दाऊद इब्राहिम का जीवन परिचय

Dawood Ibrahim

अंडर वर्ल्ड डॉन एवं इंडिया का मोस्ट वांटेड डॉन दाऊद इब्राहिम का जीवन परिचय – Dawood Ibrahim Biography in Hindi

पूरा नाम (Name) दाऊद इब्राहिम कासकर
जन्मतिथि (Birthday) 26 दिसंबर 1955, खेद रत्नागिरी, महाराष्ट्र, भारत
पिता (Father Name) इब्राहिम कासकर (मुंबई पुलिस में हेड कांस्टेबल)
माता (Mother Name) अमीना बी (गृहिणी)
भाई (Brother)
  • शबीर इब्राहिम कास्कर,
  • नोरा इब्राहिम,
  • अनीस इब्राहिम,
  • सबिर अहमद,
  • मोहम्मद हुमायून,
  • मुस्ताकैम अली,
  • ज़ैतून अंतुले,
  • इकबाल हसन,
बहन (Sister)
  • सईदा पारकर,
  • फरज़ाना तुंगेकर,
  • मुमताज़ शैख़,
  • हसीना पारकर
पत्नी (Wife Name) मेहजबीन शेख (उर्फ जुबीना जरीन)
बच्चे (Childrens)
  • मोईन इब्राहिम,
  • मेह्रीन इब्राहिम,
  • मारिया इब्राहिम,
  • माहरुख इब्राहिम
स्कूल (School) अहमद सैलर हाई स्कूल, डोंगरी, मुंबई, भारत

जन्म, परिवार, शिक्षा एवं शुरुआती जीवन –

अंडर वर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम महाराष्ट्र के रत्नागिरी में 27 दिसंबर 1955 को जन्में थे। उनके पिता शेख इब्राहिम अली कास्कर मुंबई पुलिस में हैड कांस्टेबल थे। इनकी मां का नाम अमीना बी है। दाऊद इब्राहिम का मन पैसे कमाने की ललक में शुरु से ही अपराधिक गतिविधियों में लगने लगा।

जिसकी वजह उन्होंने अपनी स्कूल की पढ़ाई बीच में छोड़ दी। दाउद, किशोर अवस्था से ही शराब पीने नशा करने जैसी बुरी आदतों का शिकार हो गया था। यही नही अपने इन शौक को पूरा करने के लिए वह छोटी उम्र से ही चोरी, ड्रग्स स्पलाई, डकैती, लूटपाट आदि अपराधों को अंजाम देने लगा था।

गर्ल्फ्रैंड्स, शादी और बच्चे –

दाउद का नाम भारतीय अभिनेत्री मंदाकिनी से भी जुड़ चुका है। इन दोनों के शादी करने तक की खबरें मीडिया में आईं थी। फिलहाल दाउद के घरवालों ने उसकी अपराधिक हरकतों से परेशान होकर उसकी शादी महजबीन उर्फ जुबीना जरीन से करवा दी।

शादी के बाद उसे तीन मेहरीन, माजिया और माहरूख नाम की तीन बेटियां हुईं जबकि मोइन नवाज नाम का बेटा हुआ। उसकी  सबसे छोटी बेटी मारिया की मौत हो चुकी है।

उसने अपनी बड़ी बेटी माहरूख की शादी पूर्व पाकिस्तानी क्रिक्रेटर जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद से करवा दी, और माहरीन की शादी पाकिस्तानी-अमेरिकी अयूब से हुई करवा दी जबकि बेटे मोइन की शादी सानिया नाम की लड़की के साथ करवाई है।

ऐसे बने डॉन –

मोस्ट वांटेड आतंकी दाऊद इब्राहिम को शुरु से ही गलत शौक और बुरी आदतों की वजह से अपराधिक गतिविधियों में दिलचस्पी बढ़ने लगी थी।

उसने सबसे पहले एक बिजनेसमैन के साथ लूटपाट कर पहली अपराधिक गतिविधि को अंजाम दिया, हालांकि उसे अपनी इस करतूत के लिए जेल भी जाना पड़ा, लेकिन जेल से छूटने के बाद भी दाऊद में कोई सुधार नहीं आया, बल्कि वह मुंबई के अंडरवर्ल्ड डॉन करीम लाला की गैंग के साथ जुड़ गया और क्रिमिनल गतिविधियों को अंजाम देने लगा, लेकिन इसके बाद उसने अपने भाई के साथ मिलकर अपनी एक अलग क्राइम गैंग बना ली।

दाऊद इब्राहिम को 1980 के दशक से पहले डॉन के रुप में ऐसी कोई खास पहचान नहीं मिली थी, लेकिन इसके बाद इसका नाम मुंबई अपराध जगत में तेजी से उभरा। 80 के दशक में दाऊद का नाम अपराध की दुनिया में सबसे बड़ा नाम बन गया था जो कि फिल्म फाइनेंसिंग से लेकर सट्टेबपाजी तक काम करता था।

वहीं अब तक दाऊद की अपराधिक गतिविधियां इतनी बढ़ चुकी थीं कि वो लोगों को डरा-धमकाकर देकर फिरौती वसूल करने लगा था। जिसकी वजह से वो मुंबई पुलिस की नजरों में एक अपराधी के रुप में चढ़ गया और अपने गुनाहों के लिए उसे कई बार जेल भी जाना पड़ा लेकिन हर बार वह जेल से छूट जाता और नई जुर्म की वारदात को अंजाम देता था।

यहां तक कि मुंबई में लोग उससे खौफ खाने लगे थे और वह लोगों को डरा-धमकाकर करोड़ों रुपए ऐंठने का काम करता था। हालांकि, इसके बाद लगातार वह अपनी अपराधिक कारनामों के लिए वह पुलिस के शिकंजे में फंसता रहा, 1990 में वह पुलिस को चकमा देकर दुबई भाग गया।

इसी दौरान उसकी मुलाकात एक अन्य डॉन छोटे राजन से हुई, दोनों मिलकर भारत के बाहर काम करने लगे और अपराधिक गतिविधियों को अंजाम देने लगें।

वह विदेश में बैठे-बैठे कई आतंकी संगठनों और अपनी गैंग के माध्यम से भारत में कई अपराधिक वारदातों को अंजाम देता रहा। 12 मार्च, 1993 में मुंबई में अलग-अलग जगह भयानक बम बिस्फोट हुए, जिसमें करीब 257 लोगों की मौत हो गई और 700 लोग घायल हो गए।

जांच में दाउद का नाम मुंबई बम धमाके के मास्टरमाइंड के रुप में उभरा। जिसके बाद वह अंडरवर्ल्ड के सबसे बड़े और इंडिया का मोस्ट वांटेड डॉन बन गया। हालांकि इस बम धमाके में छोटे राजन और दाऊद की दोस्ती में दरार पड़ गई और दोनों की दोस्ती दुश्मनी में बदल गई, दोनों अलग हो गए।

दाउद पाकिस्तान चला गया लेकिन वहां कराची में रहकर भारत के खिलाफ अपना जुर्म जारी रखा। इसके बाद 2005 में भारत की खूफिया एजेंसियों ने उसकी बेटी माहरूख की शादी के रिसेप्शन में उसे मारने का प्लान बनाया लेकिन प्लान लीक होने की वजह से वह बच निकला।

वहीं समय-समय पर दाईद को भारत पर लाने की मांग उठती रही और भारत सरकार पाकिस्तान पर दबाब बनाती रही लेकिन दाऊद अपना ठिकाना बदलता रहा और अभी तक नहीं पकड़ा गया आज भी वह भारत का मोस्ट वांटेड अपराधी है।

अपने नाम और पहचान बदलकर देता रहा गुनाहों को अंजाम:

कई रिपोर्ट्स और किताबों के मुताबिक दाऊद ने 13 बार अपनी अलग-अलग नाम और पहचान बदलकर अपराध की वारदात को अंजाम देता रहा है। उसके बारे में यह भी प्रसिद्ध है उसने कई बार पुलिस के शिकंजे से बचने के लिए अपने चेहरे की सर्जरी भी करवाई है।

इसके अलावा अंडर वर्ल्ड डॉन दाऊद के बारे में ऐसी भी खबरें हैं कि पाकिस्तान  में वो शेख दाऊद हसन के नाम से रह रहा है। उसके बाद डेविड भाई, अमीर साहब, हाजी साहब आदि के नाम से भी संबोधित करते है।

इसके अलावा दाऊद के कई अलग-अलग ठिकाना होने का भी दावा किया जाता है। दाऊद के पास 4 पासपोर्ट होने का भी दावा किया गया ह है।

फिल्में –

अपराध की दुनिया का सबसे बड़ा नाम दाऊद इब्राहिम के जीवन  पर बॉलीवुड में कंपनी, डी, शूटआउट एट लोखंडवाला, ब्लैक फ्राइडे, और डी-डे, वन्स अपॉन ए टाईम इन मुंबई, आदि फिल्में भी बन चुकी है्ं।

चर्चित विवाद –

1993 में हुए मुंबई में हुए भयानक बम विस्फोट का मास्टरमाइंड दाऊद इब्राहिम को ही माना जाता है। इस बम बिस्फोट में करीब 300 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि 700 से ज्यादा लोग बुरी तरह घायल हो गए थे। अंडर वर्ल्ड डॉन दाउद इब्राहिम के भारत के ज्यादातर हवाला सिस्टम को कंट्रोल करते हैं।

अंडर वर्ल्ड डॉन दाऊद को लेकर कुछ खूफिया एजेंसियों ने यह भी दावा किया था कि वह ब्रिटेन, सिंडिकेट पश्चिमी यूरोप में बड़े स्तर पर नशीले और मादक पदार्थों का संचालन कर रहा है। दाऊद के संबंध अलकायदा आतंकी संगठन के नेता ओसामा बिन लादेन से होने का भी दावा किया गया था।

इसके अलावा दाऊद के संबंध अन्य बड़े आंतकवादी संगठन “लश्कर-ए-तैयबा” से भी बताए जाते हैं और ऐसा कहा जाता है कि दाउद इन संगठनों की खाने-पीने की व्यवस्था समेत फाइनेंशियली भी मद्द करता है।

साल 2003 में दाऊद इब्राहिम को भारत और संयुक्त राज्य अमिरका की सरकार द्धारा ग्लोबल टेररिस्ट (‘वैश्विक आतंकवादी’) करार दिया गया था।

83 thoughts on “दाऊद इब्राहिम का जीवन परिचय”

  1. i like only information not for D.Ibrahim..

    agar bada aadmi ban gaya to jo poor gareeb muslims hain un ka kya hoga kabhi socha hain D.I Bhai ne..

    plz sab ke baare mein socho only ek ke baare mein nahi socho please…please…please…

    help for all indian..
    including first muslims and seconds other one..

    thanks

  2. bhai aap log kuch bhi kaho but jo sach hain wohi sach hain kyun ki islam mein apne watan (desh) se gaddari karne ko mana kiya hain aur farmaya gaya ki jitna ho sake apne desh se mohabbat karo islam mein kahin par nahi likha hain ki apne desh se gaddari karo agar woh apne desh ke liye kar raha hain to theek but woh desh ko tabah o barbad kar raha hain to is liye woh mere nazar mein bhi galat hain…
    lekin ek baat yaad rakhna duniya mein jo bhi bura bana hain woh pehele achcha hota hain lekin duniya ki kuch majbooriyan us ko galat aadmi bana deti hain….
    jaise (for e.g.) virappan, bandit queen(phoolan devi), etc

    Maz’hab Nahi Sikhata Aapas Mein Bair Rakhna,
    Hindi Hain Ham Watan Hain Hindostan Hamara.!

    Bair Means ~ Dushmani..

    1. bhai jo bhe ap ne msg deya hai bo ek dm sahe hai ensan bura ne hota halat use bura kr ne pe mjbur kr dete hai

      1. Kabhi kiske haalat itne bure nahi hote ki vo desh par hamla kare aur lakho begunaho ko mare is se Acha to bhikh mangna he usko bhi 3 vaqt khana mil jata he.aap kisko Bhai bolte ho jisne apne kaam ke liye kitne begunaho ki jaan li he vo hamare liye kal bhi desh drohi tha aur aaj bhi he

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