Mahatma Gandhi Books
महात्मा गांधी जिनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था जिन्हें कौन एक अच्छे नेता के रूप में नहीं पहचानता, जिन्होनें सत्य और अहिंसा के मार्ग पर चलकर भारत को आजादी दिलाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
महात्मा गांधी, जो कि न सिर्फ एक अच्छे नेता थे बल्कि एक अच्छे लेखक भी थे। जिन्होनें कई किताबें लिखी। महात्मा गांधी का सफर काफी संघर्ष भरा रहा है। लेकीन महात्मा गांधी ने कभी लिखना नहीं छोड़ा उन्होनें जिंदगी के हर उतार-चढ़ाव का अपनी किताबों में बखूबी उल्लेख किया है यही नहीं महात्मा गांधी जी ने भारत को आजाद कराने की लड़ाई, सत्याग्रह आंदोलन का भी अपनी किताबों मे बखूबी वर्णन किया है।
महात्मा गांधी जी की द्वारा लिखी कुछ किताबें – Mahatma Gandhi Books
इसके साथ ही महात्मा गांधी जी ने हरिजन, इंडियन ओपिनियन, यंग इंडिया और नवजीवन में संपादक के तौर पर काम किया। वे इन समाचार पत्रों के माध्यम से बहस, संवादों के जरिए अपने विचारों को आगे बढ़ाते थे। इसके अलावा उन्होनें लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से रोजाना किसी समाचार पत्र या फिर किसी व्यक्ति विशेष के बारे में लिखा करते थे। गांधी जी ने अपनी आत्मकथा भी लिखी थी।
महात्मा गांधी के द्वारा लिखी गईं पुस्तकों की सूची इस प्रकार है –
- हिन्द स्वराज – लेखक : महात्मा गांधी (1909)
महात्मा गांधी ने हिन्द स्वराज पर पुस्तक लिखी। हिन्द स्वराज में उन्होनें अपने राजनीतिक जीवन के बारे में उल्लेख किया है साथ ही हिन्द स्वराज गांधी जी के महत्वपूर्ण कामों में से भी एक हैं। हिन्द स्वराज में गांधी जी भारतीय स्वतंत्रता और पश्चिमी सभ्यताओं की आलोचनाओं के लिए एक गाइड प्रदान करते हैं।
आपको बता दें कि गांधी जी की पुस्तक हिन्द स्वराज को अंग्रेजों ने भारत में प्रतिबंधित कर दिया था। महात्मा गांधी ने हिन्द स्वराज को साल 1909 में लिखा जब भारत में ब्रिटिश शासनकाल खत्म हो रहा था।
- Satyagraha in South Africa (1924, English Translation 1928) “दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह”
दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह पुस्तक महात्मा गांधी के द्धारा लिखी गई प्रिय पुस्तकों में एक हैं। इस पुस्तक में दक्षिण अफ्रीका में गांधी जी के संघर्ष के वर्णन किया गया है साथ ही ये पुस्तक, ब्रिटिशों के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका में गांधी जी के अहिंसक प्रतिरोध का एक आत्मकथात्मक खाता भी है।
ये पुस्तक हिन्द स्वराज की तुलना में काफी बड़ी है। इस पुस्तक में 50 छोटे अध्याय हैं और करीब 300 लंबे पेज हैं।
- मेरे सपनों का भारत (India of my Dreams)
मेरे सपनों का भारत महात्मा गांधी के द्धारा लिखी गई प्रमुख पुस्तकों में से एक है। इस पुस्तक में महात्मा गांधी के लेखन और भाषणों के अनुच्छेदों का संग्रह हैं। भारतीय संस्कृति के अलग-अलग पहलूओं और विरासत के बारे में इस पुस्तक में विस्तार से वर्णन किया गया है।
साथ ही गांधी जी की ये किताब पूर्ण स्वतंत्र और स्वतंत्र भारत की कल्पना पर आधारित है। गांधी जी की इस पुस्तक में बदलते सामाजिक-राजनीतिक और आर्थिक परिदृश्य की तुलना बखूबी की गई है साथ ही महात्मा गांधी ने इस किताब के माध्यम से अपने बेहतरीन अनुभवों को भी साझा किया है।
आपको ये भी बता दें कि, इस पुस्तक के लेखक महात्मा गांधी ने ऐसे भारत की कल्पना की है जो कि स्वतंत्र और मजबूत है। इसके साथ ही इस किताब में महात्मा गांधी ने स्वराज के विचार और दर्शन के बारे में भी चर्चा की है।
उन्होनें लिखा की जब तक कोई बुरा बर्ताव नहीं किया जाता तब तक अधिकार का विरोध करने के लिए क्षमता का अधिग्रहण नहीं होता है। ‘मेरे सपनों का भारत’ पुस्तक वाकई कई लोगों के लिए एक प्रेरणा स्त्रोत है।
- Village Swaraj by Mahatma Gandhi ( ग्राम स्वराज)
ग्राम स्वराज भी महात्मा गांधी के द्वारा लिखी गई काफी मशहूर पुस्तकों में से एक हैं। इस किताब में महात्मा गांधी ने ग्राम पंचायतों के संगठन के माध्यम से आर्थिक और राजनीतिक शक्ति के विकेन्द्रीकरण पर भी गांधी ने विचार दिए हैं, ताकि लोगों के बीच सामूहिक गतिविधि की क्षमता विस्तार रूप में फैल सके।
ग्राम स्वराज पुस्तक में गांधी जी ने कृषि, गांव उद्योग, पशुपालन, परिवहन, बुनियादी शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वच्छता समेत ग्रामीण जीवन के अलग-अलग पहलूओं पर अपने विचार रखें हैं। वहीं ये पुस्तक गांधी जी की सबसे ज्यादा पढ़ी जाने वाली पुस्तकों में से एक है और लोगों के लिए एक प्रेरणास्त्रोत भी है।
- An Autobiography or The Story of My Experiments with Truth (1927) (“एक आत्मकथा या सत्य के साथ मेरे प्रयोग की कहानी”)
एक आत्मकथा और सत्य के साथ मेरी प्रयोग की कहानी, महात्मा गांधी के द्धारा लिखी गई मशहूर पुस्तक है। महात्मा गांधी की ये पुस्तक काफी पढ़ी जाती है। आपको बता दें कि एक आत्मकथा या सत्य के साथ मेरी प्रयोग की कहानी पुस्तक, महात्मा गांधी के द्धारा लिखी गई किताबों में सबसे लंबी किताब है जिसमें 181 अध्याय हैं और करीब 600 लंबे पेज हैं।
इस किताब में गांधी जी ने 1920 तक अपने जीवन का व्यक्तिगत और अध्यात्मिक वर्णन किया है। इसके साथ ही उन्होनें इस किताब में अपने जीवन से जुड़ी कुछ मुख्य ऐतिहासिक घटनाओं का भी वर्णन किया है। महात्मा गांधी ने ‘एक आत्मकथा, या सत्य के साथ मेरे प्रयोग की कहानी’ पुस्तक में राजनीति, धर्म, नैतिकता और आहार के बारे में अपनी मान्यताओं के विकास की पड़ताल की है।
इसके साथ ही महात्मा गांधी ने इस किताब में अपने जीवन के सिद्धान्तों के बारे में और उन्होनें अपने कठोर दृढ़संकल्प और आत्मविश्वास के बारे में भी वर्णन किया है। वहीं महात्मा गांधी की ये पुस्तक लोगों के अंदर आत्मविश्वास बढ़ाती है।
- रचनात्मक कार्यक्रम- इसका अर्थ और स्थान ( Constructive Program- Its Meaning and Place)
रचनात्मक कार्यक्रम, महात्मा गांधी के द्वारा बनाया गए एक शब्द है। यह एक समुदाय के अंदर संरचनाओं, प्रणालियों, प्रक्रियाओं या संसाधनों का निर्माण करने के लिए अहिंसक कार्रवाई का वर्णन करता है।
यह पुस्तक सफल संस्थानों के निर्माण को समझने में उपयोगी साबित होती है जो विघटनकारी नहीं हैं और इसके साथ ही निर्माण करने की क्षमता भी है। महात्मा गांधी ने इस पुस्तक के माध्यम से अपने मूल सिद्धांत पर किसी समुदाय में सुधार करने की कोशिश की है।
महात्मा गांधी द्वारा लिखी गईं बाकी पुस्तकों के नाम इस प्रकार हैं –
- एक आत्मकथा – सत्य के साथ मेरे प्रयोग की कहानी
- हिंद स्वराज या भारतीय गृह नियम
- स्वास्थ्य की कुंजी
- ये महात्मा गांधी के लेखन की संकलन हैं-
- ए गांधी एंथोलॉजी – भाग 1 ( A Gandhi Anthology – Part I )
- ए गांधी एंथोलॉजी – भाग II (A Gandhi Anthology – Part II)
- All Men Are Brothers ( ऑल मैन आर ब्रदर्स)
- रचनात्मक कार्यक्रम – इसका अर्थ और स्थान ( Constructive Programme – Its Meaning And Place)
- गांधी से एपिग्राम्स ( Epigrams From Gandhi )
- नैतिक धर्म – Ethical Religion
- येरावदा मंदिर (आश्रम पर्वत) से – From Yeravda Mandir (Ashram Observances)
- मोहन माला (एक गांधीवादी रोज़री) – Mohan Mala (A Gandhian Rosary)
- शिक्षा पर मेरे विचार- My Views on Education
- चयनित पत्र- Selected Letters
- गांधी से चयन ( Selections From Gandhi)
- गांधी के अनुसार गीता- The Gita According To Gandhi
- महात्मा गांधी का मन – The Mind Of Mahatma Gandhi
- शाकाहार के नैतिक आधार- The Moral Basis Of Vegetarianism
- गीता की अध्यापन – The Teaching Of The Gita
- गांधी के शब्द – The Words Of Gandhi
- नई शिक्षा के लिए – Towards New Education
- सरपरस्ती -Trusteeship
- चरित्र और राष्ट्र निर्माण – Character & Nation Building
- गीता पर व्याख्यान – Discourses On Gita
- गांधी जी उम्मीदें – Gandhiji Expects
- भारत का मेरा सपना – India Of My Dream
- औद्योगिक और कृषि जीवन और संबंध – Industrial And Agrarian Life And Relations
- स्वास्थ्य की कुंजी – Key To Health
- हे भगवान – My God
- मेरा धर्म – My Religion
- सच्चाई भगवान है – Truth is God
- प्रकृति इलाज – Nature Cure
- पंचायत राज – Panchayat Raj
- भगवान के लिए मार्ग – Pathway To God
- दुआ – Prayer
- रामानमा – Ramanama
- दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह – Satyagraha In South Africa
- आत्म संयम बनाम,आत्म भोग – Self Restraint Vs Self Indulgence
- हिंदू धर्म का सार – The Essence of Hinduism
- कानून और वकील – The Law And The Lawyers
- गीता का संदेश – The Message Of Gita
- सांप्रदायिक सद्भावना का रास्ता- The Way To Communal Harmony
- सत्य भगवान है – Truth Is God
- ग्राम इंडस्ट्रीज- Village Industries
- गांव स्वराज- Village Swaraj
ऊपर दी गईं सभी पुस्तकें हमें गांधी जी के दूरदर्शी महान विचारों को दर्शाती हैं।
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नोट: अगर आपके पास महात्मा गांधी की और भी अच्छे किताबों के बारे में जानकारी है तो जरुर कमेंट में बताये अच्छे लगने पर हम उन्हें Mahatma Gandhi Books in Hindi इस article में जरुर शामिल करेगें।
My experiments with truth Gandhiji ki pustak hai
गाँधीजी की सम्पूर्ण जीवनी को एक किताब मेँ समाहित करो तो बहुत सरल होगा by S.K.J.
You don’t have written why Gandhi ji start writing books
Very nice info about books by gandhiji.
I would love read them.
Thanks