How to do Meditation
आज के समय में इंसान चारो तरफ से घिरा हुआ है। आसपास भीड़ बहुत है लेकिन इस भीड़ में वो बहुत अकेला है। वो अंदर ही अंदर बहुत अकेलापन महसूस करता है। इसके अलावा काम की वजह से इतना तनाव है की वो खुद के बारे में नहीं सोच पाता है।
इन समस्यायों से निजात पाने के लिए कुछ लोग ध्यान यानी की मैडिटेशन करते है लेकिन उसका सही तरीका नहीं पता होता है जिससे फायदा नहीं मिल पाता है। आप मैडिटेशन करने का सही तरीका यहाँ से सीखिए और उसे इस्तेमाल कीजिए।
मैडिटेशन करने का सही तरीका जिससे आपको होगा पूरा फायदा – How to do Meditation
ये है बेस्ट तरीका- ध्यान करने का सबसे बेहतर तरीका है की आप उस समय करे जब आप फ्री हो चाहे वह सुबह का समय हो या फिर शाम का समय। लेकिन अगर आप सुबह के समय करते है तो आपको अधिक फायदा होगा। इसके लिए सबसे पहले आप सुखासन में बैठ जाए यानी की पालथी मारकर बैठे। इसके बाद अपने शरीर को ध्यान की मुद्रा में लाये।
ध्यान की मुद्रा का अर्थ है अपने हाथो को घुटनों के ऊपर रखे जैसा की ऋषि मुनि करते थे। ऐसा करना इसीलिए जरूरी है क्योकि आपका शरीर ऐसे में सीधा रहता है। इसके बाद अपनी आँखे बंद करे। अब सारा खेल यही से शुरू होता है क्योकि लोगो का ध्यान नहीं लगता है और आँखे खुल जाती है और कुछ देर में ध्यान भंग होने लग जाता है।
एक बात और ध्यान रखे की ध्यान शुरू करने से पहले आप अपने कानो में रुई जैसी कोई चीज डाल ले जिससे आपको बाहरी आवाज ना सुने दे।
अब ऐसा करे- आँखे बंद करने के बाद आप दस से शून्य तक काउंटिंग करे। ये काउंटिंग ऐसे करनी है जैसे आपने एक बार गहरी सांस ले और उसे हलके से छोड़ा और छोड़ते समय बोले टेन, इसके बाद ऐसा ही करे नाइन, फिर एक तक आये और आखिरी में बहुत धीरे से बोले जीरो।
ऐसा करने से आपका शरीर हल्का होने लग जाएगा। अब आप अपनी आँखे बंद ही रखे। आप ध्यान की अवस्था में है। खुद को शांत करने की कोशिश करे।
वो समस्याए जो आपके साथ होती है-
- सर के बीचो बीच दर्द
ये बहुत सारे लोगो ने कहा की ध्यान करते समय उनके सर के बीच में यानी की माथे के बीचोबीच दर्द होने लगता है। ऐसा इसलिए होता है क्योकि आप सर में जोर देने लगते है और कुछ देखने को कोशिश करते है।
आप कुछ देखने की कोशिश ना करे। ना ही अपने सामने किसी भगवान् की मूर्ती लाये और ना ही दीपक क्योकि ऐसा लोग करते है। आप सामान्य रहे, जो दिख रहा है देखे, जैसी आवाज आ रही है उसे सुने और बहुत शांत रहने की कोशिश करे। इससे आपके माथे के बीच में दर्द नहीं होगा।
- दुनियाभर की बाते याद आती है
ऐसा हमारे साथ होता है की जब हम पूजा या ध्यान में बैठते है तो पूरी दुनियादारी हमे तभी याद आती है। गन्दी गन्दी बाते ध्यान आती है, गलत चीजे दिखाई देती है लेकिन आप उन्हें देखे। आप उनसे विचलित होकर उन्हें हटाए ना क्योकि इन्ही चीजो पर विजय पाने के लिए आप ध्यान कर रहे है।
आने दीजिए वो बाते और उनके बीच ही रहिये, जैसे जैसे आप धीरे धीरे ऐसा करेगे तो आप देखेगे की आपके आँखों के सामने से वो बाते चली जाती है।
- शोर बहुत होता है
वैसे ध्यान में केवल आपको आपके साँसों की आवाज सुनाई देनी चहिये लेकिन बहुत सारे लोगो का कहना होता है की उन्हें शोर सुनाई देता है। इससे घबराये नहीं क्योकि ऐसा हो रहा है तो आप ध्यान की सही दिशा में है।
इसी शोर से मुक्ति पाने के लिए आपने ध्यान शुरू किया है और इसी शोर की वजह से अप ध्यान कैसे खत्म कर सकते है। इसीलिए ऐसा होने दे।
दस मिनट तक उसी अवस्था में रहने के बाद धीरे धीरे आंखे खोले और वो सारी बाते सोचे जो आपको दिखाई दे रही थी। ये वो बाते है जो आपके जीवन को विचलित कर रही है और इन्ही में आपको विजय पानी है और ये केवल आपके सही तरीके यानि की जैसा हमने बताया है उस तरीके से ध्यान करने पर ही संभव है।