Quotes by Rabindranath Tagore
रबिन्द्रनाथ टैगोर को आज कोण नहीं जानता, वो बंगाली भाषा के प्रसिद्ध कवियों में से एक थे। रबिन्द्रनाथ टैगोर को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है। जिन्होंने अपने जीवन में बहुत सी कवितायेँ लिखी जो आज दुनिया हर में मशहूर हैं। उन्हें साहित्य के लिये नोबेल पुरस्कार भी मिला था।
उनके शिक्षा और विचारो से लोगो की और विद्यार्थियो की सोच बदलती है। आज हम यहाँ अपने इस लेख में आपके लिए उन्हीं के कुछ प्रेरणादायक अनमोल विचार लाये हैं। आपको जरुर पसंद आयेंगे। आओ टैगोरजी के कुछ विचारो को पढ़ते है।
रबिन्द्रनाथ टैगोर के टॉप 10 सुविचार – Quotes by Rabindranath Tagore in Hindi
“सिर्फ तर्क करनेवाला दिमाग एक ऐसे चाकू की तरह हैं जिसमे सिर्फ ब्लेड हैं, यह इसका प्रयोग करनेवाले के हाथ से खून निकाल देता हैं।
मैंने स्वप्न देखा कि जीवन आनंद है। मैं जागा और पाया कि जीवन सेवा है। मैंने सेवा की और पाया कि सेवा में ही आनंद है।
“पंखुड़िया तोड़ कर आप फुल की खूबसूरती नहीं इकठ्ठा करते।
बादल मेरे जिंदगी में आये, बारिश और तूफान लाने के लिए नही बल्कि मेरे डूबते हुए सूरज को रौशनी देने के लिये।
Rabindranath Tagore Quotes in Hindi
राष्ट्रगान के रचयिता विश्वकवि रबींद्रनाथ टैगोर जी एक महान साहित्यकार, बांग्लाकवि होने के साथ-साथ उच्च कोटि के कहानीकार, गीतकार, निबंधकार, नाटककार और चित्रकार भी थे।
वे एक इकलौते ऐसे कवि हैं, जिनकी रचनाएं दो देशों का राष्ट्रगान बनीं। भारत का राष्ट्रगान ”जन गण मन” और बांग्लादेश का राष्ट्रगान ”आमार सोनार बांग्ला” गुरुदेव रवीन्द्र टैगोर जी के महान विचारों द्धारा लिखित रचनाएं हैं।
बहुमुखी प्रतिभा वाले महान साहित्यकार रवीन्द्र नाथ टैगोर जी की रचनाओं और उपन्यासों में उनके चिंतन, आकांक्षाओं और स्वपनों की अभिव्यक्ति देखने को मिलती हैं।
इसके साथ ही रवीन्द्र नाथ टैगोर जी के महान विचार लोगों के अंदर जीवन के प्रति सकारात्मक भाव पैदा करते हैं और अपने जीवन के लक्ष्यों को हासिल करने में मद्दगार साबित होते हैं।
आज इस आर्टिकल में हम आपको रवीन्द्रनाथ टैगोर जी के महान विचारों को उपलब्ध करवा रहे हैं, जिन्हें आप अपनी सोशल मीडिया साइट्स ट्वीटर, व्हाट्सऐप, फेसबुक, इंस्टाग्रम, आदि पर भी अपने दोस्तों, रिश्तेदारों और करीबियों के साथ शेयर कर सकते हैं।
“तथ्य कई हैं, पर सत्य एक हैं।
सिर्फ खड़े होकर पानी देखने से आप नदी नहीं पार कर सकते।
“प्रेम अधिकार का दावा नहीं करता बल्कि स्वतंत्रता देता हैं।
आस्था वो पक्षी है जो सुबह अँधेरा होने पर भी उजाले को महसूस करती है।
“जब मैं ख़ुद पर हँसता हूँ, तो मेरे ऊपर से मेरा बोझ कम हो जाता हैं।
सिर्फ तर्क करने वाला दिमाग एक ऐसे चाक़ू की तरह है जिसमे सिर्फ ब्लेड है। यह इसका प्रयोग करने वाले के हाथ से खून निकाल देता है।
Rabindranath Tagore Thoughts in Hindi
7 मई, साल 1861 में कोलकाता में जन्में रवीन्द्र नाथ टैगोर जी की अद्भुत रचनात्मक प्रतिभा को परखते हुए आजादी के महानायक महात्मा गांधी जी ने उन्हें ‘गुरुदेव’ की उपाधि प्रदान की थी। यही नहीं रवीन्द्र नाथ टैगोर जी को उनकी महान काव्य कृति ‘गीतांजलि’ के लिए साल 1913 में साहित्य के सबसे बड़े पुरस्कार ‘नोबेल पुरस्कार‘ से सम्मानित किया गया था।
वे इस सम्मान को प्राप्त करने वाले पहले भारतीय और एशियाई व्यक्ति हैं। आइए जानते हैं उच्च कोटि के साहित्यकार रवीन्द्रनाथ टैगोर जी के प्रेरणात्मक और महान विचारों के बारे में।
वहीं अगर रवीन्द्रनाथ जी के इन अनमोल विचारों को गंभीरता से लिया जाए तो कोई भी व्यक्ति अपने सफल और खुशहाल जीवन का निर्वाहन कर सकता है और अपनी जिंदगी में उन्नति कर सकता है। गुरुदेव जी द्धारा कहे गए अनमोल वचन हम सभी के लिए बेहद अमूल्य हैं।
“मित्रता की गहराई परिचय की लम्बाई पर निर्भर नहीं करती।
मौत प्रकाश को ख़त्म करना नहीं है, ये सिर्फ दीपक को बुझाना है क्योंकि सुबह हो गयी है।
“आस्था वो पक्षी हैं, जो अँधेरा होने पर भी उजाले को महसूस करती हैं।
जो कुछ हमारा है वो हम तक आता है, यदि हम उसे ग्रहण करने की क्षमता रखते हैं।
Rabindranath Tagore Suvichar in Hindi
उच्च कोटि के साहित्यकार, नोबेल पुरस्कार विजेता एवं भारतमाता के सच्चे सपूत रविन्द्र नाथ टैगोर जी ने न सिर्फ भारत के स्मिता के प्रतीक माने जाने वाले राष्ट्रगान ‘जन गण-मन’ की रचना की, बल्कि भारतीय संस्कृति के महत्व और इसके सर्वश्रेष्ठ रुप से पश्चिमी देशों का और पश्चिमी देशों की संस्कृति से भारत का परिचय करवाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
गुरुदेव रवीन्द्र नाथ टैगोर जी को आमतौर पर आधुनिक भारत का असाधारण सृजनशील कलाकार भी माना जाता है। उनके महान व्यक्तित्व को शब्दों में नहीं पिरोया जा सकता है। उनके जैसे अद्भुत प्रतिभा के धनी और विरले साहित्यकार कई युगों के बाद धरती पर जन्म लेते हैं।
उनके पूरे जीवन से और उनके महान विचारों से हर किसी को प्रेरणा लेने की जरूरत है।
“यदि सभी गलतियों के लिए दरवाजे बंद कर देंगे तो सच बाहर रह जायेंगा।
तितली महीने नहीं क्षण (पल) गिनती है, और उसके पास पर्याप्त समय होता है।
“जो कुछ हमारा हैं, वो हम तक नहीं आता हैं, यदि हम उसे ग्रहण करने की क्षमता रखते हैं।
किसी बच्चे की शिक्षा अपने ज्ञान तक सीमित मत रखिये, क्योंकि वह किसी और समय (जनरेशन) में पैदा हुआ है।
“हर एक कठिनाई जिससे आप मुहं मोड़ लेते हैं, एक भुत बन कर आपकी नींद में बाधा डालेंगी।
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