Pradhan Mantri Krishi Sinchai Yojana
भारत को यूं ही नहीं कृषि प्रधान देश कहा जाता है। भारत की मुख्य आमदनी का स्त्रोत कृषि ही है, इसके साथ ही हमारे देश की अर्थव्यस्था कृषि पर ही टिकी हुई है।
दरअसल, आर्थिक सर्वेक्षण 2017 – 2018 के मुताबिक, भारत देश में करीब 15 करोड़ हेक्टेयर भूमि पर खेती होती है, जिसमें से करीब 55 प्रतिशत हिस्सा बारिश और अनियमित सिंचाई पर टिका हुआ है।
वहीं बढ़ती जनसंख्या और बढ़ते प्रदूषण की वजह से तापमान में वृद्धि हुई है, जिससे मौसम चक्र में भी परिवर्तन आया है, जिसकी वजह से किसानों की फसलों को सिंचाई के लिए समय पर पानी उपलब्ध नहीं हो पाता है, नतीजतन उनकी फसलें बर्बाद हो जाती हैं, जिससे किसानों की आय में कमी आती ही है, और वे डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं, आत्महत्या करने वाले किसानों की संख्या भी बढ़ रही है, इसका साथ ही देश की अर्थव्यवस्था पर भी इसका काफी असर पड़ रहा है।
इन्हीं सभी कारणों को देखते हुए भारत की मोदी सरकार ने मॉनसून पर कृषि की निर्भरता कम करने और देश के हर कृषि क्षेत्र में पानी की उपलब्धता बढ़ाने, सिंचाई व्यवस्था को दुरुस्त करने एवं आधुनिक तकनीक से लैस उपकरणों के इस्तेमाल से कृषि व खाद्य उत्पादन में बढ़ोतरी करने अथवा किसानों को पानी की उपयोगिता का बारे में जागरूक करने के मकसद से साल 2015 में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत की थी।
ताकि देश के विकास को गति मिल सके और भारत में अन्यदाता की स्थिति में सुधार आ सके, तो आईए जानते हैं प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के बारे में विस्तार से –
बड़े काम की है प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, इससे सुधरेगी कृषि की दशा – Pradhan Mantri Krishi Sinchai Yojana in Hindi (PMKSY)
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना क्या है? – What is Pradhan Mantri Krishi Sinchai Yojana?
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना केंद्र और राज्य सरकार के आपसी समन्वय वाली एक बेहद महत्वपूर्ण योजना है,जिसमें कृषि मंत्रालय, ग्रामीण विकास मंत्रालय और जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा पुनरुद्धार मंत्रालय के संचयन, जल संरक्षण, जल वितरण समेत कृषि से संबंधित अन्य कामों को सम्मलित किया गया है।
इस महत्वपूर्ण कृषि योजना की शुरुआत भारत के माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 1 जुलाई, 2015 को की थी। किसानों की स्थिति बेहतर करने, कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी करने और खाद्य उत्पादनों मांग की आपूर्ति करने के उद्देश्य से इस योजना के तहत इसके शुरु होने के अगले 5 साल तक के लिए 50 हजार करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया था।
हालांकि, किसानों को लाभ पहुंचाने, हर खेत में पानी पहुंचाने व अच्छी फसल के उपज के लिए इस आवंटित धनराशि का इस्तेमाल करने के बाद यह राशि बढ़ाई भी जा सकती है।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के मुख्य उद्देश्य – Objectives of Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana
पिछले कुछ सालों में मौसम चक्र में आए बदलाव की वजह से कृषि उत्पादन में कमी आई है, और कृषकों की हालत बेहद खराब हो गई है, इसी को देखते हुए प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना की शुरुआत की गई है, जिसके मुख्य उद्देश्य इस प्रकार है –
- सरकार की इस महत्वपूर्ण कृषि योजना के तहत सिंचाई समस्या को जड़ से खत्म करने के लिए उपजिला/जिला स्तर व राज्य स्तर पर सिंचाई योजना तैयार कर, देश के हर कृषि क्षेत्र अथवा खेतों तक जल की आपूर्ति करवाना हैं।
- इस योजना का उद्देश्य खेती करने योग्य भूमि का ज्यादा से ज्यादा विस्तार करना और उपलब्ध जल स्त्रोतों को आपस में जोड़कर सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी उपलब्ध करवाना है।
- इस योजना का उद्देश्य पानी का इस्तेमाल कर उसका संचयन करना और जलाशयों को फिर से भरना और पानी के बहाव को रोककर उसका फिर से इस्तेमाल करना है।
- इस योजना के तहत किसानों को जल संरक्षण कर उसे ज्यादा से ज्यादा उपयोग के बारे में जानकारी दी जाएगी।
- इस योजना के तहत खासकर उन इलाकों में पानी उपलब्ध करवाया जाएगा, जहां सिंचाई के लिए पानी की उपलब्धता बेहद कम है, और वहां के जल वितरण को ठीक करना भी है।
- इस योजना के तहत पानी की उपलब्धता के मुताबिक फसलों का चयन किया जाएगा, आधुनिक सिंचाई प्रणाली अपनाने पर जोर दिया जाएगा अथवा ड्रिप एवं स्प्रिंकलर कार्यक्रम को लागू किया जाएगा।
- बूंद-बूंद पानी के इस्तेमाल करने के लिए ‘Per Drop More Crop’ (प्रत्येक बूँद ज्यादा फसल) के सिद्धांत को अपनाने पर जोर दिया जाएगा।
प्रधानमंत्री सिंचाई योजना के लिए पात्रता – Eligibility of Pradhan Mantri Krishi Sinchayee Yojana
- इस महत्वकांक्षी योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों के पास खुद की कृषि एवं जल स्त्रोत होना आवश्यक है।
- प्रधानमंत्री सिंचाई योजना योजना का लाभ सभी वर्ग के किसान उठा सकते हैं।
- इस कृषि योजना का लाभ पंचायती राज संस्थाओं, इनकार्पोरेटेड कम्पनीज, सहकारी समिति के सदस्यों, गैर सहकारी संस्थाओं, सेल्फ हेल्प ग्रुप, ट्रस्ट्स, उत्पादक कृषकों के समूह के सदस्य आसानी से ले सकते हैं।
- इस योजना का फायदा कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग अर्थात संविदा खेती करने वाले और कम से कम 7 साल के एग्रीमेंट की जमीन पर खेती करने वाले लोग भी ले सकते हैं।
- इस योजना का लाभ लेने के लिए यह बेहद आवश्यक है कि लाभार्थी किसान इस योजना के तहत ली गई धनराशि को चुकाने का सामर्थ्य रखता हो।
प्रधानमंत्री कृषि योजना के लिए रजिस्ट्रेशन प्रोसेस – PMKSY Application Form
प्रधानमंत्री कृषि योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को किसान पारदर्शी येजना के पोर्टल http://upagriculture.com/pm_sichai_yojna.html पर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।
इस योजना के रजिस्ट्रेशन के लिए जरूरी दस्तावेज:
- आधार कार्ड,
- भूमि की पहचान के लिए खतौनी
- बैंक पासबुक।
प्रधानमंत्री कृषि योजना से किसानों को फायदे – Benefits of PMKSY
- इस योजना के तहत किसानों को जल संरक्षण, मिट्टी की उर्वरा शक्ति बढ़ाने अथवा फसलों के उचित प्रबंधन की जानकारी हासिल होगी।
- इस योजना के तहत किसानों को आधुनिक और उन्नत तकनीकी विधियों द्वारा सिंचाई करने की जानकारी मिलेगी, जिससे फसल की अच्छी पैदावार होगी।
- प्रधानमंत्री कृषि योजना के तहत किसानों को सिंचाई की आधुनिक एवं उत्तम विधि जैसे ड्रिप इरिगेशन, फव्वारा सिंचाई आदि की जानकारी मिलेगी, जिसके चलते किसानों को कम खर्च में अच्छी आमदनी होगी।
प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना जमीनी तौर पर भारत के प्रत्येक कृषि क्षेत्र अथवा हर खेत को समय से पानी उपलब्ध कराने और उपलब्ध जल की बर्बादी को रोकने जैसे दोनों महत्वपूर्ण काम करती है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री की इस महत्वकांक्षी कृषि योजना के तहत 99 बड़ी और छोटी परियोजनाओं को शामिल किया गया है। जबकि इसमें तीन मंत्रालयों के जरिए काम किया जा रहा है। जिसमें ग्रामीण विकास मंत्रालय, जल संसाधन, नदी विकास एवं गंगा पुनरुद्धार मंत्रालय, तथा कृषि मंत्रालय की कई अलग-अलग योजनाओं को भी जोड़ा गया है।
ताकि हर खेत में पानी पहुंचने से फसलों की अच्छी पैदावार हो सके खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके इसके साथ ही देश की आर्थिकी को बल मिल सके।
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