Kisan Vikas Patra Scheme in Hindi
किसान विकास पत्र योजना सेविंग करने के लिए सरकार की एक बेहतर और लोकप्रिय स्कीम है। वहीं जो लोग अपने पैसो को डबल करना चाहते हैं, उन लोगों के लिए पोस्ट ऑफिस की यह छोटी बचत योजना एक सबसे बेस्ट विकल्प साबित हो सकती है।
क्योंकि जब भी कस्टमर किसी भी योजना के तहत निवेश करता है, तो वह अच्छे इंटरेस्ट रेट के साथ रिटर्न समय पर मिलने की उम्मीद रहती है। वहीं पूरी सरकारी गारंटी के साथ यह योजना अपने ग्राहकों को अच्छी ब्याज के साथ समय पर रिटर्न उपलब्ध करवाती है और निवेशकों का पैसा महज 118 महीने में डबल कर देती है, तो आइए जानते हैं किसान विकास पत्र (KVP) योजना के बारे में विस्तार से –
क्या है सरकार की किसान विकास पत्र योजना? – Kisan Vikas Patra Scheme in Hindi
Kisan Vikas Patra या KVP बॉन्ड की तरह एक ऐसा निवेश प्रमाणपत्र होता है, जिसका कोई भी व्यक्ति लाभ उठा सकता है। इसके फॉर्म को ऑनलाइन अथवा पोस्ट ऑफिस से खरीदा जा सकता है।
इस पर सरकार द्धारा निर्धारित की गई ब्याज दर के हिसाब से ब्याज मिलता है, हालांकि इसकी ब्याज दर समय-समय पर सरकार द्धारा बदलती रहती हैं इसके साथ ही निर्धारित समय के बाद पैसा डबल मिलता है।
मान लीजिए कि अगर आप इसके तहत 30 हजार रुपए की राशि जमा करते हैं तो, 118 महीने बाद आपको इसके 60 रुपए रिटर्न मिलेंगे।
आपको बता दें किसान विकास पत्र योजना के तहत 1 हजार रुपए के गुणांक (मल्टीपल) में आप रुपए जमा करना होते हैं, जैसे कि 1 हजार, 2 हजार, 3 हजार से…. । किसान विकास पत्र योजना के तहत यह सबसे जरूरी शर्त है कि इसके तहत आपको एक बार में ही पूरा पैसा जमा करना होगा, जैसे अगर 50 हजार रुपए निवेश कर रहे हैं तो आप इसके लिए 25 हजार- 25 हजार नहीं दे सकते।
आपको एक बार में ही पूरी 50 हजार की रकम जमा करनी होगी। हालांकि, पोस्ट ऑफिस द्धारा आपके इस अकाउंट के लिए एक पासबुक भी उपलब्ध करवाई जाती है।
कब हुई इस लाभकारी योजना की शुरुआत – Kisan Vikas Patra Scheme Launch
निम्न वर्ग एवं मध्यम वर्ग के लोगों को फायदा पहुंचाने के मकसद से भारत सरकार द्धारा इस लाभकारी योजना की शुरुआत 1988 में की गई थी, और यह देश के ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में काफी पसंद गई थी।
हालांकि इस योजना के माध्यम से अपना काला धन को नंबर 1 का पैसा बनाने की शिकायत के बाद इसे बंद कर दिया गया था, लेकिन इस योजना की लोकप्रियता और लाभ को देखते हुए साल 2014 में कुछ नए नियमों और शर्तों के साथ इसे फिर से शुरु किया गया था।
कौन खऱीद सकता है किसान विकास पत्र (योग्यता) – Kisan Vikas Patra Eligibility
- सिर्फ भारतीय नागरिक ही किसान विकास पत्र खरीद सकता है।
- इसके तहत कोई शख्स अकेले एकल खाता (sole account) खोल सकता है, या फिर दो व्यस्कों द्धारा ज्वाइंट अकाउंट भी खोला जा सकता है।
- किसान विकास पत्र माइनर यानि की 18 साल से कम उम्र की बच्चों के लिए भी खरीदा जा सकता है, इसके अलावा 2 लोगों के नाम पर इसे खऱीद सकते हैं।
- किसी भी ट्रस्ट के नाम पर भी किसान विकास पत्र लिया जा सकता है।
- NRI, सरकार की इस लाभकारी किसान विकास पत्र योजना का लाभ नहीं उठा सकते हैं।
किसान विकास पत्र में कितनी फीसदी मिलता है ब्याज (ब्याज दर 2019) – Kisan Vikas Patra Interest Rate
भारत सरकार अपनी इस लोकप्रिय स्कीम किसान विकास पत्र पर अक्टूबर 2018 से 7.7 फीसदीइंटरेस्ट रेट दे रही है, हालांकि इसकी ब्याज दर में समय-समय पर बदलाव कर दिया जाता है।
वहीं ब्याज दर में बदलाव का पुराने किसान विकास पत्र पर कोई असर नहीं पड़ता है, पुराने किसान विकास पत्र पर ग्राहकों को वही ब्याज दर मिलती है जो कि, KVP खरीदते वक्त थी, वहीं जो नए KVP खाते खुलते हैं, उन पर नई ब्याज दर लागू होती है।
किसान विकास पत्र खरीदने के लिए जरूरी दस्तावेज – Kisan Vikas Patra Documents Required
किसान विकास पत्र खरीदने के लिए निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत पड़़ती है –
- आईडी कार्ड (वोटर आईडी कार्ड, राशन कार्ड, पासपोर्ट आदि)
- निवास प्रमाण पत्र (जैसे कि टेलीफोन बिल, बैंक पासबुक, बिजली बिल आदि)
- आधार कार्ड
- अगर आप 50 हजार से ज्यादा निवेश कर रहे हैं तो पैन कार्ड जरूरी होगा।
- 2 पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ।
किसान विकास पत्र के तहत पैसा डबल होने की अवधि क्या है ? – KVP Maturity Period
सरकार की इस योजना के तहत वर्तमान ब्याज दर 7.7 फीसदी (2019) के हिसाब से 118 महीने यानि की 9 साल और 10 महीने में पैसा दो गुने होंगे।
कितने तरह के होते हैं किसान विकास पत्र ? – Types of KVPY
किसान विकास पत्र मुख्य रुप से तीन तरह के होते हैं –
एकल किसान विकासपत्र (Single Holder Type Certificate)
इसमें मैच्योरिटी पर इसकी रकम KVP धारक को मिलती है।
ज्वाइंट-ए टाइप किसान विकासपत्र (Joint A Type Kisan Vikas Patr)
इसकी रकम दोनों KVP धारकों को बराबर-बराबर मिलती है, या फिर किसी एक खाताधारक की मृत्यु होने पर इसकी रकम उत्तरजीवी (Survivor) को मिलती है।
ज्वाइंट-बी टाइप किसान विकासपत्र (Joint B Type Kisan Vikas Patra)
संयुक्त खातों के लिए, किसी एक मुख्य निवेशक को मैच्योरिटी की रकम मिलती है या फिर उत्तरजीवी (survivor) को इसकी रकम मिलती है।
किसान विकास पत्र खऱीदने के फायदे – Benefits of Kisan Vikas Patra
- किसान विकास पत्र सरकार की गारंटी वाली योजना है, जो कि किसी बैंक एफडी की ब्याज दर से भी ज्यादा ब्याज देती है। अक्टूबर 2018 से इसमें 7.7 फीसदी की ब्याज दर के हिसाब से रिटर्न मिल रहा है। हालांकि, यह ब्याज दर समय-समय भारत सरकार द्धारा पर बदलती रहती है।
- यह अपना पैसा निवेश करने की एक बेहद सुरक्षित स्कीम है, इसमें पैसा डूबने का कोई चांस नहीं है।
- विकास प्रमाण पत्र आसानी से किसी भी पोस्ट ऑफिस में या फिर ऑनलाइन मिल जाता है।
किसान विकास पत्र के तहत निवेश करने की अधिकतम राशि:
किसान विकास पत्र में निवेश करने की कोई अधिकतम लिमिट नहीं है, आप इसके तहत 1 हजार के मल्टीपल में मनचाही राशि निवेश कर सकते हैं।
किसान विकास पत्र के तहत न्यूनतम राशि की सीमा:
किसान विकास पत्र के तहत मिनिमम बैलेंस 1 हजार रुपए है। इस योजना का लाभ न्यूनतम राशि 1 हजार से भी उठाया जा सकता है।
कब निकाल सकते हैं किसान विकास पत्र से पैसा:
किसान विकास पत्र के तहत अगर आप इमरजेंसी के वक्त अपनी जमा की गई राशि को निकालना चाहते हैं तो, आपको इसके लिए मिनिमम ढाई साल का तो इंतजार करना ही होगा, हालांकि विशेषज्ञ इसके तहत काफी लंबे समय तक निवेश करने की सलाह देते हैं।
किसान विकास पत्र को गिरवी रखकर बैंक से लिया जा सकता है लोन:
सरकार की KVP योजना बेहद लाभकारी योजना है, यह बिना रिस्क लिए पैसा दो गुना करने की एक बेहतर स्कीम है, जिसमें इमरजेंसी के वक्त आप अपने KVP को गिरवी रखकर बैंक लोन ले सकते हैं।
अगर किसान विकास पत्र खो जाता है या फिर खराब हो जाता है उस स्थिति में क्या होता है:
अगर आपका KVP खराब हो जाता है या फिर खो जाता है तो टेंशन की बात नहीं है क्योंकि आप पोस्ट ऑफिस में जाकर डुप्लीकेट KVP सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं, हालांकि इसके लिए आपको अपनी सही पहचान साबित करनी होगी।
KVP सर्टिफिकेट को दूसरे पोस्ट ऑफिस या बैंक में ट्रान्सफर किया जा सकता है:
KVP सर्टिफिकेट को दूसरे पोस्ट ऑफिस या बैंक में ट्रान्सफर करने के लिए आपको Form B भरना होगा, बशर्ते आपको KVP खऱीदे हुए कम से कम एक साल हो गए हों।
किसान विकास पत्र के जरूरी फॉर्म कौन से हैं? – Kisan Vikas Patra Form
- फॉर्म A (किसान विकास पत्र खरीदने के लिए)
- फॉर्म B (KVP सर्टिफिकेट को ट्रान्सफर करने के लिए, पोस्ट ऑफिस से बैंक, या बैंक से पोस्ट ऑफिस में)
- फॉर्म C (नॉमिनी जोड़ने के लिए)
- फॉर्म D (अपने नॉमिनेशन को खारिज करने के लिए या फिर नॉमिनी बदलने के लिए)
किसान विकास पत्र की ऑनलाइन सुविधा – Kisan Vikas Patra Online
KVP खरीदने के लिए यह बिल्कुल भी जरूरी नहीं है कि आप इसके लिए पोस्ट ऑफिस में जाकर ही फॉर्म खरीदे आप ऑनलाइन भी सरकार की इस योजना का फायदा उठा सकते हैं।
किसान विकास पत्र के तहत नॉमिनी की सुविधा – Kisan Vikas Patra Nominee
KVP भारत सरकार द्धारा चलाई एक बेस्ट लघु बचत योजना है, इसके तहत नॉमिनी का भी नाम दर्ज करा सकते हैं। नॉमिनी, खाताधारक की आकस्मात मृत्यु के दौरान KVP की रकम पाने का हकदार होता है। KVP के तहत नॉमिनी बदला भी जा सकता है।
मैच्योरिटी के पहले KVP से निकाल सकते हैं पैसा:
इमरजेंसी और जरूरत के वक्त मैच्योरिटी के पहले भी KVP से पैसा निकाल सकते हैं, बशर्ते KVP खरीदे कम से कम ढाई साल का समय हो पूरा हो चुका हो।
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