Kabir Quotes in Hindi
भारत मे अनेक महापुरुषो ने और साधू संतो ने जन्म लिया जिन्होने भारतीय संस्कृती को उच्च मुल्यो और आदर्शो से समृध्द किया है। बात करे संतो की तो हर एक संत ने उनकी शिक्षा और सीख को जनमानस तक पहुचाने हेतू साहित्य मे भी भरसक कार्य किया है।
इसी कडी मे संत मीराबाई की पद रचना, संत रविदास की रचनाए तथा सूरदास और तुलसीदास का साहित्य कार्य का विशेष तौर पर उल्लेख करना अनिवार्य बन जाता। यहा इस लेख मे आप ऐसेही श्रेष्ठ संत और कवी के विचारो को कोट्स के माध्यम से पढने वाले है, जिनके दोहे समुचे विश्वभर मे काफी प्रसिध्द है।
हम बात कर रहे है संत कबीर की जिनको भक्ती मार्ग के श्रेष्ठ संत, कवी तथा भारत के आदर्श व्यक्तित्व के तौर पर पहचाना जाता है। हमे पुरा विश्वास है इस कोट्स को पढने के बाद आपको जीवन के लिये आवश्यक सीख और मार्गदर्शन मिल पायेगा।
संत कबीर के अनमोल कथन – Kabir Quotes in Hindi
“अगर मेरे सामने गुरु और परमात्मा एक ही समय पर आकर खडे होते है, तो मै पहले गुरु का चरण स्पर्श करुंगा, क्योंकी गुरु की महिमा अलौकिक होती है।”
“संसार की ढेर सारी किताबे पढकर भी लोग अंत मे मृत्यू के द्वार चले गये, पर विद्वान ना बन सके।वही जिसने केवल ढाई अक्षर के प्रेम शब्द का वास्तविक अर्थ जाना वे सच्चे ज्ञानी बन गये।”
Kabir Famous Quotes in Hindi
“मन मे धीरज रखने से ही सब कार्य संपन्न होते है, कोई माली भलेही एक दिन मे सौ घडे पानी पेड को सिंचे, फल केवल उचित ऋतू मे ही पेड को लगेगा।”
“सज्जन मनुष्य की जाति कभी नही पुछ्नी चाहिये, अपितु उसके पास मौजूद ज्ञान का मूल्य करना चाहिये।ठीक उसी तरह जैसे तलवार का मूल्य होता है, ना के उसके मयान का।”
Sant Kabir Quotes in Hindi
“जब तक जिवित हो जितना हो सके परमात्मा के नाम का सुमिरन कर लो एवं उसकी पूजा करो,नही तो बादमे मरने के बाद पछताना पडेगा।”
“जो स्त्री पतिव्रता होती है उसने गले मे भलेही कांच की भी माला पहनी हो और वो चाहे तन से मलिन भी हो फिर भी वो अपने सहेलीयो मे सूर्य के समान चमकती है। स्त्री को सुंदर दिखने हेतू आभूषण की जरुरत नही होती।”
Kabir Quotes
संत कबीर द्वारा दी गई शिक्षा अवडंबर का खंडन करती है और वास्तविकता को छुती है, जिसमे व्यक्ती के गुणो को अधिक महत्व दिया गया है ना के उसके कुल, जाती, धर्म इत्यादी को।
मानव जीवन के उध्दार पर अधिक ध्यान केंद्रित करने की सलाह कबीर दास जी ने सबको दी है, इसके लिये उन्होने कुर्तक, कर्मकांड, व्यर्थ का समय खर्च करना तथा परनिंदा पर कडवा प्रहार किया है। उपरी शरीर से ज्यादा अंतर्मन को मलिन होने से रोकने हेतू सावधानी बरतने संबंधी अनमोल मार्गदर्शन और सीख भी उनके साहित्य से मिल जाती है।
गुरु बिना जीवन मे कुछ भी साध्य करना आसान नही होता इसलिये विनम्रता से साधा जीवन जिकर गुरु भक्ती से परमात्मा तक पहुचने का सुझाव भी उनके द्वारा रचित दोहे से उपलब्ध होता है।
“जो कार्य कल करना है उसे आज करो, जो आज कार्य आज करना है उसे अभी इसी क्षण करो। न जाने किस समय अंतिम क्षण आये और फिर कब तुम सब कार्य करोगे।”
“जिस तरह अधिक धूप हानिकारक होती है, वैसेही अधिक बारीश भी कष्टदायक होती है। ठीक इसी तरह अधिक बोलना भी उचित नही होता और अधिक समय तक चुप रहना भी ठीक नही होता।”
Kabir Das Quotes in Hindi
“लोग घिस घिस कर शरीर का मल साफ करते है, पर अंतकरण की मैल कभी साफ नही करते।इसके लिये गंगा गोमती मे जाकर स्नान भी करते है फिर भी बैल के बैल ही बने रहते है।”
“जिस तऱह खजूर का पेड काफी उंचा होता है, जिसकी ना तो किसीको छाव मिलती और फल भी काफी दूर लगते है।इसी प्रकार से आप कितने भी बडे इंसान बनो पर किसी के काम नही आ सके तो सब व्यर्थ होता है।”
संत कबीर भारत के उन विरले संतो मे से एक थे जिन्होने विशिष्ट धार्मिक कर्मकांड,उच-नीच जाति भेद तथा अवडंबर का विरोध कर केवल और केवल मानवता की सेवा को अधिक महत्व दिया। इसके लिये उन्होने तरह तरह के उपाय भी सुझाये जिसमे केवल नाम सुमिरन, सच्ची श्रद्धा और समर्पण भाव शामिल है।
भारत भूमी सचमे धन्य हुई जहा कबीर दास जैसे उच्च कोटी के संतो ने जन्म लिया और आज भी उनकी सीख और मार्गदर्शन जनमानस को प्रभावित कर प्रेरणा देते है।
हम आशा करते है के इन कोट्स को पढकर आपको काफी आनंद आया हुआ होगा साथमे इससे आपको लाभकारी मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ होगा। लेख अच्छा लगे तो जरूर अपने दोस्त परिवार के साथ शेअर किजीये, हमसे जुडे रहने के लिये धन्यवाद।…