MPPSC Information in Hindi
भारत जैसे विशाल देश का विस्तार विभिन्न राज्यो के तौर पर हुआ है, जहा हर एक राज्य अपना खुदका विशेष नाम तथा परंपरा के साथ भाषा के आधार पर निर्मित हुआ है। हर राज्य मे सरकारी यंत्रणा प्रदेश को सुचारू रूप से चलाने के लिये, प्रशासन के विभिन्न विभागो के लिये अधिकारी तथा कर्मचारियो का चयन करता है।
आज इस महत्वपूर्ण लेख द्वारा आपको मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग यानी के एम.पी.पी.एस.सी के बारे मे सभी मुलभूत तथ्यो के बारे मे जानकारी देंगे। जिसमे इस आयोग द्वारा आयोजित की जाने वाली सभी प्रतियोगिता परीक्षा, तथा उनके संबंधी सभी पात्रता के पह्लूओ के बारे मे विस्तार से जानेंगे।
अगर आप प्रतियोगिता परीक्षा हेतू तैयारी कर रहे है तथा मध्य प्रदेश के निवासी है, तो ये जानकारी आपके लिये काफी फायदेमंद साबित हो सकती है। क्योंकी किसी भी परीक्षा की तैयारी करने से पूर्व उनके संबंधी सभी तरह की बुनियादी जानकारी होना अत्यंत आवश्यक होता है, जिससे सही दिशा मे तैयारी की जा सकती है। तथा समय समय पर आयोग द्वारा सूचित किये जाने वाली सुचनाये जुटा पाने मे मदद मिलती है।
MPPSC के बारे मे विस्तारपूर्वक पुरी जानकारी – MPPSC Information in Hindi
एम.पी.पी.एस.सी क्या है? – What Is MPPSC
जिस तरह हर राज्य के सरकारी विभाग मे अधिकारी तथा अन्य वर्ग के कर्मचारीयो के चयन हेतू प्रतियोगिता परीक्षा आयोग होते है, उसी प्रकार से एम.पी.पी.एस.सी यानी मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग एक आयोग है। जो मध्य प्रदेश के सरकारी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियो के चयन हेतू प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन करता है।
इस आयोग द्वारा वर्ग २ तथा वर्ग ३ के अधिकारियो का चयन किया जाता है, जिसमे सरकारी विभाग जैसे प्रशासनिक विभाग, पुलिस सेवा, तहसीलदार, परिवहन विभाग के निरीक्षक, बिक्री कर अधिकारी, जेल सहायक इत्यादी पदो की प्रतियोगिता परीक्षा द्वारा भर्ती की जाती है।
एम.पी.पी.एस.सी द्वारा कौनसे पदो के लिये चयन किया जाता है? – Which Post’s Recruitment Are Under MPPSC
कुछ महत्वपूर्ण सरकारी पदो की जानकारी संक्षेप मे निचे दी गई है, जिनका चयन मध्य प्रदेश लोकसेवा आयोग द्वारा की जाती है।
१. डेप्युटी कलेक्टर(उप जिला अधिकारी) – वर्ग २ अधिकारी
२. डेप्युटी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (उप पुलिस अधीक्षक) – वर्ग २ अधिकारी
३. जिला उत्पाद शुल्क अधिकारी – वर्ग २ अधिकारी
४. जिला रजिस्ट्रार( जिल्हा पंजीकरण अधिकारी) – वर्ग २ अधिकारी
५. राज्यों खाता सेवा विभाग अधिकारी – वर्ग २ अधिकारी
६. नायब तहसीलदार – वर्ग ३ अधिकारी
७. परिवहन सहायक निरीक्षक – वर्ग ३ अधिकारी
८. बिक्री कर निरीक्षक – वर्ग ३ अधिकारी
९. जेल सहायक – वर्ग ३ अधिकारी
इस तरह के कुल मिलाके ३५ विभिन्न तरह के वर्ग २ और वर्ग ३ दर्जे के अधिकारीयो का इस आयोग द्वारा चयन किया जाता है।
सालमे कितने बार इस परीक्षा का आयोजन होता है? – In A Year How Many Times This Exam Going To Be Held
साल मे एक बार इस परीक्षा का आयोजन किया जाता है, जिसके तीन चरण होते है जैसे के पूर्व परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार।
परीक्षा हेतू आवश्यक पात्रता – Eligibility For Exam
इस परीक्षा हेतू पात्रता के विभिन्न पह्लू होते है, जो के विस्तार से निचे समझाये गये है।
१. आयु – Age
इस परीक्षा के इच्छुक उम्मीद्वार की आयु कमसे काम २१ साल और ज्यादासे ज्यादा ३० साल की होनी चाहिये। हालाकि आयोग द्वारा सरकार द्वारा निर्धारित जाती, वर्ग तथा अन्य तथ्यो के आधार पर मान्य सभी तरह के आरक्षण दिये जाते है।
२. शिक्षा – Education
उम्मीद्वार ने कमसे कम ग्रेज्यूएशन या उसके समकक्ष शिक्षा पुरी करना इस परीक्षा हेतू अनिवार्य होता है।
आरक्षण संबंधित जानकारी (Reservation Regarding Information)
सरकारी आदेश तथा दिशानिर्देषो के अनुसार जाती वर्ग इत्यादी के आधार पर आरक्षण उम्मीद्वारो को दिया जाता है, इसके अलावा महिला उम्मीद्वार को ३३ प्रतिशत का पदो की भर्ती मे आरक्षण रखा जाता है।
इस परीक्षा से जुडा विज्ञापन कैसे पढे?(How To Read Exam Related Advertisement)
एम.पी.पी.एस.सी आयोग द्वारा समय समय पर इस परीक्षा संबंधी सुचनाये तथा दिशानिर्देष आधिकारिक वेबसाईट पर दिया जाते है। इसके अलावा मध्य प्रदेश सरकार द्वारा प्रकाशित होनेवाला साप्ताहिक’रोजगार निर्माण’ मे भी इस परीक्षा संबंधित अधिसूचना दी जाती है। तथा रोजगार संबंधी अखबारो मे भी आप इस परीक्षा के बारे मे जानकारी हासिल कर सकते है।
परीक्षा का पाठ्यक्रम – MPPSC Exam Syllabus
१. इतिहास:- भारत और मध्य प्रदेश का इतिहास (प्राचीन,मध्ययुगीन, आधुनिक इतिहास, स्वतंत्रता की मुहीम का इतिहास तथा उपनिवेशन के बाद का इतिहास, स्वतंत्रता सेनानी तथा उनके द्वारा स्थापित संघटन, कार्य और मुहीम इत्यादी के बारे मे जानकारी)
२. भूगोल:- भारत और मध्य प्रदेश का भूगोल (भौगोलिक स्थान, कला ,परंपरा, परंपरागत नृत्य के प्रकार तथा संगीत के बारे मे जानकारी, खेती, महत्वपूर्ण जगह तथा शहर, परिवहन संबंधी जानकारी, व्यापार, भारत की नदिया, पर्वत इत्यादी के विषय मे जानकारी)
३. विज्ञान:- भौतिक विज्ञान, रसायन विज्ञान, वनस्पती विज्ञान, जीव विज्ञान, दर्शन शास्त्र
४. गणित:- संख्याये, बॉडमॉस का नियम, गणना, मुनाफा – नुकसान, औसत, प्रतिशत, सरल और चक्रवृद्धि ब्याज, एकात्मक विधि, अल्जेब्रिक एक्स्प्रेशन, काम- समय- अंतर इत्यादी संबंधी गणित के प्रश्न
५. तर्क पर सवाल:- इसके दो प्रकार होते है जैसे के ;
वर्बल रेजोनिंग :- इसमे अंक श्रृंखला,लेटर श्रृंखला , कोडींग और डीकोडींग,सिटींग अर्रेंजमेंट, ऑड वन आउट, युक्तिवाक्य इत्यादी शामिल होते है।
नॉन वर्बल रेजोनिंग:- फिगर कम्प्लीशन, पेपर कटिंग, पेपर फोल्डिंग, डायस, मिरर इमेज, वाटर इमेज, फिगर इमेज इत्यादी शामिल होते है।
६. सामान्य विज्ञान:- दुनिया की सबसे बडी तथा छोटी चीजे, सबसे लंबी तथा सबसे नाटी चीजे, सबसे उचाई पर तथा सबसे गहरी चीजे, प्रसिध्द जगह, महत्वपूर्ण दिवस तथा तारीख इत्यादी शामिल होते है।
७. जागतिक, भारत की तथा मध्य प्रदेश से जुडी सम सामायीकी
८. भारतीय अर्थव्यवस्था:- इसमे भारत के अर्थव्यवस्था से जुडी महत्वपूर्ण बाते, कर व्यवस्था, बँक, मध्य प्रदेश से जुडी अर्थ व्यवस्था से जुडे सवाल पुछे जाते है।
९. राज्यशास्त्र:- भारत का संविधान, राज्यो की निर्मिती , पंचायत राज, विधान सभा , लोकसभा, राज्यसभा, चुनाव आयोग इत्यादी से जुडी जानकारी पे सवाल पुछे जाते है।
परीक्षा का प्रारूप (Exam Format)
जैसे के ये परीक्षा तीन चरणो मे ली जाती है; इस तरह से हम यहा आपको तीनो चरणो के परीक्षा की जानकारी देने वाले है।
१. एम.पी.पी.एस.सी प्रिलीम ( पूर्व परीक्षा – MPPSC Prelim Exam)
ये बहुविकल्प लिखित परीक्षा होती है जिसमे दिये गये चार विकल्पोमे से एक सही विकल्प का चयन करना होता है। कुल दो तरह के पेपर देने होते है जिसमे प्रत्येक पेपर २०० अंक का होता है, इस तरह से पूर्व परीक्षा ४०० अंक की होती है।
पेपर १ – सामान्य अध्ययन- २०० अंक (२ घंटे )
पेपर २ – सामान्य योग्यता परीक्षा – २०० अंक (२ घंटे)
पेपर १ मे आपको इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, राज्यशास्त्र, सम सामायीकी, विज्ञान इत्यादी विषयो पर सवाल पुछे जाते है।
पेपर २ मे आपको तर्क, गणित इत्यादी विषयो पर सवाल पुछे जाते है।
२. एम.पी.पी.एस.सी मुख्य परीक्षा (MPPSC Main Exam)
मुख्य परीक्षा मे कुल ६ पेपर होते है, तथा मुख्य परीक्षा को कुल १४०० अंक होते है
- पेपर १ – सामान्य अध्ययन १ – ३०० अंक (३ घंटे)
- पेपर २ – सामान्य अध्ययन २ – ३०० अंक (३ घंटे)
- पेपर ३ – सामान्य अध्ययन ३ – ३०० अंक (३ घंटे)
- पेपर ४ – सामान्य अध्ययन ४ – २०० अंक (३ घंटे)
- पेपर ५ – हिंदी – २०० अंक (३ घंटे )
- पेपर ६ – हिंदी निबंध – १०० अंक ( २ घंटे)
नोट:- परीक्षा अंक के सामने विशिष्ट पेपर को आयोग द्वारा तय किया गया समय कोष्ठक मे दिया गया है।
३. साक्षात्कार (Interview)
ये परीक्षा का अंतिम चरण होता है जिसे कुल अंक १७५ होते है, जो उम्मीद्वार ये चरण सफलतापूर्वक पार कर लेते है, उन्हे अंतिमतः चयनित घोषित किया जाता है।
इस परीक्षा के लिये तैयारी कैसे करे? – How to Prepare for MPPSC
इस परीक्षा हेतू सभी विषयो संबंधी बुनियादी जानकारी होना अत्यंत आवश्यक होता है, इसके लिये मध्य प्रदेश शिक्षा मंडल के तथा एन.सी.इ.आर.टी शिक्षा मंडल के कक्षा ५ से लेकर १२ तक के सभी विषय की किताबे पढना अत्यंत आवश्यक होता है।
युपीएससी के लिये सूचित किये गये सभी किताबो द्वारा पढाई भी इस परीक्षा की तैयारी हेतू अत्यंत आवश्यक होता है। जैसे के परीक्षा मे कौनसा सवाल पूछा जा सकता है ये तय नही होता, इसलिये उचित मार्गदर्शन द्वारा किताबो का चयन और उस तरीके से पढाई करना आपके लिये फायदेमंद साबित हो सकता है।
इसके अलावा रोजाना का अखबार पढना तथा सम सामायीकी से जुडे किताब भी आपके लिये लाभदायी होता है। रोजाना कमसे कम ५-६ घंटे पढाई करना अत्यंत आवश्यक होता है। इसके अलावा जिन्होने ये परीक्षा उत्तीर्ण की हो ऐसे लोगो के इंटरनेट द्वारा मार्गदर्शन पर व्हीडीओ देखना भी आपके लिये प्रेरणा का काम करता है तथा सही दिशा मे पढाई करने के लिये भी मददगार साबित होता है।
इस परीक्षा के पिछले सालो के प्रश्नपत्र को हल करने की जितना हो सके अधिक कोशिश करते रहना चाहिये, इससे परीक्षा का प्रारूप ठीक तरह से समझ मे आता है, तथा आत्मविश्वास बढने मे मदद मिलती है ।
कुछ महत्वपूर्ण किताबे (Important Books Suggestion)
१. एन.सी.ई.आर.टी कक्षा ५ से १२ तक की सभी विषयो की किताबे
२. प्राचीन भारत – डी डी कौसंबी
३. इंडिअन पॉलिटी – एम .लक्ष्मीकांत
४. इंडिअन आर्ट & कल्चर – नितीन सिंघानिया
५. गणित और रेजोनिंग – आर एस अग्रवाल
ये सभी किताबे आपको इस आयोग द्वारा ली जाने वाली विभिन्न तरह की परीक्षा हेतू लाभदायी होती है।
साक्षात्कार के लिये तैयारी कैसे करे?(How To Prepare For Interview)
साक्षात्कार मे आपके ज्ञान के साथ आपमे मौजूद समय सूचकता, आत्मविश्वास, आपका दृष्टीकोन, साहस, शिष्टाचार, सच्चाई इत्यादी चीजो की परख की जाती है। इसलिये हमेशा आत्मविश्वास से पूर्ण होकर पुछे गये सवाल का सच्चाई के साथ जवाब देना चाहिये।
इसके तैयारी के लिये आप उचित मार्गदर्शन द्वारा तैयारी कर सकते है तथा विशेषग्य व्यक्तियो से सलाह मशवरा जरूर लेने की कोशिश किजीये।
निष्कर्ष (Conclusion):-
जैसे के इस आयोग द्वारा विभिन्न परीक्षाओ का आयोजन होता है, पर आपको इस तरह के प्रतियोगिता परीक्षा को उत्तीर्ण करने के लिये बुनियादी तौर पर सभी विषयो का अध्ययन अनिवार्य होता है। दिये गये जानकारी द्वारा आपको इस आयोग के बारे मे सभी मुलभूत जानकारी देना केवल हमारा उद्देश्य था, और अधिक जानकारी के लिये आपने आयोग के आधिकारिक संकेत स्थल पर भेंट देना उचित होगा।
एम.पी.पी.एस.सी इस विषय पर बार बार पुछे जाने वाले सवाल (FAQ)
१. एम.पी.पी.एस.सी परीक्षा का साल मे कितने बार आयोजन होता है?
जवाब :- एम.पी.पी.एस.सी आयोग के अंतर्गत विभिन्न पदो के लिये अलग अलग समय पर परीक्षाये सालभर मे ली जाती है, परंतु वर्ग २ और वर्ग ३ के अधिकारी पदो के लिये साल मे केवल एक बार परीक्षा होती है जो सालभर पूर्व परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार जैसे तीन चरणो मे होती है।
२. एम.पी.पी.एस.सी परीक्षा द्वारा कौनसे पदो के लिये चयन किया जाता है?
जवाब:- वर्ग २ और ३ के अधिकारी जैसे के डेप्युटी कलेक्टर(उप जिला अधिकारी), डेप्युटी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस (उप पुलिस अधीक्षक), जिला उत्पाद शुल्क अधिकारी, नायब तहसीलदार, परिवहन सहायक निरीक्षक इत्यादी तथा अन्य कर्मचारी वर्ग के पदो के लिये चयन किया जाता है।
३. क्या डेप्युटी कलेक्टर(उप जिला अधिकारी) कभी जिला अधिकारी बन सकता है?
जवाब:- लगभग कुछ वर्षो के सेवा अंतराल के बाद डेप्युटी कलेक्टर व्यक्ती कलेक्टर बन पाता है, लगभग १५ सालो की सेवा मे यह पदोन्नति बदलाव हो सकता है।
४. क्या एम.पी.पी.एस.सी परीक्षा के लिये कला शिक्षाधारा से स्नातक की पढाई पुरी की गये छात्र हिस्सा ले सकते है?
जवाब:- हा, किसी भी शिक्षधारा मे न्यूनतम स्नातक तक की पढाई पुरी किये छात्र इस परीक्षा मे हिस्सा ले सकते है।
५. एम.पी.पी.एस.सी परीक्षा के लिये कौनसी किताबे पढना उचित होगा?
जवाब:- इस विषय मे अधिक जानकारी के लिये पुरे लेख को पढिये, हमने इस जानकारी को लेख मे शामिल किया है।