Rajasthan Tourism Places in Hindi
भारत का गौरवशाली इतिहास अगर आप देखना चाहते हैं तो एक बार आपको राजस्थान का चक्कर जरूर लगाना चहिये। राजस्थान का शाब्दिक अर्थ “राजाओं की भूमि”, पश्चिमी भारत में सबसे आकर्षक पर्यटन स्थलों में से एक है। यहाँ हर एक शहर अपने आप में खास है और अपने अंदर एक खास विरासत छुपायें बैठा है। रेगिस्तान और झीलों से भरा यह राज्य अपने आप में अद्भुत है।
राजस्थान की राजधानी जयपुर अपने समृद्ध इतिहास और शाही वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। जोधपुर – किले, थार रेगिस्तान के किनारे पर अपने नीले घरों और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। और उदयपुर – भारत के “वेनिस” के रूप में जाना जाता है। अगर आपने राजस्थान जाने का मन बनाया है तो आप इन जगहों में जरूर जाएँ-
राजस्थान के दर्शनीय स्थल – Rajasthan Tourism Places in Hindi
राजस्थान का पर्यटन की दृष्टि से दुनिया भर में मशहूर होने के पीछे यहाँ की समृद्ध एवं गौरवशाली संस्कृति का महत्वपूर्ण स्थान है। परंपरा और संस्कृति के प्रति इस राज्य की कड़ी निष्ठा वास्तव में उल्लेखनीय है।
राजस्थान में इतिहास – Rajasthan History
राजस्थान का इतिहास प्रागैतिहासिक काल से शु: होना बताया जाता है। ईसा पूर्व 3000 से 1000 के बीच यहाँ की संस्कृति सिंधु घाटी सभ्यता जैसी थी। 12वीं सदी तक राजस्थान के अधिकांश भाग पर गुर्जरों का राज्य रहा ऐसा माना जाता है।
गुजरात तथा राजस्थान का अधिकांश भाग गुर्जरत्रा (गुर्जरों से रक्षित देश) के नाम से जाना जाता था। 12वीं शताब्दी के बाद मेवाड़ पर गुहिलोतों ने राज्य किया। मेवाड़ के अलावा जो अन्य रियासतें ऐतिहासिक दृष्टि से प्रमुख रहीं, वे हैं – भरतपुर, जयपुर, मारवाड़, कोटा, बूंदी और अलवर।
राजस्थान की वेश-भूषा – Rajasthan Costume
राजस्थानी लोग रंगीन वेशभूषा के बहुत शौकीन होते हैं। यहाँ की महिलाओं की प्रसिद्ध पोशाक घाँघरा चोली है, इसके साथ ही यहाँ की महिलाओं में आभूषण का शौक देखने को मिल जाता है। रंग-बिरंगी चूड़ियां, कानो में झुमके और भी कई तरह के आभूषण यहाँ के महिलाओं के पारम्परिक वेश.भूषा में देखने को मिल जाता है।
वही अगर बात की जाए राजस्थान के पुरुषों की तो यहाँ के पुरुषों के पारम्परिक वेश-भूषा में आपको रंगीन पोषक के साथ सर पर पगड़ी देखने को अवश्य मिल जाएगी। राजस्थान के पारंपरिक कपड़े बहुत ही कलात्मक होते हैं, जिसमें शीशे के काम को देखा जा सकता है।
राजस्थान का खान पान – Rajasthan Food
राजस्थान के खान-पान की बात की जाए तो राजस्थान में सबसे ज्यादा मशहूर है। यहाँ की दाल भाटीए बेल गट्टे, रबड़ी, बाजरे की रोटी और लहसुन की चटनी, मावा कचौड़ी और बीकानेर ने रसगुल्लों की बात ही निराली है। यहां लोग ज्यादातर शाकाहारी भोजन पसन्द करते हैं।
राजस्थान की जलवायु – Rajasthan Weather
राजस्थान में शुष्क एवं आर्द्र जलवायु की प्रधानता है। यहाँ वर्षा अनिश्चित है।
यहाँ पर साल के सबसे गर्म महीने मई एवं जून हैं और ठंडे दिसंबर जनवरी हैं। ‘चु:’ जिला गर्मी में सबसे गर्म एवं ठंडी में सबसे ठंडा रहता है।
राजस्थान कैसे पहुंचे – How to Reach Rajasthan
राजस्थान पहुंचने के लिए आप बस, ट्रेन अथवा फ्लाइट की सहायता ले सकते हैं।
राजस्थान में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है जो जयपुर में स्थित है। यहां से देश विदेश के लिए फ्लाइट्स का आवागमन होता है। इसके इलावा राजस्थान में कई घरेलू हवाई अड्डे हैं, जहाँ से देश ज विभिन्न हिस्सों के लिए फ्लाइट्स की सुविधा उपलब्ध है।
ये हवाई अड्डे निम्नलिखित है –
- जैसलमेर में जैसलमेर हवाई अड्डा
- जोधपुर में जोधपुर हवाई अड्डा
- बीकानेर में नल हवाई अड्डा
- कोटा में कोटा हवाई अड्डा
- उदयपुर में महाराणा प्रताप हवाई अड्डा।
ये रेलवे निम्नलिखित है –
- राजस्थान में रेलवे की अच्छी सुविधा उपलब्ध है। देश के लगभग हर हिस्से से राजस्थान के लिए ट्रेन चलती है।
- राजस्थान में सड़क परिवहन की भी अच्छी सुविधा उपलब्ध है।
राजस्थान के मुख्य पर्यटन स्थल – Tourist Places in Rajasthan
राजस्थान राज्य पर्यटन की दॄष्टि से भारत का एक महत्वपूर्ण राज्य है। देश.विदेश से आने वाले पर्यटकों के बीच राजस्थान राज्य की संस्कृति एवं यहाँ के सभ्यता के प्रति आकर्षण देखने को मिलता है। लोग यहाँ की संस्कृति को पास महसूस करने के लिए खींचे चले आते है। इसके अलावा राजस्थान राज्य का समृद्ध इतिहास भी पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित कर लेता है।
आईये जानते हैं राजस्थान राज्य में घूमने लायक मुख्य जगहों के बारे में-
- जयपुर –
जयपुरए राजस्थान राज्य की राजधानी है। यह भारत में सबसे रंगीन और खूबसूरत शहरों में से एक है। जयपुरए गुलाबी शहर ;च्पदा ब्पजलद्धए सिटी ऑफ विक्ट्री आदि नामों से प्रसिद्ध है।इस खूबसूरत शहर को अमबेर के राजा महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय द्वारा बंगाल के एक वास्तुकार विद्याधर भट्टाचार्य की मदद से बनाया गया था। यह भारत का पहला शहर है जिसे वास्तुशास्त्र के अनुसार बनाया गया था।
जयपुर शहर के प्रमुख भ्रमणीय स्थल – Tourist Places in Jaipur
आमेर किला –
यह किला राजस्थान के सबसे अच्छे किलो में से एक है। इस किले का निर्माण सन 1589-1727 ई. में हुआ था। यह किला सन 2013 में वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल किया गया था। आमेर के किले में कई गई चित्रकारी की खास बात यह है कि इसमें जिन रंगों का इस्तेमाल किया गया है वो रंग सब्जियों एव अन्य पौधों से बनाये गए हैए जिनकी चमक आज भी बरकरार है।
आमेर के किले से जुड़ी मुख्य जानकारियां –
- यह किला जयपुर मुख्य शहर से 13.2 किमी की दूरी पर स्थित है।
- समय-सारणी- 10:00AM to 5:00PM रोजाना। यहाँ घूमने में 2 से 3 घंटे का समय लग जाता है।
शीश महल –
यह आमेर के किले का ही एक हिस्सा हैए जो शीशे से बना हुआ हैए यह दर्पण हाल के नाम से प्रसिद्ध है। इस हाल का निर्माण राजा जय सिंह द्वारा सन 1623 में करवाया गया थाए जो कि राजा ने अपने खास मेहमानों के लिए बनवाया था।
शीश महल से जुड़ी खास जानकारियां –
- समय-सारणी – 9:00AM to 10:00PM रोजाना।
नाहरगढ़ किला –
यह किला अरावली पर्वत पर स्थित है। इस किले की स्थापना सन 1734 में राजा जयसिंह द्वितीय द्वारा की गई थी। इस किले की विशेषता यह है कि यहां से सूर्यास्त का नजारा बहुत ही सुंदर दिखता है।
नाहरगढ़ किले से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारियां –
- यह किला जयपुर मुख्य शहर से 18.6 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- समय -सारणी – 10:00AM – 5:30PM रोजाना। यहाँ घूमने में 1 से 2 घंटे का समय लग जाता है।
हवा महल –
इस महल की स्थापना सन 1799 में महाराजा सवाई प्रताप सिंह द्वारा की गई थी। वास्तुकार लाल चंद उस्ता द्वारा इस महल को एक राजमुकुट के आकार में डिज़ाइन किया गया था। इस महल की वास्तुकला शैली राजस्थानी वास्तुकला एवं मुगल स्थापत्य का मिश्रित है। दूर-दूर से पर्यटक इस महल की कलाकारी को देखने के लिए आते हैं।
हवा महल से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां –
- यह महल जयपुर मुख्य शहर से 5.8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- समय-सारणी – 9:00AM-4:30PM रोजाना। यहाँ घूमने में लगभग 1 घंटे का समय लग जाता है।
जल महल –
इस महल की स्थापना 1799 में हुई थी। जल महल एक ऐतिहासिक महल है जो जयपुर के मानसागर झील के मध्य स्थित है। झील के बीचोबीच स्थित होने की वजह से इस महल को ‘आई बॉल’ के नाम से भी जाना जाता है।
जल महल से जुड़ी मुख्य जानकारियां –
- यह महल जयपुर मुख्य शहर से 9.4 किमी की दूरी पर स्थित है।
- समय-सारणी – 9:00AM-5:00PM रोजाना। यहाँ घूमने में लगभग 1 से 2 घंटे का समय लग जाता है।
उदयपुर-
उदयपुर जिसे झीलों का शहर कहा जाता है उत्तरी भारत का सबसे आकर्षक पर्यटक शहर माना जाता है। यहां पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए बहुत कुछ है। उदयपुर को हाल ही में विश्व का सबसे खूबसूरत शहर घोषित किया गया है।
उदयपुर में घूमने लायक मुख्य स्थान – Tourist Places in Udaipur
पिछोला झील –
यह पानी का कृत्रिम झील है जिसका निर्माण राणा लखा के काल मे हुआ था। बाद में राजा उदयसिंह द्वितीय द्वारा इस झील का विस्तार कराया गया था। इस झील के द्वीप पर महल बना हुआ है, जो वर्तमान में होटल में तब्दील हो गया है। इस झील की प्राकृतिक सुंदरता को देखने के लिए दूर.दूर से पर्यटक खींचें चले आते हैं।
पिछोला झील से जुड़ी खास जानकारियां-
- यह झील उदय मुख्य शहर से 950 मीटर की दूरी पर है।
- समय-सारणी – 9:00AM-6:00PMरोजाना। यहाँ घूमने में 45 मिनट से 1 घंटे का समय लग जाता है।
सिटी पैलेस –
सिटी पैलेस का निर्माण कार्य 16वीं शताब्दी में शु: हुआ था। इस पैलेस को बनवाने में 22 राजाओं ने अपना योगदान दिया। यह महल उदयपुर के सबसे विशाल महलों में से एक है। यह महल पिछोला झील के पास स्थित है। झील के निकट होने की वजह से इस महल की सुंदरता में चार चांद लग ज्यातर हैं।
सिटी पैलेस से जुड़ी मुख्य जानकारियां –
- यह महल उदयपुर मुख्य शहर से 950 मीटर की दूरी पर स्थित है।
- समय-सारणी- 9:00AM-5:00PM रोजाना। यहाँ घूमने में लगभग 1 से 2 घंटे का समय लग जता है।
जग मंदिर –
जग मंदिर पिछोला झील के किनारे बना हुआ एक महल हैए जो कि श्लेक गार्डन पैलेसश् के नाम से भी जाना जाता है। इसकी स्थापना 16वीं से 17वीं शताब्दी के बीच में हुई थी। यहाँ पर आप बोट राइडिंग का आनन्द उठा सकते हैं।
जग मंदिर से जुड़ी खास जानकारियां
- समय – सारणी – 10:00AM – 6:00PM रोजाना।
जोधपुर –
जोधपुर मारवाड़ों की मुख्य राजधानी थीए जहाँ राठौड़ वंश ने शासन किया था। जोधपुर थार मरुस्थल के दाहिने छोर पर स्थित है।
अपनी विचित्र विशेषताओं के कारण इस शहर को दो उपनाम ‘सन सिटी’ और ‘ब्लू सिटी’ मिले हैं। सन सिटी नाम जोधपुर के चमकीले धूप के मौसम के कारण रखा गया है, जबकि ‘ब्लू सिटी’ नाम शहर के मेहरानगढ़ किले के आसपास स्थित नीले रंग के घरों के कारण दिया गया है।
जोधपुर शहर में घूमने लायक मुख्य स्थान – Tourist Places in Jodhpur
- उम्मेद भवन महल –
उम्मेद भवन दुनिया भर के सबसे बड़े निजी महलों में से एक है। इस महल की स्थापना 1943 ई० में हुई थी। वर्तमान में इस महल में कुल 347 कमरें हैं। इस महल से जुड़ी खास बात यह है कि इसे बनाते समय इस्तेमाल किये गए पत्थरों को जोड़ने के लिए किसी भी तरह के मसाले का इस्तेमाल नही किया गया है। इस अद्भुत कलाकारी को देखने के लिए दूर.दूर से पर्यटक यहां आते हैं।
उम्मेद भवन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां-
- यह महल जोधपुर मुख्य शहर से 7.5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- समय-सारणी – 9:00AM-5:00PM रोजाना। यहाँ घूमने में लगभग 2 घण्टे का समय लग जाता है।
मेहरानगढ़ किला –
यह किला भारत के प्राचीनतम किलो में से एक हैए जिसकी स्थापना 15वीं शताब्दी में हुई थी। यह किला 125 मीटर ऊंची पहाड़ी पर स्थित है, एवं 10 किलोमीटर लंबी दीवार से घिरा हुआ है। इस किले के अंदर ऐसे कई भव्य महल स्थित हैं जो पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं।
मेहरानगढ़ किले से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां –
- यह किला जोधपुर मुख्य शहर से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
- समय-सारणी- 9:00AM-5:00PM रोजाना। यहां घूमने में 1 से 3 घंटे का समय लग जाता है।
जैसलमेर किला –
जैसलमेर किला एक वर्ल्ड हेरिटेज साइट है। इसका निर्माण 1156।क् में राजपूत शासक रावल जैसल ने किया थाए इसीलिये किले का नाम भी उन्ही के नाम पर रखा गया था। जैसलमेर किला थार मरुस्थल के त्रिकुटा पर्वत पर स्थित है। दिन के समय सूरज की रोशनी में इस किले की दीवारे हल्के सुनहरे रंग की दिखती हैए जिसके कारण से यह किला सोनार किला या गोल्डन फोर्ट के नाम से भी जाना जाता है।
जैसलमेर किले से जुड़ी मुख्य जानकारियां –
- यह किला जैसलमेर शहर से 2.1 किमी की दूरी पर स्थित है।
- समय-सारणी- 6:00AM-5:00PM रोजाना। यहाँ घूमने में 2 से 3 घण्टे का समय लग जाता है।
रणथम्बोर नेशनल पार्क –
रणथम्बोर नेशनल पार्क राजस्थान के सावई माधोपुर में स्थित है। रणथम्बोर नेशनल पार्क अपने टाइगर और सफारी के लिए फेमस है। यह जगह ट्रैवलर और फोटोग्राफर को अपनी ओर खिंचता है।
रनथम्बोर नेशनल पार्क जेनरल पब्लिक के लिए 1 अक्टूबर से 31 जून तक खुला होता है। जंगल विभाग लोगों के घूमने के लिए सफारी देते हैं जिसमें लगभग 20 लोग बैठ सकते हैं। मौसम के साथ सफारी की टाइमिंग भी बदलती है।
रणथंभौर नेशनल पार्क से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां –
- यह पार्क सवाई माधोपुर से 17.5 किमी की दूरी पर स्थित है।
- समय-सारणी- 6:00AM-10PM एवं 3:00PM-7:00PM रोजाना।
पुष्कर –
पुष्कर अजमेर शहर से १४ कीमी दूरी पर स्थित है। अजमेर के पश्चिमोत्तर में स्थित, पुष्कर के शांत शहर पर्यटकों और श्रद्धालुओं के लिए एक पसंदीदा जगह है। अरावली पर्वत श्रृंखला का नाग पर्वत अजमेर और पुष्कर को अलग करता है।
यह भगवान ब्रह्मा के एकमात्र मंदिर के लिए पूरे विश्व में जाना जाता है। इसे भगवान ब्रह्मा का निवास स्थान भी कहा जाता है। मन्दिर के बगल में ही एक मनोहर झील है जिसे पुष्कर झील के नाम से जाना जाता है। कार्तिक (अक्टूबर-नवंबर) के महीने में श्रद्घालु बड़ी संख्या में इकट्ठा होकर इस पवित्र झील में डुबकी लगाते हैं।
ऐसा माना जाता है कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में एक बार पुष्कर की यात्रा अवश्य करनी चाहिए। पुष्कर हिन्दू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थो में से एक है।हजारों हिन्दु लोग इस मेले में आते हैं। व अपने को पवित्र करने के लिए पुष्कर झील में स्नान करते हैं। भक्तगण एवं पर्यटक श्री रंग जी एवं अन्य मंदिरों के दर्शन कर आत्मिक लाभ प्राप्त करते हैं।
- जैसलमेर सफारी – Jaisalmer Safari
गोल्डन सिटी के नाम से जाना जाने वाला यह शहर पर्यटकों को अपने रेगिस्तान की वजह से लुभाता है। यहाँ पर आप ऊँट सफारी का मजा जरूर लें क्योकि यह बहुत शानदार है। थार के रेगिस्तान में बसे इस शहर में आप सोनार का किला, भूतिया जगह कुलधारा आदि जा सकते हैं। यहाँ आपको असली राजस्थानी कल्चर देखने को मिलेगा।
- जयपुर में आमेर का किला – Amer Fort
कोई राजस्थान जाएँ और बिना जयपुर जाएँ वापिस आ जाएँ ऐसा नहीं हो सकता है। आप जयपुर जाएँ तो वहां आप आमेर का किला जरूर जाएँ जिसे आजकल टाइगर हिल भी कहते हैं। यहाँ से आप पूरा शहर एकसाथ देख सकते हैं। यह सुबह दस से शाम के पांच बजे तक खुलता है। इसके अलावा जयपुर में आप बिरला मंदिर, हवा महल, मोती डूंगरी के गणेश जी, जंतर मंतर जैसी जगहें जा सकते हैं।
- जोधपुर में मेहरानगढ़ किला – Mehrangarh Fort
जोधपुर शहर में हमेशा से ही राजस्थान की विरासत झलकती है। अगर आप राजस्थान जा रहे हैं तो इस शहर का रुख करें और यहाँ आप मेहरानगढ़ का किला, उम्मेद भवन पैलेस, जसवंत थडा, कल्याण सागर झील आदि जगहों में जरूर जाएँ।
- चित्तौड़गढ़ का महल – Chittorgarh Fort
रानी पद्मिनी के गौरशाली इतिहास का वर्णन करता चित्तौड़गढ़ का महल अपने आप में अद्भुत है। इसे राजस्थान का ऐतिहासिक गढ़ कहा जाता है। आप यहाँ राणा कुम्भा महल, जौहर मेला, पद्मिनी महल, जौहर कुंड, विजय स्तम्भ, सूर्य मंदिर आदि जगहों में जरूर जाएँ। यह बहुत उचाई में मौजूद है और यहाँ से आप पूरे शहर का दर्शन एक साथ कर सकते हैं।
- अजमेर शरीफ – Ajmer Sharif Dargah
ख्वाजा के दरबार में हाजिरी लगाने का मन कर लाये तो अजमेर की तरफ रुख कर लें और यह जयपुर से बहुत अधिक दूर भी नहीं है। आप यहाँ अजमेर शरीफ में जाएँ जहाँ दुनियाभर से लोग घूमने आते हैं। इसके अलावा सोनी जी की नसिया भी यहाँ की बहुत अच्छी जगह है। अब अगर आप अजमेर आ ही गए है तो वहां से कुछ दूर पुष्कर भी हो लें तो बेहतर है।
यहाँ आपको इकलौता ब्रम्हा जी का मंदिर मिलेगा जो की भारत में कही नहीं है। इसके अलावा कुछ खास कार्यक्रम जैसे नागौर मेला, पुष्कर मेला आदि यहाँ होते है जिसका मजा आप ले सकते हैं।
- उदयपुर का सिटी पैलेस – City Palace
कोई राजस्थान जाएँ और झीलों के शहर उदयपुर से दूर रह जाएँ ऐसा हो नहीं सकता है। आप उदयपुर में जायेगे तो आपको एक अलग ही शांति दिखाई देगी। आप यहाँ फतेह सागर झील, सिटी पैलेस, एकलिंग जी का मंदिर, बागोर की हवेली आदि जगहों में जरूर जाएँ। अगर आप सुकून का एहसास करना चाहते हैं तो आप शाम के समय फतेह सागर झील चले जाएँ जहाँ आपको बहुत अधिक शांति मिलेगी।
- माउंट आबू की नक्की झील – Nakki Lake
दक्षिणी राजस्थान में मौजूद यह जगह प्रदेश की इकलौती हिल स्टेशन वाली जगहों में आती हैं। आप यहाँ नक्की झील, गुरु शिखर, हनीमून पॉइंट, सनसेट पॉइंट, जैसी जगहों में जा सकते हैं। अगर आप सर्दी के समय में यहाँ जाए तो बहुत अच्छा होगा क्योकि यह और अधिक सुन्दर दिखाई देता है।
- अलवर में भानगढ़ किला – Bhangarh Fort
अगर आप ऐसी जगहों में जाना चाहते हैं जो भूतिया है तो चले आइये अलवर के भानगढ़ किले में जिसे एशिया की सबे मोस्ट हांटेड साईट घोषित किया गया है। हालाँकि इसका कोई आधिकारिक प्रमाण नहीं है लेकिन लोग इसे कहने लग गए। यह जगह बहुत अधिक भूतिया है और यहाँ आपको शाम के पांच बजे के बाद रुकने नहीं दिया जाता है।
इसके अलावा राजस्थान में आप सरिस्का, रणथम्भौर, कोटा में गडरिया महादेव, भीलवाडा में आधारशिला मंदिर जैसी जगहें घूम सकते हैं।
और अधिक राजस्तान के महत्वपूर्ण दर्शनीय स्थल: Rajasthan tourism places
- चित्तौड़गढ़ – चित्तौड़गढ़ किला, विजय स्तम्भ, कालिकमा मंदिर मंदिर, किर्ती स्तम्भ, राणा कुंभा का महल, रानी पद्मिनी का महल और भगवान कृष्ण, मीरा (मीरा मंदिर) के प्रसिद्ध है।
- बाड़मेर – बाड़मेर और आस-पास के इलाके ठेठ राजस्थानी गांवों की एकदम सही तस्वीर पेश करते हैं।
- माउंट आबू – एक लोकप्रिय हिल स्टेशन, राजस्थान की अरवलीली रेंज में सबसे ऊंचा शिखर है, गुरु शिखर यहां स्थित है। माउंट आबू दिलवाड़ा मंदिरों के लिए भी प्रसिद्ध है।
- अजमेर – पवित्र शहर, सूफी सैखेलंत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती के मस्जिद के लिए लोकप्रिय है।
- सवाई माधोपुर – रणथंबोर राष्ट्रीय उद्यान और ऐतिहासिक रणथबोर किला के लिए प्रसिद्ध है।
- रणकपुर – बड़े जैन मंदिर परिसर के साथ लगभग 1444 स्तंभ और उत्कृष्ट संगमरमर नक्काशी के साथ बना समूह है।
- पुष्कर – यह दुनिया का सबसे पहला ब्रह्मा का मंदिर है।
- केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान – एक यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है।
- शेखावाती – पारंपरिक हवेली के लिए प्रसिद्ध है।
- बीकानेर – एक व्यापार मार्ग चौकी के रूप में अपने मध्ययुगीन इतिहास के लिए प्रसिद्ध।
तो दोस्तो यह थी राजस्थान राज्य के मुख्य पर्यटन स्थलों के बारे में जानकारी। इनके अलावा भी राजस्थान राज्य में देखने लायक बहुत सी ऐसी जगह है जो आपके भ्रमण को यादगार बनाने में खास योगदान देती हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको राजस्थान राज्य से जुड़ी ये जानकारियां पसन्द आयी होगी।
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