Kamal Haasan – कमल हसन जाने माने अभिनेता में से एक है। वो ऐसे कलाकार है जिन्होंने केवल साउथ की फिल्मो में ही नहीं बल्की बॉलीवुड में भी अपनी छाप छोड़ी है। कमल हसन एक ऐसे मशहूर अभिनेता है जिन्हें बचपन से ही फिल्मो से बहुत लगाव था। शायद इसीलिए उन्होंने बचपन से ही फिल्मो में काम करना शुरू कर दिया था। जब वो छोटे थे तो उन्होंने पहली बार ‘कलाथुर कन्नम्मा’ फ़िल्म में काम किया था। उस फ़िल्म में उन्होंने पूरी लगन से काम किया था और जो किरदार उन्हें दिया गया था उसे उन्होंने बखूबी निभाया था। उनके अभिनय से सभी काफी प्रभावित भी हुए थे और उन्हें उसके लिए बचपन में ही ‘राष्ट्रीय पुरस्कार’ भी मिला था।
अभिनेता कमल हसन – Kamal Haasan Biography
कमल हसन का जन्म 7 नवम्बर 1954 को एक हिन्दू परिवार में हुआ। उनके पिताजी डी. श्रीनिवास एक वकील थे और उनकी माँ राजलक्ष्मी गृहिणी थी। कमल हसन ने मद्रास जाने से पहले परमकुड़ी में ही प्राथमिक पढाई पूरी की और बाद में उनके भाइयो की आगे के पढाई के लिए उन्हें भी चेन्नई जाना पड़ा। जब वो मद्रास के संथोम में पढाई कर रहे थे तो उनकी फिल्मो और फाइन आर्ट में रुची बढ़ने लगी थी और साथ ही उनके पिताजी भी उन्हें प्रोत्साहित करते थे।
कमल हसन का करियर – Kamal Hassan Career
उन्होंने पहली बार बचपन में ही ‘कलाथुर कन्नम्मा’ मे काम किया था उनके उस अभिनय के लिए राष्ट्रीय फ़िल्म पुरस्कार भी मिला था और तब से उन्होंने कभी पीछे मुड के दिखा ही नहीं। नसीब ने भी उनका बहुत साथ दिया और उन्हें शिवाजी गणेशन जैसे मशहूर बैनर से ऑफर आने लगी थी। बहुत ही जल्द दर्शक भी इन्हें पसंद करने लगे थे क्यों की वी अपने काम पर अधिक मेहनत करते थे।
लेकिन अपनी पढाई को अच्छे तरह से पूरी करने के लिए उन्होंने कुछ समय के लिए फिल्मो से छुट्टी ली थी लेकिन कुछ समय बाद ही उन्होंने 1972 में रिलीज़ हुई फ़िल्म में सुपरस्टार के लिए कैमियो का किरदार निभाया था। लेकिन बाद में उन्होंने कैमियो किरदार का काम छोड़ दिया और फिल्मो में बतौर अभिनेता के रूप में काम करना शुरू कर दिया।
1974 में उन्हें मलयालम फ़िल्म ‘कन्याकुमारी’ में अच्छे अभिनय के लिए पहली बार क्षेत्रीय फिल्मफेयर पुरस्कार मिला था। उनकी अगली फ़िल्म अपूर्वा रागंगल को के. बालचंदर ने निर्देशित किया था। यह फ़िल्म एज गैप रिलेशनशिप पर आधारित थी। आगे चलकर बालचंदर और कमल हसन ने साथ में मिलकर 1977 में ‘अवर्गल’ फ़िल्म बनायीं थी। उस फ़िल्म के लिए उन्हें पहला तमिल अभिनेता पुरस्कार दिया गया था।
उन्होंने ‘मून्द्रू मुदिछु’ जैसी फिल्मो में रजनीकांत और श्रीदेवी जैसे सुपरस्टार के साथ में काम किया था। 1970 के दौरान कमल हसन एक बहुत ही मशहूर अभिनेता बन चुके थे। उन्होंने 1980 में आयी ‘गुरु’ फ़िल्म में श्रीदेवी के साथ में काम किया था। सन 1981 में राजा परवाई के साथ में मिलकर अपने करियर की 100 नबंर की फ़िल्म की थी और इसी फ़िल्म के साथ उन्होंने फिल्म निर्माण का काम भी शुरू कर दिया था।
उनकी पहली हिंदी फ़िल्म ‘एक दूजे के लिए’ बहुत ही हिट फ़िल्म साबित हुई थी। इस फ़िल्म में उन्होंने एक बहुत ही आक्रामक प्रेमी का किरदार निभाया था। यह फ़िल्म के। बालचंदर की तेलुगु फ़िल्म ‘मारो चरित्र’ फ़िल्म की रीमेक थी। बालू महेंद्र की फ़िल्म ‘मून्द्रम पिराई’ के लिए कमल हसन को सर्वश्रेष्ट अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस फिल्मे में उन्होंने स्कूल के टीचर की भूमिका निभाई जिसमे वो एक मानसिक रूप से मंद लड़की की देखभाल करते है।
कमल हसन ने 1985 तक हिंदी फिल्मो में काम करना जारी रखा। उन्होंने ऋषि कपूर के साथ सागर फ़िल्म में भी काम किया था और इस फ़िल्म खास बात यह है की, वो अकेले अभिनेता है जिन्हें एक ही फ़िल्म के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ट अभिनेता पुरस्कार और सर्वश्रेष्ट सहायक अभिनेता ऐसे दो पुरस्कार मिले थे।
उन्होंने मणि रत्नम की 1987 में रिलीज़ हुई फ़िल्म ‘नयगन’ में काम किया था जिसके कारण उन्हें काफी प्रसिद्धी मिली। यह फ़िल्म बॉम्बे अंडरवर्ल्ड का डॉन वरदराजन मुदालियर की जिंदगी पर आधारित फ़िल्म थी। इस फिल्मे के लिए उन्हें राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिला था साथ ही उन्हें इस फ़िल्म के लिए 1987 के सर्वश्रेष्ट फॉरेन लैंग्वेज फ़िल्म वर्ग में ‘अकादमी अवार्ड’ के लिए भी नामित किया गया था।
1987 में सिंगीतम श्रीनिवासन राव की ब्लैक कॉमेडी फ़िल्म ‘पुष्पक विमान’ बॉक्स ऑफिस पर बड़ी हिट फ़िल्म साबित हुई थी। बंगलूर में यह फ़िल्म 35 हफ्तों तक चली थी। अपूर्वा सगोधारारागल में कमल हसन ने पहली बार ट्रिपल रोल किया था। इस तरह की भूमिका निभाने वाले वो पहेल भारतीय अभिनेता थे।
महात्मा गांधी के क़त्ल पर आधारित कमल हसन की फ़िल्म ‘हे राम’ बहुत दिनों तक विवादो मे रही थी।
कमल हसन एक ऐसे कलाकार है जिन्होंने कई तरह की भूमिका की है। वो केवल किसी एक क्षेत्र में नहीं बल्की बहुत सारे क्षेत्र में काम कर चुके है। उन्होंन अपने करियर की शुरुवात बतौर अभिनेता के रूप में की थी मगर आगे चलकर उन्होंने फिल्मो में गाना गाने से लेकर तो निर्देशन और फिल्मो के निर्माण में भी बहुत बढ़िया काम किया और सफ़लता भी हासिल की। उन्होंने अपने करियर में अनगिनत पुरस्कार अर्जित किये है।
कमल हसन दो खुबसूरत लडकियों के पिता है साथ ही वो अपने काम को इश्वर समझकर उसे पूरी लगन और उत्साह के साथ करते है। किसी नए और कठिन काम को अगर करना हो तो वो बिना किसी झिजक के उस काम को पूरा करके ही छोड़ते है। उनके इसी स्वभाव और मेहनत की वजह से आज वो बहुत ही मशहूर सुपरस्टार माने जाते है साथ ही वो राजकमल इंटरनेशनल फ़िल्म निर्माण कंपनी के मालिक भी है।
कमल हसन को मिले हुए कुछ पुरस्कार – Kamal Hassan Award
- 1959 में उन्होंने पहली बार ‘कलाथुर कन्नम्मा’ फ़िल्म में काम किया था और उन्हें उसके लिए उन्हें ‘राष्ट्रपति सुवर्ण पदक’ से भी सम्मानित किया गया था।
- 1983 में रिलीज़ हुई ‘मून्द्रम पिराई’ फ़िल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ट अभिनेता पुरस्कार से भी नवाजा गया था।
- उनकी ‘नायगम’ फिल्मे के लिए 1988 में और 1997 में ‘इंडियन’ फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ट अभिनेता पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
- 1992 में आयी उनकी फ़िल्म ‘थेवर मगन’ के लिए सर्वश्रेष्ट निर्माता पुरस्कार भी मिला था।
- 1997 में रिलीज़ हुई अमरीश पूरी और अभिनेत्री तब्बू के साथ आयी फ़िल्म ‘चाची 420’ के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ट अभेनेता पुरस्कार से भी नवाजा गया।
- 1985 में उन्हें ‘सागर’ फ़िल्म के लिए सर्वश्रेष्ट अभिनेता पुरस्कार मिला।
- 1997 में रिलीज़ हुई फ़िल्म ‘विरासत’ के लिए उन्हें ‘सर्वश्रेष्ट कहानी लेखक’ का पुरस्कार भी मिल चूका है।
- 2000 में रोटरडैम अंतर्राष्ट्रीय फ़िल्म समारोह में उनकी फ़िल्म ‘हे राम’ के लिए उन्हें अच्छे निर्देशन के लिए ‘फोकस अवार्ड’ भी मिल चूका है।
- 2004 के फोकस समारोह में उन्हें ‘विरुमंदी’ फ़िल्म के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्थर का सर्वश्रेष्ट निर्देशक का पुरस्कार भी मिल चूका है।
कमल हसन जितने तमिल और तेलुगु फिल्मो में हिट हुए, उतने ही वो बॉलीवुड में भी कामयाब हुए। हिंदी फ़िल्म जगत में उन्होंने जो योगदान दिया है वो बहुत ही महत्वपूर्ण है। बॉलीवुड में उन्होंने ‘सागर’, ‘एक दूजे के लिए’, ‘चाची 420’ जैसी फिल्मो में काम किया। उन फिल्मो में उन्होंने केवल काम ही नहीं किया बल्की उन सभी फिल्मो में उन्होंने सबसे अहम किरदार भी निभाए है, साथ ही वो सभी फिल्मे बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट फिल्मे साबित हुई है। उन्होंने ‘चाची 420’ फ़िल्म में जो एक्टिंग की है वो तो लाजवाब है। ‘चाची 420’ जैसी कॉमेडी फ़िल्म के लिए उन्हें पुरस्कार भी मिल चूका है।