‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ – Rashtriya Vayoshri Yojana

Rashtriya Vayoshri Yojana

मोदी सरकार ने देश के हर तबके को ध्यान में रखकर तमाम लाभकारी योजनाओं की शुरुआत की है, कोई भी वर्ग ऐसा नहीं है, जिन्हें भारत सरकार की लाभकारी योजनाओं का लाभ नहीं दिया गया हो।

वहीं सरकार ने ऐसे बुजुर्गों का ख्याल रखते हुए ‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ की शुरुआत की है, जिन्हें एक उम्र के बाद शारीरिक परेशानियों की वजह से अपनी जिंदगी बोझ लगने लगती है और वे वुद्धावस्था विकलांगता की वजह से अपने खुद के काम भी सही तरीके से नहीं कर पाते हैं, साथ ही पैसों की कमी की वजह से न तो कोई जरूरी उपकरण खऱीद पाते हैं और न ही अपना इलाज करवा सकते हैं।

शारीरिक और आर्थिक परेशानियों से जूझ रहे बुजुर्गों को ‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ के तहत लाभ पहुंचाया जा रहा है, ताकि बुजुर्ग अपनी बची हुई जिंदगी का सही तरीके से निर्वहन कर सकें और उनके लिए अनुकूल समाज का निर्माण हो सके।

‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ – Rashtriya Vayoshri Yojana

Rashtriya Vayoshri Yojana
‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ क्या है? – What Is Rashtriya Vayoshri Yojana

भारत सरकार ने राष्ट्रीय वयोश्री’ योजना गरीबों और जरूरमंद बुजुर्गों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से शुरु की है। इस योजना के तहत आर्थिक रुप से कमजोर और शारीरिक रुप से अक्षम बुजुर्गों को उनकी जरूरत के उपकरण जैसे व्हीलचेयर, कान की मशीन, जूते, बैसाखी, कृत्रिम दांत आदि दिए जाएंगे और बुजुर्गों के अंदर जिंदगी जीने का हौसला बढ़ाया जाएगा इसके साथ ही उनके लिए अनुकूल समाज का निर्माण किया जाएगा।

‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ की कब हुई शुरुआत – Rashtriya Vayoshri Yojana Launched

जरुरतमंद और गरीब बुजुर्गों को फायदा पहुंचाने वाली इस ‘राष्ट्रीय वयोश्री’ योजना की घोषणा आम बजट के दौरान साल 2015-16 में देश के फाइनेंस मिनिस्टर अरुण जेटली ने की थी। इसके बाद 1 अप्रैल साल 2017 में आंध्रप्रदेश के नेल्लोर में सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण मंत्रालय द्धारा इस योजना को लॉन्च किया गया था।

जिसके बाद लगातार बुजुर्गों को इस योजना का फायदा दिया जा रहा है। वहीं इस योजना का ज्यादा से ज्यादा बुजुर्गों को फायदा मिल सके इसके लिए समय-समय पर कई तरह के कैंप भी आयोजित करवाए जाते हैं।

जरूरतमंद बुजुर्ग ही सरकार की इस 477 करोड़ रुपये की ‘राष्ट्रीय वयोश्री’ योजना का फायदा उठा सके, इसके लिए कैंपों में BPL कार्ड धारक बुजुर्गों के मेडिकल चेकअप के आधार पर ही सहायक उपकरण प्रदान किए जाते हैं।

आपको बता दें कि आंध्रप्रदेश राज्य में इस योजना की सफल शुरुआत के बाद मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में भी यह योजना शुरु की गई थी।

‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ के मुख्य उद्देश्य – Rashtriya Vayoshri Yojana Objectives

  • देश के गरीब और जरूरतमंद बुजुर्गों के लिए शुरु की गई सरकार की इस लाभकारी योजना उद्देश्य निम्नलिखित हैं –
  • गरीबी रेखा से नीचे आने वाले सभी शारीरिक रुप से अक्षम बुजुर्गों को सहायक उपकरण प्रदान करना।
  • जरूरतमंद बुजुर्गों की जीवनशैली में सुधार करना।
  • गरीबी रेखा से नीचे बुजुर्गों को सहायता प्रदान करना।
  • बुजुर्गों के अंदर जिंदगी जीने का जज्बा और आत्मविश्वास पैदा करना।
  • देश के वरिष्ठ नागरिकों को इस लायक बनाना कि वे अपने डेली रुटीन के कामों को करने के लिए किसी पर निर्भर नहीं रह सकें।
  • जरूरतमंद और शारीरिक रुप से अक्षम बुजुर्गों को सहायक उपकरण देकर उन्हे स्वावलंबी बनाने का उद्देश्य।
  • भारत सरकार की ‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ का मकसद वुदावस्था विकलांगता से पीड़ित बुजुर्ग जैसे दांतों का गिर जाना, कम सुनाई देना, कम दिखाई देना, या फिर चलने-फिरने में परेशानी अथवा गतिरोध विकलांगता जैसी विकलांगता को दूर करना है।
  • देश के वरिष्ठ नागरिकों को हर तरह से सक्षम बनाने का उद्देश्य।

‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ के लाभ – Rashtriya Vayoshri Yojana Benefits in Hindi

देश के वरिष्ठ नागरिकों को लाभ पहुंचाने के मकसद से शुरु की गई इस योजना के कुछ फायदों के बारे में हम आपको नीचे बता रहे हैं –

भारत सरकार की ‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ के तहत गरीबी रेखा से नीचे जरुरतमंद बुजुर्गों को व्हलीचेयर, श्रवणयंत्र, वॉकिंग स्टिक, ट्राईपॉड्स, एल्बो क्रेचस, कैडपोड, स्पेक्टल्स, कृत्रिम डेंचर्स समेत अन्य सहायक उपकरण फ्री में दिए जाएंगे।

इस योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा देश के वरिष्ठ नागिरकों को फायदा पहुंचाया जाएगा, वहीं अगर एक घर में एक से ज्यादा बुजुर्ग हैं, तो ऐसे घरों में सिर्फ एक ही बुजुर्ग को सहायक उपकरण प्रदान किया जाएगा।

भारत सरकार की ‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ के तहत गरीबी रेखा से नीचे सभी वरिष्ठ नागरिकों को मेडिकल चेकअप के लिए समय-समय पर कैंप भी लगाए जाएंगे, वहीं चेकअप के आधार पर ही बुजुर्गों को जरूरत के मुताबिक सहायक यंत्र प्रदान किए जाएंगे। मेडिकल चेकअप होने से बुजुर्ग को स्वास्थ्य से संबंधित अन्य जानकारी भी प्राप्त हो सकेगी।

‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ से न सिर्फ देश के वरिष्ठ नागरिकों की दशा सुधरेगी बल्कि उनके अंदर जिंदगी के प्रति सकरात्मक भावना का विकास होगा और उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मद्द मिलेगी।

इस योजना से यह फायदा होगा कि पैसों को कमी की वजह से देश का कोई भी बुजुर्ग शारीरिक कष्ट नहीं झेलेगा।

‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ के लिए पात्रता – Rashtriya Vayoshri Yojana Eligibility

भारत सरकार की ‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ को जो भी फायदा उठाना चाहते उन्हें निन्नलिखित बातों का ध्यान देना होगा, तभी वे इस लाभकारी योजना का फायदा उठा सकते हैं –

मोदी सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना का फायदा BPL कार्ड धारक बुजुर्ग यानि की गरीबी रेखा से नीचे वाले वरिष्ठ और असहाय उठा सकते हैं, वहीं इस योजना का रजिस्ट्रेशन करते वक्त BPL कार्ड की जरुरत होगी।

भारत सरकार की इस महत्वकांक्षी योजना का फायदा 60 साल या फिर 60 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति ही ले सकते हैं , अर्थात इस योजना को फायदा देने वाले शख्स को अपनी उम्र के प्रमाण के लिए आवश्यक दस्तावेज भी देना होगा।

‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ का लाभ उठाने के लिए भारत का नागरिक होना अनिवार्य है।

किन-किन राज्यों के किन क्षेत्रों में मिलेगा ‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ का लाभ – Rashtriya Vayoshri Yojana Covered Area

  • अरुणाचल प्रदेश के पसिंघट और पश्चिमी कमेंग के क्षेत्र के लोग इस योजना का लाभ ले सकेंगे।
  • केन्द्र शासित प्रदेश अंडमान और निकोबार के तहत यहां उत्तरी, मध्य और दक्षिणी क्षेत्र शामिल किए गए हैं, जिसका यहां के लोग फायदा ले सकेंगे।
  • आंध्रप्रदेश में विशाखापत्तम में रहने वाले वरिष्ठ लोग इस योजना का फायदा उठा सकते हैं।
  • असम के सोनीपुर और कामरुप में रहने वाले वरिष्ठ लोग इस योजना का फायदा ले सकेंगे।
  • बिहार के बक्सर एवं पश्चिमी चंपारण में रहने वाले वरिष्ठ नागरिक इस योजना का लुफ्त उठा सकते हैं।
  • छत्तीसगढ़ राज्य के रायपुर में रहने वाले बुजुर्ग इस योजना का फायदा ले सकते हैं।
  • चंडीगढ़ में गरीबी रेखा से नीचे वाले सभी बुजुर्ग सरकार की इस अहम योजना का फायदा ले सकते हैं।
  • दमन और दिउ एवं दादर नागर हवेली में रहने वाले वरिष्ठ नागरिकों को इस योजना के तहत सहायक उपकरण प्रदान किए जा रहे हैं।

इसके अलावा उत्तरी गोवा एवं दक्षिणी गोवा के साथ गुजरात के वड़ोदरा एवं गुजरात, हरियाणा के करनाल, झारखंड, हिमाचल प्रदेश के शिमला एवं हमीरपुर, जम्मू-कश्मीर में श्री नगर एवं लखीमपुर में रांची एवं गुमला, केरल में कोच्ची व थिरुवानंथपुरम्, कर्नाटक के धारवाड़ एवं दक्षिण बैंग्लोर, मध्यप्रदेश के उज्जैन एवं खंडवा, महाराष्ट्र के नागपुर एवं धुले, दिल्ली के चांदनी एवं करोल बाग, पंजाब के गुरदासपुर एवं होश्यारपुर, राजस्थान के झालावाड़ एवं बीकानेर, ओडि़सा के अंगुल एवं सुंदरगढ़, तमिलनाडु के साउथ चेन्नई, कन्याकुमारी, तेलंगाना के हैदराबाद, करीमनगर, उत्तराखंड के हरिद्धार, अल्मोड़ा, उत्तरप्रदेश के लखनऊ एवं वाराणसी समेत पश्चिम बंगाल, मणिपुर, नागालैंड, त्रिपुरा, लक्षद्धीप, पुडुचेरी, सिक्किम आदि राज्यों के कुछ महत्वपूर्ण इलाकों को सरकार की इस योजना में शामिल किया गया है, ताकि ज्यादा से ज्यादा देश के वरिष्ठ लोगों को इसका फायदा मिल सके।

सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण मंत्रालय करेगा इस योजना का क्रियान्वन –

भारत सरकार की इस लाभकारी योजना का लाभ सभी जरुरतमंद और गरीबों को मिल सके इसके लिए इसकी जिम्मेदारी भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं सशक्तिकरण मंत्रालय को सौंपी गई है। वहीं साल 2011 की जनगणना के मुताबिक भारत में वरिष्ठ नागरिकों की संख्या करीब 10.38 करोड़ हैं।

वहीं इनमें से करीब 5.2 फीसदी वरिष्ठ नागरिक ऐसे हैं जो बुढापे में होने वाली कम विकलांगता जैसे कम सुनाई देना, चलने-फिरने में परेशानी, कम दिखाई जैसी समस्याएं हैं और वे गरीबी रेखा के नीचे आते हैं, इन बुजुर्गों को इस भारत सरकार की इस योजना के तहत लाभ दिलवाया जाएगा।

‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ की ध्यान देने योग्य बातें – Rashtriya Vayoshri Yojana Facts

भारत सरकार की यह योजना मूल रुप से देश के वरिष्ठ नागरिकों के लिए हैं। वरिष्ठ नागरिकों की वुद्धावस्था की विकलांगता को दूर कर उन्हें आत्मनिर्भर बनाकर उनके अंदर जिंदगी जीने का जज्बा कायम करना है।

भारत सरकार की ‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ के तहत देश के बीपीएल कार्ड रखने वाले सभी बुजुर्ग साल 2019-2020 तक फायदा उठा सकेंगे।

भारत सरकार की ‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ के लिए करीब 477 करोड़ रुपए के बजट का निर्धारण किया गया है।

मोदी सरकार की इस योजना के तहत दिए जाने वाले सहायक उपकरणों को उन स्थिति में बढ़ाया भी जा सकता है, जिसमें अगर किसी वरिष्ठ नागरिक को एक से ज्यादा परेशानी या फिर शारीरिक अक्षमता हो तो इसके लिए उन्हें अलग-अलग सहायक यंत्र दिए जाएंगे।

मान लीजिए, बुजुर्ग ऊंचा सुनता हो और साथ ही चलने-फिरने में परेशानी हो तो, मेडिकल चेकअप के आधार पर कान की मशीन एवं वॉकिंग स्टिक दोनों प्रदान किए जाएंगे।

देश के बुजुर्गों के लिए शुरु की गई इस योजना की खास बात यह है कि चयनित राज्य के जिस जिले में भी इस योजना का फायदा दिया जाएगा, उन लाभार्थियों में से करीब 30 फीसदी महिलाएं होंगी।

इस योजना के तहत समय-समय पर बुजुर्गों के मेडिकल चेकअप के लिए कैंप का भी आय़ोजन किया जाएगा।

‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ के तहत बुजुर्गों को दिए जाने वाले सहायक उपकरण:

भारत सरकार की ‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ के तहत देश के बीपीएल धारक वरिष्ठ बुजुर्गो को व्हीलचेयर, बैसाखी, श्रवण यंत्र, आरामदायक जूते, चश्मा, कृत्रिम दांत, लोकोमोटर, ट्रायपॉड समेत वुद्धावस्था विकलांगता को दूर करने मे काम आने वाले सहायक यंत्र समेत अन्य उपकरण फ्री में दिए जा रहे हैं।

गरबी रेखा के नीचे आने वाले वुद्धावस्था विकलांगता से पीडि़त बुजुर्गों के लिए मोदी सरकार की यह योजना काफी लाभकारी साबित हो रही है।

इसके साथ ही इस योजना से असहाय बुजुर्गों को अपना जीवन-यापन करने में मद्द मिल रही है।

वहीं जहां देश के गरीब एवं जरूरतमंद वरिष्ठ नागरिकों ने जीवन जीने की आस छोड़ दी थी,’राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ की शुरुआत के बाद उन्हें मन में जीने की तमन्ना फिर से उठ गई है और अब वे खुद से अपना काम करने में सक्षम हैं, साथ ही आत्मसम्मान के साथ अपनी जिंदगी गुजार सकते हैं।

मोदी सरकार की ‘राष्ट्रीय वयोश्री योजना’ देश के वरिष्ठ नागरिकों के लिए मील का पत्थर’ साबित हो रही है।

 

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