और माल्या गर्दिश में जाते गए। वे गिरफ्तारी से बचने के लिए विदेश जाकर छिपे हुए हैं, हालांकि भारत सरकार की कई एजेंसियां उन्हें पकड़ने के लिए उनके पीछे लगी हुईं हैं। उन पर कई सरकारी संस्थानों की देनदारी बकाया है।

भारत सरकार माल्या को पहले ही देश से भगौड़ा घोषित कर चुकी है। इसके साथ ही विजय माल्या को देश में वापस लाने के लिए उन पर लंदन की एक कोर्ट में केस भी चल रहा है। यह केस माल्या के खिलाफ सीबीआई और ईडी द्वारा लड़ा जा रहा है।

राजनैतिक जीवन पर एक नजर –

  • साल 2000 में विजय माल्या को अखिल भारतीय जनता दल के सदस्य चुना गया था।
  • साल 2002 में विजय माल्या को कर्नाटक के एक स्वतंत्र सदस्य के रुप में राज्यसभा के लिए चुना गया था।
  • साल 2003 में विजय माल्या जनता पार्टी में शामिल हुए।
  • साल 2003 से 2010 तक विजय माल्या ने जनता दल के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष के रुप में काम किया।
  • साल 2010 में विजय माल्या राज्यसभा के लिए बीजेपी के सदस्य के रुप में मनोनीत हुए थे।

जरुर पढ़े: मुकेश अंबानी की जीवनी

विवाद –

साल 2015 में माल्या उस दौरान विवादों में आए जब CBI ने IDBI बैंक के आधार पर लोन बकाया मामले में केस दर्ज किया था । इसके साथ ही माल्या पर धोखाधड़ी और आपराधिक षडयंत्र के आरोप भी लगाए थे।

साल 2016 में माल्या के पासपोर्ट रद्द करने की सिफारिश की गई थी। इस मामले को लेकर डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल में भी शिफ्ट करने के लिए कहा। हालांकि, विजय माल्या गिरफ्तारी से बचने के लिए लंदन चले गए।

किंगफिशर एयरलाइन के मालिक माल्या उस समय भी विवादों से घिरे रहे जब जीएमआर हैदराबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड ने एयरपोर्ट की सुविधा का इस्तेमाल करने के लिए फीस की भरपाई न करने के लिए माल्या और किंगफिशर एयरलाइंस के CFO रघुनाथन के खिलाफ केस दर्ज करवाया है।

साल 2016 में विजय माल्या चेक बाउसिंग मामले को लेकर भी काफी विवादों से घिरे रहे। इस दौरान एयरपोर्ट एथोरिटी ऑफ इंडिया ने किंगफिशर एयरलाइंस की तरफ से जारी किए गए 100 करोड़ के चेक को स्वीकृत नहीं किए जाने का आरोप लगाया था।

माल्या उस समय भी काफी सुर्खियों में आए थे, जब इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने साल 2013 में उन पर साल 2009 से 2012 तीन फाइनेंशियल ईयर से संबंधित किंगफिशर एयरलाइंस से 325 करोड़ रुपए की बकाया राशि की मांग की थी। इसके साथ ही विभाग ने यह भी आरोप लगाया था कि इन तीन सालों के दौरान कर्मचारियों से TDS में कटौती कर जमा नहीं कराया गया।

अवार्ड्स –

माल्या को भारत ही नहीं बल्कि विदेशो में भी कई पुरस्कार मिले हैं-

  • 1997 में दक्षिणी कैलिफ़ोर्निया यूनिवर्सिटी ने बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन ऑफ़ फिलॉसिफी के लिए उन्हें डॉक्टरेट की उपाधि दी थी।
  • फ्रांस का सबसे प्रसिद्ध अवार्ड“Officer De La Legion D’honneur” (ऑफिसर डे ला डी होंनयूर)दिया गया था।
  • वर्ल्ड इकनोमिक फोरम ने उन्हें“कल का वैश्विक नेता” (”ग्लोबल लीडर ऑफ टुमारो”) बताया गया।
  • साल 2010 में माल्या को ‘इंटरप्रेनर ऑफ़ द इयर’ और मोटरस्पोर्ट्स में योगदान के लिए मोटरस्पोर्टस क्लब के द्वारा‘लाइफ़टाइम अचीवमेंट अवार्ड’भी दिया गया था।

कभी भारत के महान उद्योगपति माने जाने वाले विजय माल्या आज हजारों करोड़ के कर्ज में डूबे हुए हैं और उन पर धोखाधड़ी एवं भ्रष्टाचार के कई मामले भी दर्ज हैं। यही नहीं देश से भगौड़े घोषित हो चुके माल्या की गिरफ्तारी के लिए देश की तमाम एजेंसियां उनके पीछे लगीं हुई हैं।

फिलहाल जिस तरह माल्या अपने ऐश और आराम की जिंदगी जीने के लिए बैंकों से लोन लेता रहा और झूठा दिखावा करता रहा, और आज करोड़ों के कर्ज में डूब गया, उससे तो यही सीख मिलती है कि लालच बुरी बला है और लोगों को अपनी हैसियत के हिसाब से ही काम करना चाहिए।

12 COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here