महान लोगों की संघर्ष से सफलता की प्रेरणादायक कहानियां…

Inspirational People Stories

ऐसा कहा जाता है की दिल से हमें केवल जीवन मिलता है लेकिन दिमाग हमें जीवन जीने का रास्ता बताता है। दिमाग हमारे शरीर का बहुत ही अहम हिस्सा है। दिमाग की वजह से ही हम सोच सकते है, उसी के कारण हम कोई भी काम स्मार्ट तरीक़े से कर सकते है और इसीके कारण हमें बुद्धिमान कहा जाता है।

हमें हमारे भारत में कई सारे बुद्धिमान लोग दीखते है और कुछ ऐसे भी बुद्धिमान और प्रतिभाशाली लोग है जिन्हें देखकर हमें प्रेरणा मिलती है। ऐसे बहुत सारे भारतीय लोग है जो विचार, कल्पना और ज्ञान के क्षेत्र में सबसे आगे रहते है जिनमे में फिर चाहे भौतिकशास्त्र, गणित, खगोल विज्ञान, इंजीनियरिंग, साहित्य और राजनीती जैसे विषयो का ज्ञान शामिल होता है।

भारत के कुछ महान लोग जिन्होंने असंभव को संभव कर दिखाया, जिन्होंने दुनिया को ये सबक दिया की कोई भी आम इन्सान बड़ा बन सकता हैं, अपने सपने पुरे कर सकता है, और उन्होंने ये कर दिखाया। तो चलिए जानते है ऐसे कुछ महान और बुद्धिमान लोगों के बारे में जिन्हें उनकी बुद्धिमता के कारण पूरी दुनिया में सम्मान मिलता है।

Real Life Inspirational Stories In Hindi

महान लोगों की संघर्ष से सफलता की प्रेरणादायक कहानियां – Real Life Inspirational Stories in Hindi

1. नारायण मूर्ति : Narayana Murthy –

यह वह नाम है जिन्होंने भारतीय आईटी क्षेत्र की दशा और दिशा दोनों ही बदल दी और एक भारतीय कंपनी Infosys स्थापित की, उस समय कोई भी नहीं जानता था की छोटे से गाव मैसूर से आया यह आदमी, जो आज लाखो लोगो को रोजगार दे रहा है, वह इतना बड़ा आदमी बनेगा। आज उन्ही की बदौलत इन्फोसिस सफलता से आगे बढ़ रहा है, नारायण मूर्ति ने अपने जीवन में बहोत से लोगो को प्रेरित भी किया है और बहोत से लोगो के वे आदर्श भी है।

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2. शाहरुख खान : Shahrukh Khan –

दी किंग खान ऑफ़ बॉलीवुड 1500 रुपये लेकर मुंबई आया था और आज वह दुनिया में हर एक के दिल पे राज़ करता है। क्या आप इस बात पर भरोसा कर सकते हो? आज उसके सारे सपने सच्चाई में बदल गये है! एक ऐसा इंसान जो पैसो के कमी की वजह से अपने पिता की जान तक नही बचा पाया, उस शाहरुख खान को आज अपनी 400 मिलियन डॉलर की संपत्ति पर गर्व है।

3. धीरुभाई अंबानी : Dhirubhai Ambani –

यमन में A.Besse & Co. के गैस स्टेशन में हेल्पर / क्लर्क की तरह काम करने लगे. बाद में वे भारत वापिस आये, उस समय उन्होंने 50,000 रुपये जमा कर रखे थे और वे उन पैसो से खुद का एक टेक्सटाइल का व्यवसाय शुरू करना चाहते थे। अपने फर्म के पहले आईपीओ में उन्हें सफलता मिली, बाद में रिलायंस कमर्शियल कारपोरेशन को 58000 निवेशको के साथ शुरू किया और आज धीरुभाई अंबानी को सारी दुनिया जानती है, आज पूरी दुनिया में उनके चर्चे है!

4. दिलीप शंघवी : Dilip Shangvi –

एक वक्त में दिलीप शंघवी एशिया के सातवे सबसे अमीर इंसान और सबसे अमीर भारतीय के नं पर थे। उन्होंने सन फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्री की शुरुवात 10000 रुपयों की लागत से की। वे गुजरात के एक माध्यम वर्गीय परिवार से संबंध रखते थे, एक ड्रग विक्रेता की तरह उन्होंने अपने पेशे को शुरू किया था।

बाद में उन्होंने कॉमर्स में पढाई कर के डिग्री हासिल की और फार्मास्यूटिकल का ज्ञान अर्जित किया, बाद में उन्हें खुद के ड्रग्स बनाने का भी अवसर मिला, जिसे वे बादमे कंपनियों को बेचने लगे और आज इतना बड़ा व्यापर खड़ा किया।

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5. करसनभाई पटेल : Karsan Bhai Patel –

“निरमा, निरमा, वाशिंग पाउडर निरमा” – इस वस्तु के निर्माण के पीछे और कोई नही बल्कि डॉ. करसनभाई पटेल ही है। गुजरात के एक किसान परिवार में पले-बढे पटेल ने अपना करियर गुजरात के मायनींग विभाग में एक लैब असिस्टेंट की तरह शुरू किया।

बाद में कुछ सालो बाद, उन्होंने एक डिटर्जेंट पाउडर का उत्पादन करना शुरू किया और उसे घर-घर में जाकर बेचने लगे, बादमे जिसने लगभग 1/3 मार्केट को अपने कब्जे में कर लिया था।

6. कप्तान गोपीनाथ : Captain Gopinath –

गोरुर रामास्वामी इयेंगर गोपीनाथ, जो साधारणतः कप्तान गोपीनाथ के नाम से भी जाने जाते है। उनका जन्म कर्नाटक के एक स्कूल शिक्षक के घर में हुआ। इंडियन आर्मी में कप्तान के पद से सेवानिर्वृत्त होने के बाद उन्होंने बहोत से व्यवसाय करने की ठानी।

जिसमे वे Enfield गाडी के अधिकृत विक्रेता बने और उन्होंने अपना एक होटल का व्यवसाय भी शुरू किया। लेकिन उनके जीवन में बदलाब 1995 में विमान सेक्टर में हुआ। जब सरकार ने प्राइवेट सेक्टर को यातायात क्षेत्र में निवेश करने के लिये आमंत्रित किया। बाद में उन्होंने एयर डेक्कन एयरलाइन की स्थापना की जो भारत की सबसे कम मूल्य की एयरलाइन है। और तब से कप्तान गोपीनाथ ने कभी पीछे नही देखा।

7. रजनीकांत : Rajinikanth –

रजनीकांत, दक्षिण भारतीय फिल्म जगत के स्टाइल गुरु और सुपरस्टार कहलाते है। वे अपने प्रारंभिक जीवन में काफी गरीब भी और कुली का काम किया करते थे, बाद में उन्होंने बस कंडक्टर और कारपेंटर का भी काम किया है। उन्होंने अपने करियर की शुरुवात बहोत से कन्नड़ नाटको में छोटी-छोटी भूमिका निभाते हुए की थी।

1975 में के बालाचंदर की फिल्म एवं उनके करियर की पहली फिल्म “अपूर्व रागंगल” से पहले वे छोटा मोटी भूमिका अदा किया करते थे। आज रजनी सर के करोडो अनुयायी हमें दिखाई देंगे। उनकी स्टाइल के लोग दीवाने है।

8. इंद्रा नूयी : Indra Nooyi –

वह कठिन परिश्रम करती थी और एक रिसेप्शनिस्ट की तरह काम करती थी। ऐसी छोटी शुरुवात करने के बाद वह पेप्सी कंपनी की सीईओ बनी, और आज इंद्रा नूयी अपने जीवन में काफी आगे बढ़ चुकी है।

कार्पोरेट अमेरिका में उसे सबसे ज्यादा कमाने वाली बारहवी महिला बताया गया है और उसकी सालाना सैलरी तक़रीबन USD 18 मिलियन से भी ज्यादा की बताई गयी है। इसके साथ ही वह पद्म भुषण अवार्ड की भी हकदार है।

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9. चाणक्य – Chanakya

चाणक्य बड़े ही महान रणनीतिकार, दार्शनिक, शाही सलाहकार और अर्थशास्त्री थे। उनका जन्म ईसापूर्व 371 में हुआ था। वो भारतीय इतिहास में सबसे बुद्धिमान लोगों में से माने जाते है। उनके विचार और उनकी किताबे आज भी लोगों को प्रेरणा देती है और उन्हें जीवन जीने का सही रास्ता बताती है।

वो ही एकमात्र इन्सान थे जिन्होंने राजा चन्द्रगुप्त को प्रेरित किया था और बहुत सारी लड़ाई जितने के लिए उन्होंने ही रणनीति बनाई थी। उनकी बहुत ही मशहूर किताब “चाणक्यनीति” हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत है और हमें जीवन जीने का सही तरीका सिखाती है।

10. अमर्त्य सेन – Amartya Sen

अमर्त्य सेन का जन्म बंगाल में 1933 में हुआ। वो एक महान दार्शनिक और अर्थशास्त्री है जो फ़िलहाल हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के सदस्य है। अर्थशास्त्र जैसे कठिन विषय में उन्हें नोबेल मेमोरियल प्राइज भी मिल चूका है।

अर्थशास्त्र में उनके अहम योगदान के लिए ही उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें देश के सर्वोच्च पुरस्कार भारतरत्न से भी नवाजा गया है। उन्होंने बहुत सारी किताबे लिखी है जिनमे से ‘द आईडिया ऑफ़ जस्टिस’ काफ़ी मशहूर किताब है।

11. चंद्रशेखर वेंकटरमण – Sir Chandrashekhara Venkata Raman

चंद्रशेखर वेंकटरमण का जन्म 1888 में मद्रास (अभी के तमिलनाडु में) में हुआ था। वो एक महान भौतिक विज्ञानी थे। उन्होंने ही पूरी दुनिया के सामने लाइट स्केटरिंग का सिद्धांत लाया था जिसे आज सारी दुनिया रमण स्केटरिंग सिद्धांत से जानती है।

उनके इस भौतिकशास्त्र के अभ्यास में योगदान के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था। बाद में उन्हें देश के सर्वोच्च सम्मान भारतरत्न से भी सम्मानित किया गया था। बहुत ही मशहूर संस्थाए जैसे की बीएचयु, भारतीय विज्ञान संस्थान और रमण रिसर्च इंस्टिट्यूट के वो सदस्य भी थे।

12. स्वामी विवेकानंद – Swami Vivekananda

स्वामी विवेकानंद का जन्म कलकत्ता में हुआ था। उन्हें ज्ञान और आध्यात्मिकता की मूर्ति माना जाता है। वो ऐसे इन्सान थे जिन्होंने पूरी दुनिया को भारतीय तत्वज्ञान की पहचान करायी थी।

उन्होंने साहित्य के क्षेत्र में बहुत ही बड़ा योगदान दिया है। उन्होंने कर्म योग, वेदांत तत्वज्ञान, इंस्पायर्ड टॉक, द ईस्ट एंड द वेस्ट जैसी बहुत सारी किताबे लिखी है।

13. सत्येन्द्रनाथ बोस – Satyendra Nath Bose

सत्येन्द्रनाथ बोस का जन्म 1894 में बंगाल में हुआ था। उन्होंने भौतिक विज्ञान क्षेत्र में बहुत बड़ा योगदान दिया है और साथ ही उन्होंने क्वांटम मैकेनिक्स के क्षेत्र में बहुत सारा रिसर्च किया है। उन्होंने आइंस्टीन के सिद्धांत के साथ सहयोग करके बोस आइंस्टीन कंडेंसेट का सिद्धांत विकसित किया था।

उन्होंने तत्वज्ञान, खनिज विज्ञान, आर्गेनिक केमिस्ट्री और भौतिकशास्त्र के क्षेत्र में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उनके इस योगदान के लिए उन्हें पद्मभूषण पुरस्कार से भी नवाजा गया था।

14. रघुराम जी.राजन – Raghuram Rajan

रघुराम जी. राजन का जन्म 1963 में मध्य प्रदेश में हुआ। वो भारत के जानेमाने लोगों में से है और वो भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर भी रह चुके है। आईआईएम और आईआईटी जैसे प्रसिद्ध संस्थान में से उन्होंने पढाई की और वहा के वो गोल्ड मेडलिस्ट भी रह चुके है।

उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष में मुख्य अर्थशास्त्री पद पर भी काम किया है और वहापर उन्होंने बहुत सारे वित्तीय रिसर्च पर नेतृत्व भी किया है। उन्होंने कैंब्रिज के एमआईटी स्लोगन स्कूल ऑफ़ मैनेजमेंट से पीएच. डी किया है। जब डॉ मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री थे तब राजन मुख्य आर्थिक सलाहकार के रूप में पदभार सँभालते थे।

15. डॉ. बी. आर. आंबेडकर – B. R. Ambedkar

उनका पूरा नाम भीमराव रामजी आंबेडकर है। उनका जन्म 1891 में हुआ था। वो ऐसे पहले इन्सान थे जिन्होंने लोगों में किए जानेवाले भेदभाव के खिलाफ आवाज उठाई थी।  वो दलित समाज से होने के बावजूद भी देश के पहले कानून मंत्री बने थे।

उन्होंने दुनिया की सबसे अच्छी अच्छी यूनिवर्सिटी से पढाई की थी जिनमे लन्दन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स और कोलम्बिया यूनिवर्सिटी के नाम शामिल है। निचले जाती के लोगों को अधिकार दिलाने के लिए उन्होंने बहुत प्रयास किए उन्हें उसमे सफ़लता भी मिली।

इसके लिए उन्होंने कई सारे समाचार पत्र भी प्रकाशित किए थे और उन पत्रिका से उन्होंने लोगों के अधिकारों के लिए बहुत करारी जंग भी लड़ी।

16. एपीजे अब्दुल कलाम – A. P. J. Abdul Kalam

उनका जन्म 1931 में रामेश्वरम में हुआ था। एपीजे अब्दुल कलाम भारत के पूर्व राष्ट्रपति थे। उनकी बुद्धिमता और ज्ञान की तारीफ जितनी भी करे कम ही है। दुसरे शब्दों में कहा जाये तो उनकी तारीफ करने के लिए शब्द भी कम पड़ जायेंगे उतने कलाम बुद्धिमता के धनि थे।

उन्होंने जितने भी भाषण दिए है और उनके विचार हमारे लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं। वो पेशे से वैज्ञानिक थे और उनका स्पेस रिसर्च, डिफेंस रिसर्च और परमाणु के क्षेत्र में योगदान अमूल्य है। उन्हें भारतरत्न, पद्मविभूषण और पद्म भूषण पुरस्कार मिल चुके है।

17. आर्यभट्ट – Aryabhata

आर्यभट्ट का जन्म सन 476 में असका में (अभी का पाटलिपुत्र, पटना) हुआ था। वो भारत के महान गणितज्ञ और भारतीय शास्त्र के ज्योतिषी थे। उन्होंने नालंदा यूनिवर्सिटी से पढाई पूरी की थी और वो उसी यूनिवर्सिटी के मुख्य भी थे।

उन्होंने बहुत सारी खगोलीय समीकरण विकसित किए थे लिकिन समय के साथ साथ उनमे से कई सारे समीकरण ग़ायब हो चुके है। उन्होंने अंकगणित, बीजगणित और त्रिकोणमिति के लिए बिजली श्रुंखला और सायिनो के टेबल भी विकसित किया था।

18. होमी जहांगीर भाभा – Homi Jehangir Bhabha

उनका जन्म 1909 में मुंबई में हुआ था। वो परमाणु भौतिक विज्ञान के वैज्ञानिक थे और टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ़ फंडामेंटल रिसर्च में वो प्राध्यापक थे। परमाणु उर्जा के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। वो साइंटिफिक एडवाइजरी कमिटी में सदस्य भी थे। वो भारत के ऐसे पहले व्यक्ति थे जिन्होंने परमाणु उर्जा का विकास और रिसर्च को भारत लाने में बहुत बड़ा काम किया है।

19. मनमोहन सिंह – Manmohan Singh

मनमोहन सिंह का जन्म पाकिस्तान के गाह में 1932 में हुआ। वो भारत के महान अर्थशास्त्री है और 10 साल तक वो भारत के प्रधानमंत्री भी रह चुके है। उन्होंने अपनी पढाई पंजाब से शुरू की और बाद में कैंब्रिज और ऑक्सफ़ोर्ड यूनिवर्सिटी से पूरी की। उन्होंने तत्वज्ञान में डॉक्टरेट हासिल की है।

वित्त मंत्रालय के सलाहकार समिति में भी वो हिस्सा रह चुके है। वो भारतीय रिज़र्व बैंक के गवर्नर के पद पर रह चुके है। वो साउथ कमीशन के सेक्रेटरी जनरल भी थे।

20. सुब्रमन्यन चंद्रशेखर – Subrahmanyan Chandrasekhar 

सुब्रमन्यन चंद्रशेखर का जन्म 1910 में पाकिस्तान के लाहोर में हुआ था। उन्होंने कैंब्रिज यूनिवर्सिटी से अपनी पढाई पूरी की थी। वो भारतीय अमेरिकी आस्ट्रोफिजिसिस्ट थे जिन्होंने स्टेलर डायनामिक्स, रिडियाटिव ट्रांसफर और क्वांटाम थेरी पर बहुत संशोधन किया था। उन्हें भौतिकशास्त्र नोबेल पुरस्कार से सम्मनित किया गया था। उन्होंने ब्लैक होल के गणितीय सिद्धांत का भी अध्ययन किया था।

21. श्रीनिवास रामानुजन – Srinivasa Ramanujan

श्रीनिवास रामानुजन का जन्म मद्रास में 1887 (तमिलनाडु) में हुआ था। वो बहुत ही बुद्धिमान और महान भारतीय गणितज्ञ थे जिन्होंने नंबर थेरी, कन्टिनुड फ्रैक्शन और इनफिनिट सीरीज के डेरीवेशन को विकसित किया था।

उनकी बुद्धिमत्ता और उनके डेरीवेशन से प्रभावित होकर उन्हें कैंब्रिज यूनिवर्सिटी में प्राध्यापक के पद पर काम करने के लिए बुलाया गया था। उन्होंने किया हुआ गणित का संशोधन इतना महत्वपूर्ण है आज के वैज्ञानिक ब्लैक होल का रिसर्च करने के लिए उनके सिद्धांत का इस्तेमाल करते है।

22. सत्य नदेला – Satya Nadella

सत्य का जन्म 1967 में आंध्र प्रदेश के हैदराबाद में हुआ। फ़िलहाल वो महशूर माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी है। उन्होंने इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री एमआईटी से पूरी की और बाद में कंप्यूटर साइंस में एमएस की है।

उसके बाद उन्होंने शिकागो यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री हासिल की। वो बहुत ही बुद्धिमान है और इसी बुद्धिमता के कारण सर्वर और टूल्स डिवीज़न जैसे मशहूर कंपनियों के अध्यक्ष रह चुके है। वो क्लाउड और एंटरप्राइज ग्रुप के कार्यकारी उपाध्यक्ष के पद पर भी रह चुके है।

23. चंदा कोचर – Chanda Kochhar

चंदा कोचर का जनम 1961 में राजस्थान के जोधपुर में हुआ। वो फ़िलहाल आईसीआईसीआई बैंक की मैनेजिंग डायरेक्टर और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पद का कार्यभार संभाल रही है। उन्होंने मुंबई से पढाई पूरी की। वो कास्ट एकाउंटेंसी में गोल्ड मेडलिस्ट है।

वो पहली बार आईसीआईसीआई बैंक में प्रशिक्षनार्थी के रूप में काम करती थी लेकिन उनकी बुद्धिमता, काम के प्रति समर्पण और उनकी मेहनत के कारण ही वो आज इतने बड़े बैंक को चला रही है। उनकी मेहनत की वजह से वो आज देश की बहुत बड़ी और मशहूर आईसीआईसीआई बैंक की मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ है। उन्हें बैंकिंग क्षेत्र में बहुत सारे पुरस्कार मिल चुके है।

24. सुंदर पिचाई – Sundar Pichai

उनका असली नाम पिचायी सुंदरराजन है और उनका जन्म चेन्नई में 1972 में हुआ। वो भारतीय अमेरिकी नागरिक है और अभी वो गूगल के सीईओ है। उन्होंने आईआईटी खरगपुर से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की और स्तान्फोर्ड यूनिवर्सिटी से एमएस की पढाई पूरी की।

सुंदर पिचाई की बुद्धिमता और प्रतिभा के कारण ही आज वो सिबेल स्कॉलर और पामर स्कॉलर नाम से जाने जाते है। उन्होंने अपनी क्षमता के दम पर ही गूगल का कारोबार और भी बढाया है। गूगल ड्राइव, गूगल मैप्स, एंड्राइड जैसी नयी कल्पनाये उन्होंने ही दी है।

25. सुभाष चंद्रा – Subhash Chandra

सुभाष चंद्रा का जन्म 1950 में हिस्सार में हुआ। वो एस्सेल ग्रुप के अध्यक्ष है और वो जी नेटवर्क और इंडिया टीवी के अध्यक्ष भी रह चुके है। एक छोटे गाव से होने के और दसवी की पढाई आधे में ही छोड़ने के बाद भी उन्हें यूनिवर्सिटी ऑफ़ लन्दन ने बिज़नस एडमिनिस्ट्रेशन में डॉक्टरेट प्रदान की है। उन्हें बहुत सारे अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुके है। वो मास मीडिया के लोगों के लिए प्रेरणास्थान है।

26. नरेंद्र मोदी – Narendra Modi

फ़िलहाल नरेंद्र मोदी भारत के प्रधानमंत्री है। उनका जन्म 1950 मे हुआ। देश के लोगों के लिए वो एक प्रेरणास्थान के रूप देखे जाते है। बचपन से ही आरएसएस के सदस्य रहे है और बाद में उन्होंने बीजेपी में शामिल होने का फ़ैसला किया था। और वो अभी देश के प्रधानमंत्री है। देश के विकास के लिए वो पुरे समर्पण से काम करते है। जिस तरह से वो काम करते है और जो योजना वो बनाते है और उन्हें पूरा करने के लिए जीजान लगा देते है वो सच में काबिले तारीफ है।

यह कुछ महान हस्तिया है जिनसे हमें कुछ अच्छा करने के लिए प्रेरणा मिलती है। उन सभी का अपने अपने क्षेत्र में जो योगदान रहा है वो महत्वपूर्ण है। उनका कार्य के प्रति योगदान ही महत्वपूर्ण है और यही बात उन्हें महान बनाती है साथ में हमें प्रेरणा भी देती है। जो ज्ञान उन्होंने हमें दिया वो प्रशंसनीय है जिससे हमारे देश और दुनिया के लोगों को प्रेरणा मिलती है।

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