Steps For Success
दोस्तों, मै खुद को हमेशा एक सवाल पूछता हु की, ”सफलता मिलने के लिए कोई फार्मूला है ?” “Successful लोग कौनसा ऐसा रास्ता चुनते है जिसमे से उनको जो चाहिए वो मिलाता है?”
Success की 4 Steps (Tips) in Hindi – सफलता का फार्मूला
बहोत से Successful लोगो का Study, Books, और Seminar में से मेरे समज में जो आया वो आज मैं आपसे शेयर कर रहा हु. Successful लोग अलग-अलग Area’s मे क्यो न हो और उनकी लक्ष्य पूरा करने की Planing अलग-अलग भी होगी फिर भी उनमे कुछ तो Similar है और वो हैं उन्हें जो चाहिए वो पाने के लिए वो अलग Step में अलग कदम(Steps) उठाते है. और मै इस Steps को “Success की 4 steps” कहता हु.
Success पहली Step – आपका लक्ष्य Clear रखो.
आपको जो चाहिए वो पाने के लिए, पहली Step मतलब आपको Exactly क्या चाहिए ये मालूम होना. पर बहुत से लोगो को उनको जो चाहिए वो मिलाता नहीं क्योकि उन्हें Exactly क्या चाहिए ये पता नहीं होता. बहुत से लोग कहते है की उन्हें Successful बनना है, पर जब उन्हें पूछा की मतलब Exactly क्या? तब बहुत से लोगो का जवाब होता है की “पक्का क्या वो पता नहीं“ या उनका कुछ बेमतलब सा जवाब होता है की
“मुझे सुखी होना है“ “मुझे बहोत से पैसे कमाने है“ “मुझे मेरे सभी Problem Solve करने है “ और बहुत कुछ….
आपको ये समजना चाहिये की जब तक आपको आपका लक्ष्य ही पता न हो तब तक आपके पास की क्षमता, समय, और इतर उपकरणों का Use कैसे करना यही आपको समझेंगा नहीं Successful लोगो का यही सबसे Important गुण होता है ये मुझे मेरे खोज से समज मे आया. उनको Exactly क्या चाहिए उनकी Future के बारे मे Planing उनके Mind मे क्लियर होती है और उसी Way में वो कोशिश करते है, सचिन तेंडुलकर को उसके बचपन से एक ही पता था की “मुझे क्रिकेट खेलना है और जितना हैं, बस्स “Future के बारे उसके मे Mind में Picture क्लियर थी और इस लिए वो रातदिन सिर्फ एक ही बात जीता था वो मतलब “क्रिकेट”. उसके वजह से आज लोग उसे क्रिकेट का भगवान् कहते हैं. इसी तरह अगर और Successful लोगो का Study करे तो यही Similar चीज महसूस होंगी की उनके लक्ष्य क्लियर थे.
Success दूसरी Step – लक्ष्य पूरा करने के लिए Planing बनाये.
Planing बनाना मतलब Exactly क्या करना है ? Planing करना मतलब आपका लक्ष्य पूरा करने के लिए अपने काम को Step By Step लगाना.
Example:– अगर आपको Bombay To Goa Travel करना होंगा तो आपको कुछ चीजे Step By Step करनी होंगी आपको पहले Bombay स्टेशन आकर टिकिट निकलना होंगा फिर प्लेटफार्म पर जाना होंगा, ट्रेन पकडनी होंगी और Goa स्टेशन पर उतरना होंगा ये Step By Step Work आपको करना होंगा.
इसी तरह आपका लक्ष्य पूरा करने के लिए जो Planing करोंगे उसकी Step बहोत Important है और Planing करने से पहले सही खोज करनी होगी और फिर Planing करनी चाहिए Planing ये Writing में होनी चाहिए. की आगे मुझे क्या steps उठाने हैं, इस तरह आपका आधा काम आसान होंगा.
Success तीसरी Step – Action लीजिये – अभी लीजिये.
तीसरी Step मतलब आपका लक्ष्य पूरा करने के लिए आपके Planing के बाद Action लेना और यही Step आपको आपके लक्ष्य के पास लेकर जाती है Successful लोग और सपना देखनेवालो में अगर कोई Different होंगा तो वो है Action लेना. और Action लेने के लिए Mental और Physical तरीके से Strong होना बहोत जरुरी होता है. खुद के Emotion पे काबू पाके, जोश और आत्मविश्वास के साथ लक्ष्य के दिशा मे Action लेना जरुरी है.
Success चौथी Step – सीखिए और डटे रहिये.
जब आप अपने Planing के अनुसार Action ले रहे है तब सिर्फ दो चीजे होने की Chances होती है. एक – आप आपका लक्ष्य पूरा करेंगे और दो – आपको जो Acceptation होती है वो पूरी नहीं होंगी कुछ तो आपके Acceptation से अलग होंगा. आप में से बहोत से लोग इसे असफलता कहते है.
असफलता ये सबके जीवन में आती है क्या? Yes. आप मुझे एक ऐसा Successful इंसान ढूंढके दिखाओ जिसने कभी असफलता नहीं देखी है. इसके अलावा जितना ज्यादा Step उतना ही असफलता का प्रमाण ज्यादा और इसलिए मुझे मेरे खोज में ऐसा समझ में आया की इंसान जितना Successful होता हैं. उसके जीवन में असफलता का प्रमाण उतनाही ज्यादा. कुछ लोग असफलता मिलने पर दूसरी चिजो को जिम्मेदार ठहराते है उनको लगता है की लक्ष्य पूरा करना उनके लिए बहोत मुश्किल है वो निराश होकर Work करना ही छोड़ देते है. वो कहते है “मैंने कोशिश की और फँस गया अब और नहीं “
सभी Successful लोग इसपर उपाय ढूढ़ते है. जब वो अपना लक्ष्य पूरा नहीं कर पाते तब वो उसको असफलता नहीं मानते, वो उनमे से कुछ नया सिखते है, उन्होंने बनाया हुआ Planing सही नहीं होंगा या उनके Steps में कुछ छुटा होंगा वो नई सिख लेकर अपने Planing में बदलाव लाते है और फिर Steps लेते है.
Friends, आपने ये बात ध्यान में रखना चाहिए की जब-जब आपको असफलता मिलती है तब-तब आपको उसमे से कुछ नया सिखना चाहिए. आपके कोशिश में कुछ बदलाव लाने चाहिए. जब तक की आपका लक्ष्य पूरा नहीं होता. ऐसा कहा जाता है की, Thomas Edison ने Electric Light Bulb की खोज लगाने के लिए पुरे 10,000 बार कोशिश की जब उन्हे इस बारे मे पूछा गया तब उन्होंने कहा था की “ हर एक असफल कोशिश के बाद मै मेरे Technique में कुछ बदलाव लाया और मेरा लक्ष्य पूरा हुआ. पहले 9,999 कोशिशो में मै Light Bulb कैसे नहीं बनता, ये सिखा!
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Thanks sir , muzhe koi tension aata hai to mai jald depress ho jata aapke articles padhke muzme himmat si aagai aur mai ab meri negative thinking Jo positive me convert hui ye Sab aapke articles padhke hua sir aajse a age bhi mai positive hi rahunga Akbar phirse thanks
Sir,muze jis bat ki jrurt thi,aj muze apke rupme mili hi,sir,mine yh 1st time hi pdha,to,ye subhah 6 bje se ab dophr ke2 bje hi,vrr nic sir,isme or asehi likhte rhiye sir,hm jise or bhi koi frnds honge hinhe iski jrurt hi.thnku so much sir.ajse meri subhh ki shuruvat se hi lgne lga hi,ki mi jld hi ap sbko meri success ki khabr sunaunga.thanku sir
Prashant Sir,
Thanks For Comment… Agar apako hamare lekh achhe lage to jarur hamare social media site se jude… or apane friends ko bhi share kare…
Apaka Bahot dhanyavad…
Thank you very very very very much for your suggestions.muje apke Aise suggestions ki bahot zyaada zrurt thi.qki Mai bahot jldi haar maan leti hu,pr apke suggestions k baad muje positive thinking or haar na maanne ki himmt mil gyi h.so once again thanks a lot …….
pinki ji.
thank you…. Kyoki apane jaise comment ko wakt nikala vaise comment se hi hame likhane ke liye prerana milati hai…
Gyanipandit.com ke sath jude rahe….
Very very nice thanks for sharing
Bahut hi achha h.
Ye hme kuch krne ko inspire krti h