What is the Big Bang Theory Science
हमेशा से ही वैज्ञानिक इस ख़ोज करने में लगे है की आखिर इस संसार की उत्पत्ति कैसे हुई और कैसे ब्रम्हांड आस्तित्व (Brahmand ki Utpatti )में आया। हमारे ग्रंथो में कहा जाता है की ब्रम्हा ने इसे बनाया लेकिन वैज्ञानिकों का हर एक मामले अपना अलग मत अलग होता है। कैसे बने ये हवा, पानी, जमीन, आप और हम। इस बात को लेकर खोज चली और सामने आई “बिग बैंग थ्योरी” – Big Bang Theory जिसमे ये समझाने की कोशिश की गई की आखिर इस ब्रम्हांड और पृथ्वी का जन्म कैसे हुआ।
आखिर क्या है बिग बैंग थ्योरी – What is the Big Bang Theory Science
कई सारे लोगो को लगता है की ब्रह्माण्ड की उत्पत्ति के बारे में बताने वाले इस सिद्धांत को स्टीफन हॉकिंग ने दिया था जबकि ऐसा नहीं है।
बिग बैंग थ्योरी की ख़ोज – Who Discovered the Big Bang Theory
साल 1927 में जार्ज लैमत्रे ने महाविस्फोट का सिद्धांत दिया जिसे बिग बैंग थ्योरी कहते है। इसमें कहा गया की ब्रम्हांड पहले एक गोला था एक बड़ा सा गोला और कुछ भी नहीं। ना कोई ग्रह था ना की आकाशगंगा और ना ही तारे।
लगभग चौदह अरब वर्ष पूर्व इस गोले में एक विस्फोट हुआ और ढेर सारी ऊर्जा निकली। इस विस्फोट के बाद कई सारी छोटी छोटी परमाणविक इकाई बनी जो बहुत पास पास थी। इसके बाद एक के बाद कई और धमाके हुए जिसमे से ऊर्जा निकलती गई और ये परमाण्विक इकाइयाँ दूर होती गई और ब्रह्माण्ड फैलता गया।
हर बार का धमाका पहले से अधिक शक्तिशाली हुआ करता था। इस धमाके के लगभग तीन लाख साल बाद हर जगह हीलियम और हाइड्रोजन गैस हो गई। इसके भी अस्सी हजार साल बाद इस केवल फोटोन बचे और फिर हमारे ब्रह्माण्ड का निर्माण (The Creation of the Universe)हुआ।
हमारा ग्रह पृथ्वी बना, बाकी के ग्रह बने, आकाश, तारे, चंद्रमा, सूर्य आदि का निर्माण हुआ। इसी विस्फोट को बिग बैंग थ्योरी कहा जाता है। इसी से ब्रह्माण्ड का उत्सर्जन हुआ। जार्ज ने जब यह सिद्धांत दिया था तब उनकी बातो को सुना नहीं गया और उन्हें आलोचकों ने किनारे कर दिया लेकिन जब सदी के महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग ने भी यही बात कहनी शुरू की तो लोगो को इस बारे में भरोसा होने लग गया।
लाल विचलन सिद्धांत – Red Shift Theory
जार्ज लैमत्रे के बाद साल 1929 में एडविन हब्बल ने एक खोज की जिसे उन्होंने “लाल विचलन यानी की रेड शिफ्ट नाम दिया।
इसमें उन्होंने कहा की विस्फोट बने सभी ग्रह और आकाशगंगाएं एक दूसरे से दूर जाने लगी। इसका अर्थ है की पहले ये पास पास रही होगी। ये विस्फोट के समय पास थी लेकिन बाद में दूर जाने लगी तो इनके बीच जगह होने लगी।
इस बात को लेकर भी एक खोज हुई जिसे फ्रेड होयल का स्थाई स्थिति मॉडल कहा जाता है। उन्होंने कहा की जब आकाशगंगाएं एक दूसरे से दूर जा रही है तो उनके बीच जगह हुई और इस जगह में कई सारे नए पदार्थो का निर्माण हुआ।
हालाँकि उस समय इन सबकी बातो को कोई मानता नहीं था और इन्हें पागल कहा जाता था लेकिन साल 1956 में ब्रह्मांडीय सूक्ष्म तरंग विकिरण की खोज में इसे माना गया और इसे एक मान्य सिद्धांत घोषित किया गया।
बिग बैंग थ्योरी एक महाविस्फोट कहा जाता है। कहा गया की इसके बाद ब्रम्हांड बना लेकिन इसके पहले क्या था। इसके की बात बताई स्टीफन हॉकिंग ने। उनका कहना था की पहले केवल एक गोला था और उसी गोले में सारी ऊर्जा केन्द्रित थी और उसके चारो तरफ कुछ भी नहीं था।
उन्होंने ये भी कहा की उससे पहले समय का भी कोई आस्तिव नहीं था। जैसे आज दिन रात सुबह शाम और घंटे मिनट होते है, उस समय ऐसा कुछ नहीं था। जब से स्टीफन हॉकिंग ने इसके बारे में बात करनी शुरू की तो लोगो को यकीन हुआ की ब्रम्हांड ऐसे ही बना होगा और ऐसे ही इसका विकास हुआ था।
हालाँकि इसके बाद कई सारी खोजे हुए जैसे की गॉड पार्टिकल आदि लेकिन वो सब भी बिग बैंग में ही आधारित थी। कई बार कहा जाने लगा की फला तारीख को दुनिया खत्म हो जाएगी लेकिन ये सब बाते हाकिंग से झुठला दी थी। उन्होंने भगवान के आस्तित्व को भी नकारा है। उन्होंने कहा की बिग बैंग से पहले भी कोई भगवान् नहीं था और ना ही अब कोई भगवान् है। यानी की बिग बैंग की सबकुछ है जिससे ये ग्रह और ये ब्रम्हांड बना और हमारी उत्पत्ति हुई।
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very nice article sir
thank you
sir , aap bhut hi achha likhte h.