सड़क सुरक्षा पर निबंध – Essay on Road Safety in Hindi

Essay on Road Safety in Hindi

आज जिस तरह से सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा हो रहा है, बेहद चिंतनीय है। इसके लिए सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने और उन्हें यातायात के नियमों का पाठ पढ़ाने की बेहद आवश्यकता है।

वहीं सड़क सुरक्षा के बारे में बच्चों को बताकर उनके जीवन को सुरक्षित करने के उद्देश्य से कई बार निबंध लेखन प्रतियोगिता अथवा स्कूलों में आयोजित परीक्षाओं में निबंध लिखने के लिए कहा जाता है, इसलिए आज हम आपको अपने इस आर्टिकल में सड़क सुरक्षा पर अलग-अलग शब्द सीमा पर निबंध उपलब्ध करवा रहे हैं जिनका इस्तेमाल आप अपनी जरूरत के मुताबिक कर सकते हैं-

Essay on Road Safety in Hindi

सड़क सुरक्षा पर निबंध – Essay on Road Safety in Hindi

प्रस्तावना

आज हर कोई इतनी जल्दी में रहता है कि, अपने मंजिल तक जल्दी पहुंचने की होड़ में ओवरटेक करता है। या फिर स्पीड से वाहन चलाकर यातायात नियमों का पालन नहीं करता है, जिससे कई बार व्यक्ति को इन सभी कारणों की वजह से अपनी जान से हाथ धोना पड़ता है।

या फिर अपंग या अपाहिज बनकर इसका खामियाजा जिंदगी भर के लिए भुगतना पड़ता है। वहीं पिछले कुछ सालों में स्पीड और सड़क सुरक्षा नियमों की अनदेखी की वजह से होने वाली सड़क हादसों में काफी वृद्धि भी हुई है, जो कि काफी चिंताजनक है।

वहीं इन हादसों पर लगाम लगाने के लिए, हम सभी को एकजुट होकर सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है और इस दिशा में प्रयास करने की जरूरत है।

“यातायात नियमों का पालन करें, दुर्घटना से बचें रहें।।”

सड़क हादसों से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण आंकड़े –

  • सड़क सुरक्षा के प्रति गंभीर नहीं होने की वजह से सड़क हादसों का ग्राफ आसमान छू रहा है, वहीं सड़क हादसों से जुड़े कुछ आंकड़े इस प्रकार हैं –
  • दुनिया भर में सड़क दुर्घटनाओं में हर रोज करीब 3000 लोग अपनी जान से हाथ धो बैठते हैं।
  • भारत में हर साल करीब डेढ़ लाख लोग सड़क हादसों की भेंट चढ़ जाते हैं और उनकी अपनी जान गवां बैठते हैं।
  • सड़क हादसों में मरने वाले लोगों की संख्या में करीब 50 फीसदी लोग पैदल यात्री या फिर दो पहिया पर चलने वाले होते हैं।
  • सड़क दुर्घटनाओं में भारत में रोजाना करीब 16 मासूम बच्चे अपनी जान गंवा बैठते हैं।
  • सड़क हादसों में हुए एक शोध के मुताबिक अगर इस हालत पर काबू नहीं पाया गया तो साल 2020 तक करीब 20 लाख लोग हर साल सड़क हादसों की भेंट चढ़ेंगे।

सड़क सुरक्षा के जुड़ी कुछ मुख्य समस्याएं –

सड़क सुरक्षा का मुद्दा आज एक गंभीर मुद्दा बन चुका है, वहीं आज कोई भी दिन ऐसा नहीं जाता, जब भीषण सड़क हादसे से मौत और पीड़ित व्यक्ति की खबर न्यूज चैनलों अथवा अखबार में नहीं दिखाई दें।

इसलिए इस सड़क सुरक्षा पर गौर करने की जरूरत है, हालांकि सड़क सुरक्षा एक चुनौतीपूर्ण रुप धारण कर चुकी हैं, जिसकी कुछ मुख्य समस्याएं इस प्रकार हैं –

  • सड़कों की हालत बेहद खराब होना अथवा सड़कों में गड्ढ़े आदि होना।
  • ट्रैफिक व्यवस्था का सही नहीं होना।
  • सीवर लाइनों का उचित प्रबंध न होना।
  • आवारा पशुओं का खुलेआम सड़कों पर घूमना।
  • पैदल यात्रियों के लिए क्रॉस ब्रिज अथवा फुटपाथ का निर्माण नहीं होना।
  • ओवरलोडेड वाहनों का शहर की मुख्य सड़कों से होकर गुजरना।
  • यातायात के नियमों का सख्ती से पालन नहीं करना।

उपसंहार

हम सभी को मिलकर सड़क सुरक्षा के प्रति सजग होना चाहिए, और अपने बच्चों को भी यातायात के नियमों के बारे में जानकारी देनी चाहिए। तभी लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाई जा सकेगी।

सड़क सुरक्षा पर निबंध – Sadak Suraksha par Nibandh

प्रस्तावना

सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक होने का मतलब है कि आप अपनी जीवन की सुरक्षा के प्रति सजग हैं और अपनी जान की परवाह करते हैं, वहीं जो लोग सड़क सुरक्षा को महत्व नहीं देते, ऐसे लोग अपनी जान से हाथ गवां बैठते हैं, कई बार उनकी लापरवाही की वजह से अन्य लोगों को भी इसका गंभीर नुकसान भुगतना पड़ता है।

सड़क सुरक्षा से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें – Importance of Road Safety in India

  • समय पर घऱ से निकले और कार ड्राइविंग के समय सीट बेल्ट का इस्तेमाल जरूर करें, दो पहिया वाहन चालक हेलमेट पहनना बिल्कुल भी न भूलें।
  • ओवरटेक नहीं करें और न हीं स्पीड से वाहन चलाएं।
  • ड्राइविंग के समय फोन पर बात न करें।
  • शराब के नशे में ड्राइविंग नहीं करें।
  • वन वे में कभी भी रिवर्स में अथवा गलत दिशा में गाड़ी चलाने से बचें।
  • ट्रैफिक नियमों को जहन में रखकर वाहन चलाएं।

भारत सरकार का मोटर वाहन बिल –

साल 2016 में भारत सरकार द्धारा सड़क सुरक्षा के तहत एक मोटर वाहन बिल पारित किया गया था। जिसके तहत ट्रैफिक के नियमों को पहले की तुलना में सख्ती से लागू किया गया और सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक किया गया।

इसके साथ ही ट्रैफिक विभाग को आधुनिक तकनीको से लैस उपकरण देने की बात कही गई, हालांकि इस बिल को पारित करने के बाद भी सड़क हादसों में कोई खास कमी नहीं आई है।

सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाना –

सड़क दुर्घटनाओं पर काबू पाने के लिए सड़क सुरक्षा के प्रति लोगों को जागरूक करने की जरूरत है। इसके लिए हम सभी को अपने-अपने घरों में अपने बच्चों को अथवा अपने दोस्तों को सड़क सुरक्षा के नियमों से अवगत करवाना चाहिए।

इसके साथ ही स्कूल, कॉलेजों में भाषण प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा नियमों से अवगत करवाना चाहिए और समय-समय पर सड़क सुरक्षा से जुड़े विषय पर सेमिनार और कैंप आदि का आयोजन किया जाना चाहिए, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग सड़क सुरक्षा के महत्व को समझ सकें और दुर्घटना से बच सकें और अपने जीवन की रक्षा कर सकें।

वहीं इस टेक्नोलॉजी के युग में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से लोग यातायात के नियमों को सोशल मीडिया साइट्स पर भी शेयर कर जागरुकता फैला सकते हैं, अथवा सड़क सुरक्षा से जुड़े कुछ कोट्स अथवा स्लोगन के माध्यम से भी लोगों को प्रेरित कर सकते हैं।

उपसंहार

सड़क सुरक्षा के प्रति हम सभी को जागरूक होना चाहिए और यातायात के नियमों का सख्ती से पालन करना चाहिए ताकि लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाई जा सके।

सड़क सुरक्षा पर निबंध – Sadak Suraksha Essay in Hindi

प्रस्तावना

सड़क सुरक्षा को गंभीरता से लेना चाहिए और वाहन चलाते वक्त लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए, नहीं तो इसका बुरा परिणाम भुगतना पड़ सकता है। क्योंकि-

“जो सुरक्षा से मित्रता तोड़ेगा, वह जल्द ही दुनिया छोड़ेगा।”

ध्यान रखने योग्य जरूरी सड़क सुरक्षा नियम:

  • सड़क पर हमेशा लेफ्ट की साइड ही चलें अथवा अपना वाहन भी लेफ्ट साइड पर ही रखें।
  • स्पीड से वाहन नहीं चलाएं।
  • दौड़ते हुए कभी रोड क्रॉस नहीं करें।
  • मुड़ते वक्त इंडिकेटर का इस्तेमाल करें।
  • टैफिक सिंगल अथवा स्ट्रीट लाइट्स का पालन करें। ग्रीन लाइट होने पर ही चौराहे को क्रॉस करें। यलो लाइट हो जाने पर रुक जाएं और रेड लाइट होने पर खड़े रहें और ग्रीन लाइट के जलने का इंतजार करें।
  • गाड़ी का इस्तेमाल करते वक्त हमेशा आइने का इस्तेमाल करें, ताकि अपने पीछे से आने वाले वाहनों से सचेत रह सकें।
  • शराब पीकर गाड़ी कभी नहीं चलाएं।
  • पैदल चलने वाले यात्री फुटपाथ पर चलें, अगर फुटपाथ नहीं हो तो हमेशा लेफ्ट की तरफ ही चलें।
  • 18 साल से कम उम्र के बच्चे वाहन नहीं चलाएं।
  • वाहन चलाते वक्त हमेशा ड्राइविंग लाइसेंस अपने पास रखें।
  • गाड़ी चलाते वक्त मोबाइल फोन से बात न करें, अथवा म्यूजिक नहीं सुने।

आखिर क्यों होते हैं सड़क हादसे, इसके मुख्य कारण – Causes of Road Accident

  • सड़कों की दयनीय दशा, सड़कों में गड्ढ़े होना।
  • यातायात नियमों की अनदेखी करना।
  • बिना हेलमेट अथवा बिना सीट बेल्ट के वाहन चलाना।
  • स्पीड से वाहन चलाना।
  • शराब पीकर वाहन चलाना।
  • ट्रैफिक सिग्नलों का ज्ञान नहीं होना।
  • इंडिकेटर नहीं देना।
  • जल्दी पहुंचने के लिए ओवरटेक करना।
  • पैदल यात्रियों द्धारा अचानक से रोड क्रॉस करना।
  • सड़क सुरक्षा नियमों की सही जानकारी नहीं होना।

भारत में यातायात नियमों की अनदेखी पर लगने वाला जुर्माना और सजा –

  • भारत में स्पीड से गाड़ी चलाते वक्त ट्रैफिक पुलिस द्दारा पहली बार पकड़े जाने पर 100 रुपए का जुर्माना अथवा दूसरे बार पकड़े जाने पर 300 रुपए का जुर्माने लगने प्रावधान है।
  • ड्राइविंग के समय मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने पर 100 से 300 रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान।
  • बिना ड्राइविंग लाइसेंस के वाहन चलाने पर, वाहन चालक को 3 महीने की सजा अथवा 500 रुपए का जुर्माना या फिर दोनों हो सकता है।

उपसंहार

जब हम सभी लोग मिलकर सख्ती से यातायात नियमों को पालन करने का संकल्प लेंगे, तभी लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाई जा सकेगी।

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