Pakyong Sikkim Airport
भारत में 29 राज्य और 7 केंद्र शासित प्रदेश है जिनमें से कुछ राज्य और केंद्र शासित प्रदेश पूरी तरह से विकसित है कुछ ऐसे राज्य है जो विकास की गति में तेजी से दौड़ रहे है और कुछ राज्य ऐसे भी है जहां अभी बहुत विकास की जरुरत है जब भी हम भारत पूर्वी राज्यों की बात करते है तो हम सभी राज्यों का नाम लेने से बेहतर इन्हें 7 सिस्टर्स के नाम से बुलाते है यानी की सात बहने।
सिक्किम का पहला एयरपोर्ट पाक्योंग एयरपोर्ट – Sikkim Airport
और आप सभी जानते है कि 7 सिस्टर्स स्टेटस का संदर्भ अरुणाचल प्रदेश, असम, मिजोरम, मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा और सिक्किम है। ये सभी राज्य खूबसूरती के लिहाज से भारत के सबसे खूबसूरत राज्यों में से एक है जहां पर प्राकृतिक खूबसूरती अद्भुत है।
लेकिन ये राज्य विकास के मामले में अभी दूसरे राज्यों से पीछे है। हालांकि केंद्र सरकार इन राज्यों के विकास के लिए पूरी कोशिश कर रही है। जिसका एक बड़ा परिणाम ये है कि आजादी के बाद से ही सिक्किम के लोग जिस सपने के पूरे होने का इंतजार कर रहे थे। वो पूरा हो गया है।
हम बात करें रहे है सिक्किम में बने सिक्किम के पहले और देश के 100वें एयरपोर्ट की। जिसे सिक्किम के पाक्योंग में बनाया गया है। ये जगह सिक्किम की राजधानी गंगटोक से सिर्फ 30 किलोमीटर दूर है। पाक्योंग पर बने सिक्किम के पहले एयरपोर्ट को बने में कुल 9 साल का समय लगा है। लेकिन आखिरकार 9 साल बाद ही सही पाक्योंग एयरपोर्ट बनकर तैयार हो गया।
पांक्योग से जुड़ी कुछ अहम बातें
- पांकयोग हवाई अड्डा समुद्र तल से 4500 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है।
- पांक्योग एयरपोर्ट चीन बॉर्डर से केवल 60 किलोमीटर दूर है ये भारत का 100वां एयरपोर्ट है जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया साथ ही ये जानकारी भी दी की कि इस एयरपोर्ट पर जल्द वायुसेना के प्लेन भी उतरने लगेंगे।
- आने वाले समय में पाक्योंग से भूटान , नेपाला और थाइलैंड के लिए भी फ्लाइट शुरु की जाएंगी। वहीं गुवाहाटी और कोलकत्ता के लिए फ्लाइट अगले महीने अक्टूबर से शुरु हो जाएंगी।
- एयरपोर्ट के ट्रायल के लिए इंडियन एयर फोर्स का डोर्नियर 228 यहां पर उतारा गया था।
- एयरपोर्ट को बनाने के लिए पांक्योग की मिट्टी में कई बदलाव किए गए थे।
- यहां पर स्लोप स्टेबलाइजेशन तकनीक का उपयोग किया है साथ ही इस एयरपोर्ट को बनाने में जियोटेक्निकल इंजीनियरिंग का इस्तेमाल भी किया गया है।
- रिपोर्टस के अनुसार 206 एकड़ में फैले इस एयरपोर्ट को बनाने में कुल 600 करोड़ की लागत लगी है।
पांकयोग से सिक्किम को फायदा
पहले सिक्किम आने वाले लोगों को पश्चिम बंगाल के बागडोगरा एयरपोर्ट पर उतरना पड़ता था जहां से सिक्किम 128 किलोमीटर दूर है। लेकिन अब पांक्योग में ये एयरपोर्ट बन जाने से लोगों के टाइम और पैसे दोनों की बचत होगी। साथ ही सिक्किम में टूरिज्म भी बढ़ेगा। रिपोर्टस के अनुसार पिछले साल सिक्किम घूमने 14 लाख लोग आए थे। एयरपोर्ट जाने इस संख्या में तेजी से बढोत्तरी होगी साथ ही चीन बॉर्डर से केवल 30 किलोमीटर पर दूरी होने के कारण भी इस एयरपोर्ट का महत्तव बढ़ जाता है।
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