Ek Bharat Shreshtha Bharat
विविधता में एकता ही भारत देश की पहचान है, इसलिए हमारा भारत विश्व में सर्वश्रेष्ठ है। आदिकाल से ही हमारे राष्ट्र के लिए “एकता” को सबसे बड़े हथियार के रुप में इस्तेमाल किया गया है। एकता के बल पर ही हमारे देश ने मुगलों से लेकर अंग्रेजों तक के शासन को खत्म करने में विजय पाई।
यही नहीं भारत की आजादी के समय जिस तरह हमारे राष्ट्र के सभी लोगों ने एकजुट होकर संघर्ष किया था और विजय हासिल थी। यह भारत की एकता का सबसे बड़ा उदाहरण है।
भारत में जाति, धर्म, पहनावा, बोली, संस्कृति, रीति, रिवाज, परंपरा में काफी विविधता होने के बाबजूद भी हमारे देश की एकता की मिसाल दी जाती है।
वहीं भारत में एकता की इसी पहचान को बरकरार रखने के लिए, और देश के राष्ट्रीय एकता के सूत्रधार सरदार वल्लभ भाई पटेल के द्धारा राष्ट्रीय एकता और अखंडता वाले “एक भारत श्रेष्ठ भारत” के निर्माण की नींव को पक्का करने के साथ राष्ट्र के सभी राज्यों की संस्कृति को समझने और आपसी संबंधों को और अधिक मजबूत बनाने के प्रयास से मोदी सरकार ने “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” स्कीम की शुरुआत की है, तो आइए जानते हैं प्रधानमंत्री की इस बेहतरीन इस योजना के बारे में –
आखिर क्या है “एक भारत, श्रेष्ठ भारत”? – Ek Bharat Shreshtha Bharat in Hindi
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के तहत राष्ट्र के सभी राज्य एक-दूसरे की संस्कृति, रीति-रिवाज, भाषा, पहनावा, खान-पान आदि के बारे में जानेंगे और उनकी संस्कृति को अपनाएंगे।
जिससे राष्ट्र के सभी राज्यों के बीच अच्छे संबंध स्थापित होंगे, और अलग-अलग राज्यों के लोग एक-दूसरे को अच्छे से समझकर और एकजुट होकर देश की एकता एवं अखंडता को बनाए रखने में अपनी भागदारी निभाएंगे।
“एक भारत, श्रेष्ठ भारत” प्रमुख रुप से देश के अलग-अलग संस्कृति और धार्मिक परंपरा वाले राज्यों के लिए हैं।
जिसके तहत हर साल, प्रत्येक राज्य किसी अन्य राज्य का चयन करेगा और उस राज्य की भाषा, संस्कृति, विज्ञान, इतिहास,परंपरा, रीति-रिवाज, खान-पान आदि के बारे में अध्ययन कर उसे अपनाएगा और उसके प्रचार-प्रसार में सहयोग देगा जिससे दोनों राज्यों के बीच के रिश्ते मजबूत होंगे और देश के विकास को भी बल मिलेगा और अनेकता में एकता का विकास होगा।
इसी तरह अगले साल किसी अन्य राज्य का चयन किया जाएगा।
जैसे कि मान लीजिए कि महाराष्ट्र ने गुजरात का चयन किया है तो महाराष्ट्र गुजरात की भाषा, संस्कृति, पहनावा, व्यवसाय, रहन-सहन, पर्यटन, रीति-रिवाज आदि को समझेगा और इसके प्रचार-प्रसार में अपना सहयोग देगा।
और अगले साल फिर किसी अन्य राज्य को चुनेगा और उसकी संस्कृति को समझेगा, जिससे राष्ट्र के सभी राज्यों के बीच अनेकता में एकता का विकास होगा।
कब हुई “एक भारत श्रेष्ठ भारत” स्कीम की शुरुआत ? – Ek Bharat Shreshtha Bharat Scheme
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के विकास करने और इसे तरक्की के पथ पर आगे बढ़ाने के उद्देश्य के साथ-साथ राष्ट्र के प्रत्येक युवा, महिलाओं, बुजुर्गों आदि ख्याल रखते हुए कई लाभकारी योजनाओं की शुरुआत की है, जिसका बड़े स्तर पर लोगों को फायदा भी पहुंचा है।
उसी तरह प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश की एकता, अखंडता और संस्कृति को कायम रखने के मकसद से 31 अक्टबूर 2015 को, “राष्ट्रीय एकता दिवस” के मौके पर “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की शुरुआत की है।
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने इस योजना की शुरुआत करने के लिए 31 अक्टूबर का दिन इसलिए चुना क्योंकि इसी दिन राष्ट्र की एकता का सूत्रधार माने जाने वाले और भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्मदिन मनाया जाता है।
वे भारत के एक ऐसे महापुरुष थे, जिन्होंने देश की आजादी के बाद अलग-अलग रियासतों और राज्यों में बंटे भारतीय संघ को एक कर राष्ट्रीय एकता वाले श्रेष्ठ भारत का निर्माण किया था। सरदार वल्लभ भाई पटेल के “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के सपने संजो कर रखने के लिए और देश के सभी राज्यों के बीच एक मजबूत संबंध स्थापित करने के लिए ही इस स्कीम की शुरुआत कई गई है।
“एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के मुख्य उद्देश्य – Objectives of Ek Bharat Shreshtha Bharat
- देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का लक्ष्य।
- राष्ट्र के सभी राज्यों के बीच आपस में प्रेम, भाईचारे और संस्कारों का आदान-प्रदान करना।
- देश के एकीकरण के लिए लोगों के बीच नव ऊर्जा का संचार करने का उद्देश्य।
- राज्यों के बीच शिक्षा, पर्यटन, व्यापार आदि मजबूत करने का उद्देश्य।
- दो अलग-अलग राज्यों के लोगों को एक-दूसरे राज्यों की संस्कृति और सभ्यता को समझने एवं अपनाने के लिए प्रोत्साहित करने का मकसद।
- सशक्त भारत का निर्माण करने का उद्देश्य।
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के तहत राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों के बीच गहरे संबंध स्थापित करने और राष्ट्रीय एकीकरण की भावना का विकास करने का उद्देश्य।
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के तहत आज के युवाओं के अंदर राष्ट्रीय एकता की भावना का विकास करना।
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के तहत लंबे समय के कार्यक्रमों को स्थापित किया जाएगा।
- अलग-अलग राज्यों की भाषा, खान-पान, संस्कृति रीति-रिवाज, पहनावा आदि को समझकर और उनकी संस्कृति से जुड़कर एक भारत, श्रेष्ठ भारत का निर्माण करना है।
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के तहत राज्य और केन्द्र शासित प्रदेशों के अलावा सरकारी विभाग एवं केन्द्रीय मंत्रालय जैसे कि सूचना मंत्रालय, रेल मंत्रालय, खेल एवं युवा विभाग पर्यटन मंत्रालय, संस्कृति मंत्रालय, मानव संसाधन मंत्रालय के साथ मिलकर राज्यों के बीच सभी तरह की गतिविधियों पर ध्यान दिया जाएगा, ताकि राज्यों के बीच व्यापार, शिक्षा, मनोरंजन, पर्यटन समेत हर क्षेत्र में मजबूत रिश्ते कायम हो सकें, और राष्ट्रीय एकीकरण को बल मिल सके।
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के तहत आपस में जोड़े गए राज्य अथवा केन्द्र शासित प्रदेशों के बीच दोनों के आपसी संबंध मजबूत बनाने के लिए MOU पर भी साइन किए जाएंगे, जो कि दोनों राज्यों के बीच साल भर हुई गतिविधियों पर आधारित होगा।
- देश के हर राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों के बीच सांस्कृतिक स्तर पर आबादी के अलग-अलग हिस्सों के बीच लोगों के अंदर एक-दूसरे के प्रति प्रेम सद्भाव की भावना का विकास करना है और देश में शान्ति और विकास को बढ़ावा देना है।
“एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की विशेषताएं – Features of Ek Bharat Shreshtha Bharat
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” को सफल तरीके से चलाने के लिए राज्य सरकार एवं केन्द्र सरकार दोनों संयुक्त रुप से मिलकर काम करेंगी।
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह एक सरकारी योजना की तरह काम नहीं करेगा बल्कि राष्ट्र के लोगों में एकीकरण की भावना का विकास करते हुए एक जन आंदोलन की तरह काम करता है।
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के तहत सरकार से लेकर आम जन की सक्रिय भागीदारी होगी। इसमें मीडिया, सरकारी विभाग, सोशल ग्रुप आदि भी समान रुप से शामिल होंगे।
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के प्रचार-प्रसार के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे, इसके तहत मॉडर्न संसाधन एवं मीडिया का उचित रुप से इस्तेमाल किया जाएगा।
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” एक प्रतियोगिता की तरह है, जिसमें लोग अपनी भागीदारी निभाकर देश की एकता एवं अखंडता को और अधिक मजबूत करने के लिए अपने विचार सांझा कर सकेंगे। वहीं ऐसे लोगों को सम्मानित अथवा पुरस्कृत भी किया जाएगा।
- इस योजना के तहत हर राज्य अपने सफलता की कहानियों का लेखा-जोखा तैयार करेगा।
“एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के महत्वपूर्ण बिंदु – Main point of Ek Bharat Shreshtha Bharat
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” स्कीम से देश की एकता और अखंडता को बरकरार रखने मे मद्द मिलेगी। इसके साथ ही एक राज्य के लोगों के लिए दूसरे राज्य के लोगों के प्रति सम्मान की भावना का विकास होगा, और दोनों राज्यों के बीच रिश्ते मजबूत बनेंगे जिससे दोनों राज्य देश के विकास में अपना सहयोग करेंगे।
- भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी सरदार वल्लभ भाई पटेल के “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” के सपने को राष्ट्र के सभी राज्य मिलकर बरकरार रखेंगे जिससे देश के एकीकरण में नव ऊर्जा का संचार होगा, साथ ही देश की शांति एवं एकता को बनाए रखने में मद्द मिलेगी।
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” योजना के सही क्रियान्वन के लिए राज्यों के बीच एक समिति भी बनाई गई है, यह दोनों राज्यों की निगरानी करेगी।
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” से न सिर्फ राष्ट्र के राज्यों के बीच अच्छे रिश्ते बनेंगे बल्कि व्यापार, शिक्षा, पर्यटन आदि के क्षेत्रों में भी विकास होगा, क्योंकि दोनों राज्य एक-दूसरे को सही तरीके से समझेंगे, और उनका सहयोग करेंगे, वहीं इससे देश की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी और पूरी दुनिया में भारत की एक अलग पहचान बनेगी।
एक भारत, श्रेष्ठ भारत पर स्लोगन – Ek Bharat Shreshtha Bharat Slogan
कुछ नीचे दिए गए स्लोगन के माध्यम से भी लोगों को देश के एकीकरण के लिए प्रोत्साहित कर एक भारत, श्रेष्ठ भारत स्कीम के उद्देश्यों को पूरा किया जा सकता है, “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” पर कुछ स्लोगन इस प्रकार है –
- “अनेकता में एकता ही है भारत की अनूठी विशेषता”
- “एक भारत, श्रेष्ठ भारत” को हम सब मिलकर जब आगे बढ़ांगे, तभी देश में नया बदलाव लाएंगे”
- “सभी राज्य को एक-दूसरे से जोड़ते जाएं और देश को विकास के मार्ग पर आगे बढा़ते जाएं”
- “भारत में मिलते ही, हर तरह के रंग, तभी तो हैं हम सभी एक संग”
- “हम सभी का बस एक ही नारा, भाईचारा, भाईचारा”
- “स्वच्छ भारत, स्वच्छ भारत और सर्वश्रेष्ठ भारत”