महाराष्ट्र पर्यटन स्थलों की जानकारी | Maharashtra tourism places

Maharashtra tourism

महाराष्ट्र विदेशी पर्यटकों द्वारा भारत में सबसे अधिक देखा जाने वाला एक राज्य है। 2014 में 4.3 मिलियन से अधिक विदेशी पर्यटकों ने यहा आधिकारिक यात्रा की है। महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में लोकप्रिय और श्रद्धेय धार्मिक स्थान है। औरंगाबाद महाराष्ट्र की पर्यटन राजधानी है।

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महाराष्ट्र पर्यटन की जानकारी | Maharashtra tourism

महाराष्ट्र राज्य भारत देश के दक्षिण मध्य भाग में स्थित है। 405,700 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ यह राज्य क्षेत्रफल की दृष्टि से भारत का तीसरा बाद राज्य है। वहीं अगर बात की जाए जनसंख्या की तो इस दृष्टि से महाराष्ट्र भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है।

इस राज्य के पड़ोसी राज्य हैं – मध्यप्रदेश, गुजरात, तेलंगाना, कर्नाटक, गोवा, दादरा एवं नगर हवेली

इस राज्य में बहने वाली प्रमुख नदियां हैं – गोदावरी, पेन गंगा, मुला, भीमा, पूर्णा एवं पंचगंगा।

महाराष्ट्र राज्य की राजधानी है, मुम्बई। वही इस राज्य की पर्यटन राजधानी औरंगाबाद है। मुम्बई शहर महाराष्ट्र राज्य की राजधानी होने के साथ – साथ भारत देश की आर्थिक राजधानी भी है। जिसका एक प्रमुख कारण यह है कि अपनी उच्च GDP अर्थात सकल घरेलू उत्पाद के कारण महाराष्ट्र राज्य भारत के सबसे धनी राज्य के रूप में जाना जाता है।

भारत की आर्थिक राजधानी होने की वजह से महाराष्ट्र राज्य में प्रमुख बैंकों, शीर्ष बीमा कंपनियों वित्तीय संस्थानों इत्यदि के मुख्यालय स्थापित किये गए हैं।

भारत देश मे आने वाले विदेशी पर्यटकों के मध्य महाराष्ट्र राज्य सबसे अधिक लोकप्रिय है। महाराष्ट्र राज्य अपने सुंदर समुद्री तटोंए विभिन्न पहाड़ियों एवं अद्भुत प्राकृतिक सुंदरता के लिए पूरे देश मे प्रसिद्ध है। महाराष्ट्र राज्य का इतिहास भी अत्यंत रोचक है। यहाँ पर स्थित कई स्मारकए किले एवं संग्रहालय इस राज्य के समृद्ध इतिहास की कहानी बयां करते हैं।

महाराष्ट्र राज्य में कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं जहाँ पर दूर दूर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं। महाराष्ट्र राज्य के नासिक शहर में हर तीसरे वर्ष आयोजित होने वाला कुम्भ मेला देश भर के श्रद्धालुओं के मध्य आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। अरब सागर के पास स्थित होने की वजह से इस राज्य में कई ऐसे समुद्री तट हैं जो यहाँ आने वाले पर्यटकों को सुकून भारी शाम बिताने में मदद करते हैं।

महाराष्ट्र राज्य की राजधानी मुम्बई भारतीय सिनेमा की नगरी है। यह शहर पूर्वी न्यूयॉर्क के नाम से प्रसिद्ध है। देश विदेश से आने वाले पर्यटक महाराष्ट्र राज्य के भ्रमण में अत्यंत रुचि दिखाते हैं।

इस पर्यटन के उद्देश्य से ऐसी बहुत सी चीजें हैं जो पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती है। हर उम्र के लोगो के बीच महाराष्ट्र राज्य के प्रति आकर्षण देखने को मिलता है। आप चाहे कपल के रूप में महाराष्ट्र भ्रमण पर जाना चाहते हैं या फिर परिवार के साथ छुट्टियां बिताने का प्रोग्राम बना रहे हैए हर तरह से महाराष्ट्र राज्य एक बेहतर भ्रमण स्थल है।

महाराष्ट्र राज्य में प्रयोग की जाने वाली मुख्य भाषा – Maharashtra Language

महाराष्ट्र राज्य की मुख्य भाषा मराठी है। इसके अलावा यहाँ हिंदी एवं अंग्रेजी भाषा भी बोली एवं समझी जाती है।

महाराष्ट्र राज्य का खान – पान एवं वेश भूषा – Maharashtra Food And Maharashtrian Clothes

जब महाराष्ट्र राज्य के खान.पान की बात की जाती तो दिमाग मे जो पहला शब्द आता है वो है, भेलपूरी। महाराष्ट्र की भेलपुरी पूरे देश मे प्रसिद्ध है। अगर आप महाराष्ट्र जाते है तो आपको लगभग हर गली में भेलपुरी खाने को मिल जाएगी।

इसके अलावा भी महाराष्ट्र राज्य के व्यंजनों में बहुत सी चीजें प्रसिद्ध हैं, जिनमे शामिल है, बड़ा, पूरन पोली, दही बटाटा पूरी, पापड़ी चाट, पाव भाजी के साथ मिर्ची कचौरी एवं पानी पूरी। इन सबके अलावा यहां का पोहा, साबूदाना बड़ा, फिरनी, मालपुआ, अरबन तड़का इत्यादि मुख्य व्यंजनों में शामिल है। अगर आप महाराष्ट्र भ्रमण पर जाते हैं, तो आप इन व्यंजनों का स्वाद लेना मत भूलिएगा, अन्यथा आपका भ्रमण अधूरा ही रह जायेगा।

अगर बात की जाए महाराष्ट्र राज्य के पारम्परिक परिधान की तो यहाँ की महिलाओं का पारम्परिक परिधान पारम्परिक मराठी साड़ी एवं चोली है, वही पुरुषों का पारम्परिक परिधान धोती एवं साधारण पेथा है। वर्तमान समय मे बदलते जमाने के अनुसार यहाँ भी लोग हर तरह के कपड़े पहनने लगे हैं, परन्तु शादी विवाह एवं तीज.त्यौहार के अवसर पर यहाँ के लोगो को उनके पारम्परिक वेश – भूषा में देखा जा सकता है।

महाराष्ट्र राज्य का वातावरण – Maharashtra Weather

बताया जाता है कि महाराष्ट्र राज्य में गर्मी के मौसम में औसत तापमान 43℃ रहता है वहीं ठंड के मौसम में औसत तापमान 20℃ रहता है।

महाराष्ट्र राज्य कैसे पहुंचे – How To Reach Maharashtra

महाराष्ट्र राज्य में परिवहन हेतु सड़क, रेल एवं हवाई मार्ग की सुविधा उपलब्ध है। यहाँ पहुचने के लिए आप बस, ट्रेन अथवा फ्लाइट की सुविधा ले सकते हैं।

  • महाराष्ट्र राज्य में एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है जो यहाँ की राजधानी मुम्बई में स्थित है, यहाँ से देश – विदेश के लिए फ्लाइट्स का आवागमन होता है। इसके अलावा इस राज्य में कई डॉमेस्टिक एयरपोर्ट है, जहाँ से देश के विभिन्न हिस्सों के लिए फ्लाइट्स की सुविधा उपलब्ध है।
  • महाराष्ट्र राज्य में रेलवे नेटवर्क का जाल बिछा हुआ है। यहाँ से देश के लगभग हर हिस्से के लिए ट्रेन की सुविधा उपलब्ध है।
  • महाराष्ट्र राज्य में सड़क परिवहन की भी अच्छी सुविधा उपलब्ध है। यहाँ से भारत के प्रमुख राज्यो के लिए बस की सुविधा उपलब्ध है

महाराष्ट्र राज्य के मुख्य पर्यटन स्थल – Maharashtra Tourist Places

भारत का महाराष्ट्र राज्य पर्यटन की दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण राज्य है। देश – विदेश से आने वाले पर्यटकों के मध्य महाराष्ट्र राज्य के प्रति अत्यधिक आकर्षण देखने को मिलता है। आकड़ो की माने तो विदेशों से आने वाले पर्यटकों में से सबसे अधिक पर्यटक महाराष्ट्र राज्य में भ्रमण हेतु आते हैं।

आईये जानते हैं महाराष्ट्र राज्य के उन स्थलों के बारे में जो भ्रमण की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है।

धार्मिक स्थल – Religious Place in Maharashtra

महाराष्ट्र राज्य में कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जो दर्शन की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। और देश के कोने कोने से आस्था से जुड़े योग यहाँ आते हैं।

आईये जानते हैं महाराष्ट्र राज्य के प्रमुख धार्मिक स्थलों के बारे में –

  • सिद्धिविनायक मंदिर – Siddhivinayak Temple

सिद्धिविनायक मंदिर गणेश जी का सबसे प्रसिद्ध मंदिर है। इस मंदिर का निर्माण सन 1809 में हुआ था। उसके बाद कई बार इस मंदिर का पुनर्निर्माण हो चुका है। यह मंदिर 20,000 वर्ग फ़ीट के क्षेत्रफल में फैला हुआ है।

इस मंदिर के प्रति लोगों का अटूट विश्वास है। देश – विदेश से लोग इस मंदिर में दर्शन हेतु आते हैं।

सिद्धिविनायक मंदिर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:

  • यह मंदिर मुम्बई के बांद्रा रेलवे स्टेशन से 7.4 किमी की दूरी पर है।
  • प्रवेश.शुल्क – निःशुल्क।
  • साईं बाबा मंदिर – Sai Baba Temple Shirdi

महाराष्ट्र के शिरडी में स्थित साईं जी का यह मंदिर भारत के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है। सन 1918 में साईं बाबा एक मस्जिद बना कर शिरडी में ही रहने लगे थे। बाद में इसी मस्जिद का पुनर्निर्माण कर के एक भव्य मंदिर की स्थापना किया गया।

इस मंदिर से जुड़ी यह मान्यता है कि इस मंदिर से कोई भी व्यक्ति खाली हाँथ नही जाता है, फिर वो चाहे किसी भी धर्म से जुड़ा हो। इस मंदिर में हर धर्म के लोग देश – विदेश से दर्शन के लिए आते हैं।

साईं बाबा मंदिर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:

  • पता – शिरडी ताल, अहमदनगर, महाराष्ट्र।
  • यह मंदिर मुम्बई शहर से 300 किमी की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर का निकटतम रेलवे स्टेशन साईं नगर रेलवे स्टेशन है जो कि यहाँ से 0.5 किमी की दूरी पर है। इसके अलावा यह से 16 किमी की दूरी ओर कोपरगाँव रेलवे स्टेशन है, एवं लगभग 58 किमी की दूरी पर मनमाड जंक्शन है।
  • समय सारणी – यहाँ घूमने में लगभग 1 घंटे का समय लग जाता है।
  • प्रवेशशुल्क – निःशुल्क।
  • महालक्ष्मी मंदिर – Mahalaxmi Mandir

महाराष्ट्र राज्य के कोल्हापुर में स्थित महालक्ष्मी मंदिर देवी माँ के विभिन्न शक्तिपीठो में से एक है। यह मंदिर समुद्र के किनारे बना हुआ हैए जिसकी वजह से इसकी सुंदरता देखने लायक है। इस मंदिर का इतिहास अत्यंत रोचक है। दूर – दूर से लोग इस मंदिर में देवी माँ के दर्शन हेतु आते हैं।

महालक्ष्मी मंदिर से जुड़ी मुख्य जानकारियां:

  • यह मंदिर कोल्हापुर रेलवे स्टेशन से लगभग 62 किमी की दूरी पर है। यह मंदिर मुम्बई से 16.3 किमी की दूरी पर है।
  • समय सारणी – यहाँ घूमने में लगभग 1 घंटे का समय लग जाता है।
  • प्रवेश.शुल्क. निःशुल्क।
  • भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग मंदिर – Bhimashankar Temple

इस मंदिर में भगवान शिव के प्रसिद्घ ज्योतिर्लिंगों में से एक स्थित है। यह शिव जी का अत्यंत प्राचीन मंदिर है जो सह्याद्रि पर्वत पर स्थित है। इसके पास से भीमा नदी बहती है।

भीमाशंकर मंदिर से जुड़ी मुख्य जानकारियां:

  • यह मंदिर महाराष्ट्र राज्य के पुणे शहर से 109.6 किमी की दूरी पर स्थित है।
  • समयसारणी – यहां घूमने में 1 से 2 घण्टे का समय लग जाता है।
  • प्रवेश.शुल्क. निःशुल्क।
  • त्रयंबकेश्वर मंदिर – Trimbakeshwar Temple

इस मंदिर में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक स्थित है। यह मंदिर गोदावरी नदी के तट पर स्थित है। इस मंदिर के अंदर एक छोटे से गड्ढे में तीन लिंग स्थित है, जो हिंदुओ के तीन देव ब्रम्हा, विष्णु एवं शिव शंकर के प्रतीक हैं। इस मंदिर में 700 सीढ़ियों की चढ़ाई करके ऊपर जाने पर यहाँ रामकुंड एवं लक्ष्मण कुंड के दर्शन करने को मिलता है, साथ ही इस ऊंचाई से गोदावरी नदी को गोमुख से निकलते हुए देखा जा सकता है।

त्रयम्बकेश्वर मंदिर से जुड़ी मुख्य जानकारियां:

  • यह मंदिर महाराष्ट्र के नासिक शहर में स्थित है। नासिक रेलवे स्टेशन से इस मंदिर की दूरी 38.8 किलोमीटर की है।
  • समय सारणी – यहाँ घूमने में 1 से 2 घंटे का समय लग जाता है।
  • प्रवेश.शुल्क. निःशुल्क।
  • घृष्‍णेश्‍वर मंदिर – Grishneshwar Temple

इस मंदिर को घुश्मेश्वर के नाम से भी जाना जाता है। यहाँ पर शिव जी के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक स्थित है। यह मंदिर महाराष्ट्र राज्य के संभाजीनगर के समीप स्थित है।

घृष्णेश्वर मंदिर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:

  • यह मंदिर औरंगाबाद रेलवे स्टेशन से 29 किमी की दूरी पर स्थित है।
  • समय सारणी – यहाँ घूमने में 1 से 2 घण्टे का समय लग जाता है।
  • प्रवेश.शुल्क. निःशुल्क।

ऐतिहासिक स्थल – Historical Places in Maharashtra

महाराष्ट्र इतिहास की दृष्टि से एक धनी राज्य है। यहाँ कई ऐसे ऐतिहासिक स्थल हैए जिसे देखने के लिए देश विदेश से पर्यटक आते हैं।

आइए जानते हैं महाराष्ट्र राज्य के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों के बारे में –

  • गेटवे ऑफ इंडिया – Gateway of India

गेटवे ऑफ इंडिया महाराष्ट्र राज्य के मुम्बई शहर के दक्षिण में समुद्री तट के पास स्थित एक प्रवेश द्वार है। इस प्रवेश द्वार की स्थापना राजा जॉर्ज पंचम एवं रानी मैरी के आगमन के यादगार के रूप में कराया गया था। इसका निर्माण कार्य 21 मार्च 1913 में शुरू हुआ था, जो कि सन 1924 में बनकर तैयार हुआ था। इस प्रवेश द्वार के पास पर्यटकों के लिए नौका विहार की सेवा उपलब्ध है।

गेटवे ऑफ इंडिया से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:

  • गेटवे ऑफ इंडिया मुम्बई मुख्य शहर से 25 किमी की दूरी पर स्थित है।
  • यह पर्यटकों के लिए 24×7 खुला रहता है।
  • प्रवेश शुल्क – निःशुल्क।
  • अजंता की गुफाएं – Ajanta Caves

ये बौद्ध स्मारक गुफाएं हैं, जिनका निर्माण 29 चट्टानों को काटकर किया गया था। अजंता की गुफा को सन 1983 में विश्व धरोहर में शामिल किया गया था।

अजंता की गुफा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:

  • यह गुफा औरंगाबाद शहर से 102 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
  • समय सारणी – यहाँ घूमने में 2 से 3 घंटे का समय लग जाता है।
  • बीबी का मकबरा – Bibi Ka Maqbara

इस मकबरे का निर्माण सन 1678 में औरंगजेब के बेटे आजम शाह ने अपनी माँ दिलराज बानू बेगम की याद में करवाया था। यह मकबरा ताजमहल के आकार में है। इस मकबरे का मुख्य आकर्षण इसके मुख्य द्वार पर बना हुआ समाधि है।

बीबी का मकबरा से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:

  • यह मकबरा औरंगाबाद रेलवे स्टेशन से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
  • समय सारणी – यहाँ घूमने में 1 से 2 घंटे का समय लग जाता है।
  • सिंधुदुर्ग किला – Sindhudurg Fort

इस किले का निर्माण शिवजी द्वारा सन 1664 में कराया गया था। यह किला अरबसागर में एक द्वीप पर स्थित है। समुद्र के द्वीप पर स्थित होने के कारण यह किला पानी मे तैरता हुआ दिखाई देता है, जो इसकी सुंदरता को और भी बढ़ा देता है।

सिंधुदुर्ग किले से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:

  • यह महाराष्ट्र के मलावन में स्थित है। इस किले से नजदीकी रेलवे स्टेशन कनकवल्ली रेलवे स्टेशन है, जो कि सिंधुदुर्ग किले से 25 किलोमीटर की दूरी पर है।
  • समय सारणी – यहाँ घूमने में 1 से 2 घंटे का समय लग जाता है।
  • शनिवार वाड़ा – Shaniwar Wada

इस किले का निर्माण सन 1746 में मराठाओं द्वारा कराया गया था। ईस्ट इंडिया कम्पनी द्वारा नियंत्रण खो देने के पश्चात जब आंग्ल मराठा युद्ध हुआ था, इसके पश्चात मराठा ने इस किले का निर्माण कराया था। ऐतिहासिक रूप से इस किले का बहुत महत्व है।

शनिवार वाड़ा किले से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:

  • यह किला पुणे मुख्य शहर से मात्र 270 मीटर की दूरी पर है।
  • समय सारणी – यहां घूमने में लगभग 1 घण्टे का समय लग जाता है।
  • जुहू बीच – Juhu Beach

यह महाराष्ट्र राज्य का प्रमुख समुद्री तट होने के साथ साथ यहाँ आने वाले पर्यटकों का प्रमुख भ्रमणीय स्थल भी है। कई भारतीय फिल्मों की शूटिंग भी इस समुद्री तट पर हुई है। इस बीच के पास स्थित जुहू चौपाटी में मिलने वाले स्ट्रीट फ़ूड यहाँ आने वाले पर्यटकों को खूब पसन्द आते हैं।

  • हाजी अली दरगाह – Haji Ali Dargah

यह दरगाह मुम्बई शहर के वर्ली में स्थित है। यह एक मस्जिद एवं दरगाह है, जिसका निर्माण सन 1431 में सय्यद पीर हाजी अली शाह बुखारी की स्मृति में कराया गया था। यह दरगाह मुस्लिम समुदाय के साथ साथ हिन्दू समुदाय के लिए भी विशेष महत्व रखती है। धार्मिक स्थल होने के साथ साथ यह मुम्बई का प्रमुख पर्यटन स्थल भी है।

हाजी अली दरगाह से सम्बंधित महत्वपूर्ण जानकारियां:

  • यह दरगाह मुम्बई मुख्य शहर से 17 किलोमीटर की दूरी पर है।
  • समय सारणी – यहां घूमने में 1 से 2 घंटे का समय लग जाता है।
  • प्रवेश शुल्क – निःशुल्क।
  • हैंगिंग गार्डेन – Hanging Garden

इस गार्डन का निर्माण सन 1881 में हुआ था। यह गार्डेन फिरोजशाह मेहता गार्डेन के नाम से भी प्रसिद्ध है। इस गार्डेन का मुख्य आकर्षण यह है कि यहाँ पर झाड़ियों को जानवरों के आकार में काटा जाता है, जो देखने मे बेहद खूबसूरत लगते हैं। इसके अलावा सूर्यास्त के समय इस गार्डेन की खूबसूरती अपने चरम पर होती है। मुम्बई आने वाले पर्यटकों के मध्य यह गार्डेन मुख्य आकर्षण का केंद्र है।

हैंगिंग गार्डेन से जुड़ी मुख्य जानकारियां:

  • यह गार्डन मुम्बई मुख्य शहर से 17 किलोमीटर की दूरी पर है।
  • समय सारणी – यहाँ घूमने में 1 से 2 घंटे का समय लग जाता है।
  • प्रवेश.शुल्क. निःशुल्क।
  • खंडाला – Khandala

यह महाराष्ट्र राज्य के पश्चिम में स्थित एक पर्वतीय पर्यटन स्थल है। अगर आप पैदल यात्रा कर के प्रकृति का आनन्द उठाना चाहते हैं तो खंडाला उसके लिए श्रेष्ठ जगह है। खंडाला का जिक्र बॉलीवुड फिल्मों में सुनने एवं देखने को मिला है।

खंडाला, मुम्बई शहर से 82 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मुम्बई से खंडाला के लिए कई ट्रेनें चलती हैए जिनकी सहायता से आरामपूर्वक खंडाला पहुँचा जा सकता है।

तो दोस्तो यह थे महाराष्ट्र राज्य के प्रमुख भ्रमणीय स्थल। इन सबके अलावा भी महाराष्ट्र राज्य में बहुत सी ऐसी जगह है, जो यहाँ आये पर्यटकों को अपनी तरफ आकर्षित करती है। अगर आप अपने छुट्टियों को यादगार बनाना चाहते हैं, और कही घूमने की योजना बनाते हैं, तो महाराष्ट्र राज्य इसके लिए श्रेष्ठ विकल्प साबित हो सकता है।

दोस्तो हम उम्मीद करते हैं कि आपको महाराष्ट्र राज्य से जुड़ी उपरोक्त जानकारियां आपको पसंद आई होगी।

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