भारत के लोकसभा का चुनाव | Lok Sabha Election

Lok Sabha Election

भारत का लोकतंत्र दुनिया का सबसे सर्वोच्च लोकतंत्र माना जाता है क्योंकि यहां पर देश को चलाने के लिए तीन स्तरीय चुनाव होते है – लोकसभा, विधानसभा और नगर पंचायत चुनाव। संसद की ऊपरी सदन को राज्यसभा कहा जाता है वहीं निचले सदन को लोकसभा सदन कहा जाता है लोकसभा चुनावों को आम चुनाव भी कहा जाता है जिसके जरिए केंद्र सरकार बनती है। आईये आज हम जानते हैं लोकसभा के चुनाव – Lok Sabha Election के बारेमें।

Lok Sabha Election
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भारत के लोकसभा का चुनाव – Lok Sabha Election

लोकसभा का कार्यकाल 5 साल का होता है और तभी अगले लोकसभा चुनाव भी होगे। लोकसभा चुनाव में देश की निर्वाचित लोकसभा सीटों पर होता है।

भारतीय संविधान के अनुसार लोकसभा में अधिकतम 552 सीटें है जिसमें से 530 सीटें देश के अलग – अलग राज्यों में निर्वाचित सीटों पर जीत हासिल कर आए प्रतिनिधियों की होती है वहीं 20 सदस्य केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करते है इसके अलावा 2 प्रतिनिधि एंग्लों इंडियन का प्रतिनिधित्व करते है जिनका चुनाव राष्ट्रपति व्दारा किया जाता है। वो भी उस स्थिति में जब राष्ट्रपति को लगता है कि सदन में एंग्लों इंडियन का प्रतिनिधित्व सही ढ़ग से नहीं हो रहा है। लोकसभा चुनाव यानी आम चुनाव में अपने पंसदीदा प्रतिनिधि को वोट देने के लिए वयस्क की उम्र 18 साल होनी चाहिए।

कौन लड़ सकता है लोकसभा का चुनाव – Who can Stand for Lok Sabha Election in India

हालांकि लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए प्रत्याशी की उम्र कम से कम 25 वर्ष होनी जरुरी है। इसके अलावा प्रत्याशी को भारत की नागरिकता प्राप्त होनी चाहिए। किसी भी अपराध में 2 साल से ज्यादा की सजा नहीं होनी चाहिए। प्रत्य़ाशी को 25000 की प्रतिभूति राशि भी जमा करानी पड़ती है लेकिन अनुसूचित जाति और अनुसूचिक जनजाति को इसमें आरक्षण की वजह से छूट दी जाती है जिस वजह से उन्हें केवल 12500 रुपये जमा कराने पड़ते है।

लोकसभा का चुनाव लड़ने वाला प्रत्याशी भले ही किसी भी राज्य का निवासी क्यों ना हो वो देश में असम, सिक्किम और लक्षद्वीप को छोड़कर किसी भी राज्य से चुनाव लड़ सकता है।

लोकसभा का इतिहास – History of Lok Sabha Election in India

आजादी के बाद साल 1952 में पहली बार लोकसभा का गठन हुआ था। पहली लोकसभा के अध्यक्ष जी.वी मावंलकर थे उस समय देश में केवल 26 राज्य थे और 489 निर्वाचित क्षेत्र थे। और यही वो चुनाव थे जहां से भारतीय राजनीति की असल शुरुआत हुई थी।

दरअसल 1952 के लोकसभा चुनावों 75 प्रतिशत मतदान हुआ जिसमें से 48 प्रतिशत मतदान कांग्रेस के पक्ष में हुआ। यानी कि कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ चुनाव जीत गई। और पंडित जवाहरलाल नेहरु को देश का पहला प्रधानमंत्री बनाया गया।

इसके बाद साल 1957 में जब दोबारा लोकसभा चुनाव हुए तो इसमें भी कांग्रेस बहुत आराम से जीत गई। लेकिन इसी बीच आपसी मतभेद और विचारों में भिन्नता के चलते कांग्रेस के कैबिनेट सहयोगी ही उसके खिलाफ हो गए।

श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जहां जनसंघ की नींव रखी वहीं भीम राव आम्बेडकर ने रिपब्लिकन पार्टी को पुनर्जीवित किया। इसके अलावा राममनोहर लोहिया जयप्रकाश नारायण की समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। इस तरह देश के सभी बड़े नाम छोटी – छोटी राजनीतिक पार्टियों में बंट गए।

मौजूदा समय में भारत में कांग्रेस और भाजपा दो नेशनल पार्टी है वहीं सपा, बसपा, जेडीएस, टीएमसी, टीडीपी, शिवसेना, आरजेडी, जेडयू सभी छोटे छोटी राजनीतिक पार्टी है जो लोकसभा इन दो नेशनल पार्टियों कों अपनी मर्जी अनुसार सहयोग देती है।

कांग्रेस को सोपर्ट करने वाली पार्टियों को यूपीए यानी यूनाइटेड प्रोग्रेसिव अलाइंस का हिस्सा माना जाता है वहीं भाजपा के साथ गठबंधन वाली पार्टियों को एनडीए यानी नेशनल डेमोक्रिटक एलाइंस कहा जाता है। अभी मौजूदा समय में भारत में एनडीए की सरकार है जिसमें कई लोकल पार्टी शामिल है।

हालांकि मतभेद के चलते कई बार कोई लोकल पार्टी नेशनल पार्टी से गठबंधन तोड़ भी सकती है जैसा कि इस साल आँध्र प्रदेश और जम्मू कश्मीर में देखने को मिला। जम्मू कश्मीर में भाजपा ने पीडीपी से अपना समर्थन वापस लिया वहीं आंध्र प्रदेश में मतभेद के चलते टीडीपी ने भाजपा से गठबंधन तोड़ दिया।

भारत के राज्य में लोकसभा सीटों का चयन कैसे होता है – How the Lok Sabha seats are selected in the state of India

भारत में किसी राज्य में कितनी लोकसभा सीटें होंगी इसका चयन वहां की जनसंख्या पर के आधार पर होता है मौजूदा समय में जो लोकसभा सीटें है वो साल 1971 में हुई जनगणना के आधार पर है अब अगली बार लोकसभा में सीटों की संख्या में बदलाव 2026 में होने वाली जनगणना के बाद होगा।

मौजूदा समय में लोकसभा में 545 सीटें है। जो देश के 29 राज्यों और 7 केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करते हैं। देश में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें यूपी की 80 सीटें है। जिस वजह से हमेशा यूपी की लोकसभा सीटें पूरे देश की राजनीति को प्रभावित करती है।

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1 COMMENT

  1. लोकसभा के बारे में अच्छी जानकारी मिली । कृपया एसे ही पोस्ट डालें धन्यवाद

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