Kailash Satyarthi Quotes in Hindi
Kailash Satyarthi – कैलास सत्यार्थी भारतीय बाल अधिकार और शिक्षा वकील और बाल मजदूरी के खिलाफ लड़ने वाले कार्यकर्त्ता है। आज हम उनके कहे गए वचनों को जानते हैं –
कैलास सत्यार्थी के अनमोल वचन – Kailash Satyarthi Quotes in Hindi
“चलिए, हम हमारे बच्चों के प्रति करुणा के माध्यम से दुनिया को एकजुट एकसाथ करते हैं।”
“अगर अभी नहीं, तो कब? तुम नहीं, तो और कौन? अगर हम इन मौलिक सवाओं का उत्तर दे सकें, तो शायद हम सब ह्यूमन स्लेवरी का दाग मिटा सकें।”
“मैं मंदिरों में कभी नहीं जाता, लेकिन जब मैं एक बच्चे को देखता हूँ, मैं उन में भगवान के दिखाई देते हैं और उसीमे भगवान का दर्शन करता हूँ।”
Kailash Satyarthi Thoughts
“हर एक मिनट मायने रखता है, हर एक छोटा बच्चा मायने रखता है, हर एक बचपन मायने रखता है।”
“मैं शोषण से शिक्षा की ओर, और गरीबी से साझा समृद्धि की ओर प्रगति करने के लिए कहता हूँ, एक ऐसी प्रगति जो गुलामी से आज़ादी की ओर हो, एक ऐसी प्रगति जो हिंसा से शांति की ओर हो।”
Kailash Satyarthi Thoughts in Hindi
“दोस्तों, सबसे बड़ा संकट जो आज मानवता के दरवाजे पर दस्तक दे रहा हैम वो है असहिष्णुता।”
मैं हजारों महात्मा गांधी, मार्टिन लूथर किंग, और नेल्सन मंडेलाओं को आगे बढ़ते और हमें बुलाते हुए देखता हूँ। लड़के और लड़कियों शामिल हो गए हैं। मैं शामिल हो गया हूँ। हम आपको भी शामिल होने के लिए कहते हैं।”
Kailash Satyarthi Quotes
“बच्चों को ख्वाब देखने से वंचित करने से बढ़कर कोई अपराध नहीं है।”
“इस आधुनिक दुनिया में पीड़ित लाखों बच्चों की दुर्दशा समझने के लिए मैं नोबल कमिटी का शुक्रगुज़ार हूँ।”
Quotes by Kailash Satyarthi
“बचपन का मतलब है सादगी। दुनिया को बच्चों की नज़र से देखो- ये बहुतही खूबसूरत है।”
“मेरे जीवन का एकमात्र लक्ष्य है कि हर बच्चा:
बच्चा होने के लिए आज़ाद हो,
आगे बढ़ने और विकास करने के लिए आज़ाद हो,
खाने, सोने, और दिन की रौशनी देखने के लिए आज़ाद हो,
हंसने और रोने के लिए आज़ाद हो,
खेलने के लिए आज़ाद हो,
दीखने, स्कूल जाने और सबसे बढ़कर ख्वाब देखने के लिए आज़ाद हो।”
Kailash Satyarthi ke Vichar
“मेरे लिए, शांति हर बच्चे का एक बुनियादी मानव अधिकार है, यह अपरिहार्य है और परमात्मा है।”
“मैं ऐसी दुनिया का सपना देखता हूँ जहाँ बाल श्रम ना हो, एक ऐसी दुनिया जिसमे हर बच्चा स्कूल जाता हो। एक दुनिया जहाँ हर बच्चे को उसका अधिकार मिले।”
“गरीबी, बाल श्रम और अशिक्षा के बीच एक त्रिकोणीय सम्बन्ध है जिनमे कारण और परिणाम का नाता हमेशा होता है। हमें इस दुष्चक्र को तोडना होगा।”