भारत रत्न अवार्ड विजेताओं की लिस्ट और जीवन परिचय

Bharat Ratna award winners list

भारत में हर क्षेत्र में बहुत सारे talented लोग है जो अपने अपने काम में excellent काम कर रहे है। भारत सरकार द्वारा ऐसे लोगो को उनके काम के लिए नवाजा जाता है। ऐसे महान लोगो को उनके अमूल्य योगदान के लिए भारत सरकार द्वारा विविध नागरी सम्मान या awards दिए जाते है।

Arts से लेके technology तक कोई भी क्षेत्र इससे वंचित नहीं है। भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च नागरी पुरस्कार या Highest Civilian Award है – भारत रत्न पुरस्कार (Bharat Ratna award)

अपने क्षेत्र में महान और सर्वश्रेष्ठ काम करने वाले लोगो को भारत रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। भारत रत्न पुरस्कार मरणोपरांत भी दिया जाता है। आप को भारत रत्न पुरस्कार की जानकारी ज्ञानी पण्डित पर मिल जाएगी।

आज हम आपको भारत रत्न पुरस्कार प्राप्त किये हुए लोगो के बारे में Information देंगे जिन्होंने अपने महान कार्य से इस पुरस्कार को हासिल किया है। ऐसे महान लोगो की Biography और History पढ़ने से आपको inspiration मिलेगा। भारत रत्न पुरस्कार आज तक जिन लोगों को मिल पाया हैं उनकी लिस्ट और जीवन परिचय दे रहे हैं।

Bharat Ratna award winners list
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भारत रत्न अवार्ड विजेताओं की लिस्ट और जीवन परिचय – Bharat Ratna Award Winners List

‘भारत रत्न’ पुरस्कार हमारे देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है। यह सम्मान विज्ञान, साहित्य, खेल, कला, सार्वजनिक सेवा आदि क्षेत्र में उत्कृष्ट काम करने वाले व्यक्ति को दिया जाता है। देश के इस प्रतिष्ठित पुरस्कार की शुरुआत साल 1954 से हुई थी।

सबसे पहले यह सर्वोच्च सम्मान दूसरे राष्ट्रपति के तौर पर देश का नेतृत्व कर चुके ड़ॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन को साल 1954 में दिया गया था। तब से लेकर आज तक अलग-अलग क्षेत्रों में उत्कृष्ट काम करने वाली तमाम हस्तियों को इस सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार से नवाजा जा चुका है।

आज हम आपको अपने इस लेख में भारत सरकार के द्धारा दिए जाने वाले इस सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” पुरस्कार से नवाजे गए लोगों की सूची उपलब्ध करवाएंगे। आप भारत रत्न विजेताओं के नाम पर क्लिक कर उनके जीवन से जुड़ी खास बातें, उपलब्धियां एवं उनके द्धारा किए गए महत्वपूर्ण कामों के बारे में जान सकेंगे।

इसके साथ ही इस लेख में हम भारत रत्न पुरस्कार विजेताओं के नाम के आगे वेबसाइट लिंक भी डालेंगे, जिससे आप आसानी से देश की इन महान शख्सियत के बारे में जानकारी हासिल कर सकेंगे, तो आइए जानते हैं देश के इस सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार विजेताओं की लिस्ट के बारे में-

भारत रत्न पुरस्कार विजेता साल
1. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णनन 1954
2. चक्रवती राजगोपालाचारी 1954
3. डॉ. सी. वी. रमन 1954
4. पंडित जवाहर लाल नेहरू  1955
5. डॉ. भगवान दास  1955
6. सर. डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरय्या  1955
7. गोविंद बल्लभ पंत  1957
8. धोंडो केशव कर्वे 1958
9.डॉ. बिधान चन्द्र रॉय  1961
10.पुरुषोत्तम दास टंडन 1961
11. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद 1962
12. डॉ. जाकिर हुसैन खान  1963
13. पांडुरंग वामन काणे  1963
14. लालबहादुर शास्त्री 1966
15. इंदिरा गांधी 1971
16. वी.वी.गिरी 1975
17. के. कामराज 1976
18. मदर टेरेसा 1980
19. आचार्य विनोबा भावे 1983
20. खान अब्दुल गफ्फार खान 1987
21. एम.जी. रामाचंद्रन 1988
22. नेल्सन  मंडेला 1990
23. बाबा साहेब अंबेडकर 1990
24. सरदार वल्लभभाई पटेल 1991
25. राजीव गांधी 1991
26. मोरारजी देसाई 1991
27. अबुल कलाम आजाद 1992
28. सत्यजीत राय 1992
29. जे.आर.डी. टाटा 1992
30. अरुणा आसफ अली 1997
31. गुलजारी लाल नंदा 1997
32. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम 1997
33. डॉ. जयप्रकाश नारायण 1998
34. एम.एस. सुब्बुलक्ष्मी 1998
35. चिदंबरम सुब्रममण्यम 1998
36. गोपीनाथ बोरदोलोई 1999
37. अमर्त्य सेन 1999
38. रवि शंकर 1999
39. लता मंगेशकर 2001
40. बिस्मिल्लाह खान 2001
41. भीमसेन जोशी 2008
42. सचिन तेंदुलकर 2014
43. सी.एन.आर.राव 2014
44. मदन मोहन मालवीय 2014
45. अटल बिहारी वाजपेयी 2015
46. नानाजी देशमुख 2019
47. भूपेन हजारिका 2019
48. प्रणब मुखर्जी 2019
49. कर्पूरी ठाकुर 2024

1. डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन- (देश के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं दूसरे राष्ट्रपति)

  • पूरा नाम (Name) – डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन
  • जन्म (Birthday) – 5 सितंबर, 1888, तिरुमनी गांव, तमिलनाडु
  • पिता (Father Name) – सर्वपल्ली वीरास्वामी
  • माता (Mother Name) – सीताम्मा
  • विवाह (Wife Name) – सिवाकामू( 1904)
  • बच्चे (Childrens) – 5 बेटे, 1 बेटी
  • शिक्षा (Education) – एम.ए. दर्शनशास्त्र
  • पुरस्कार/सम्मान (Award) – देश का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार, ”भारत रत्न” से सम्मानित
  • मृत्यु (Death) – 17 अप्रैल, 1975, चेन्नई, तमिलनाडु

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी देश के प्रथम उपराष्ट्रपति एवं दूसरे राष्ट्रपति थे। उन्हें राष्ट्रपति के पद पर रहते हुए कई उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ा था, हालांकि उन्होंने अपनी सूझबूझ और समझदारी के साथ इस पद की जिम्मेदारी कुशलतापूर्वक निभाई।

वे एक अच्छे राजनेता होने के साथ-साथ एक महान शिक्षक, प्रख्यात दार्शनिक एवं प्रसिद्ध विचारक थे। उन्होंने अपने जीवन के करीब 40 सालों तक एक शिक्षक के रुप में अपनी सेवाएं दी। सर्वपल्ली राधाकृष्णन ने लोगों को न सिर्फ शिक्षकों के महत्व को बताया बल्कि समाज में शिक्षकों को एक उचित दर्जा दिलवाने में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसलिए 5 सितंबर को सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के जन्म दिवस को पूरे देश में शिक्षक दिवस के रुप में मनाया जाता है।

राधाकृष्णन जी देश के ऐसे पहले शख्सियत थे, जिन्हें शिक्षा (Education) और राजनीति के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए साल 1954 पहली बार देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से नवाजा गया था।

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर ले सकते हैं : डॉ॰ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जीवनी

2. चक्रवती राजगोपालाचारी:

  • पूरा नाम (Name) – चक्रवर्ती राजगोपालाचारी (राजाजी)
  • जन्म (Birthday) – 10 दिसंबर, 1878, सेलम जिला, धोरापल्ली गांव, मद्रास
  • पिता (Father Name) – श्री नलिन चक्रवर्ती (न्यायाधीश)
  • शिक्षा (Education) – वकालत की पढ़ाई
  • पुरस्कार/सम्मान (Award) – भारत रत्न
  • मृत्यु (Death) – 28 दिसम्बर, 1972

चक्रवती राजगोपालाचारी भारत के महान स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिकारी थे, जिन्होंने देश को अंग्रेजों की गुलामी से आजाद करवाने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। उन्होंने अपने जीवन में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहते हुए काम किया था।

चक्रवती राजगोपालाचारी जी ने अपनी उत्तम विवेकशीलता के चलते भारतीय राजनीति में भी एक नया आयाम स्थापित किया था। वे एक अच्छे राजनेता होने के साथ-साथ एक प्रख्यात दार्शनिक, महान लेखक, गंभीर वकील भी थे।

देश के अंतिम गर्वनर माउंटबेटन के बाद चक्रवती राजगोपालाचारी जी भारत के प्रथम गर्वनर जनरल भी थे। उन्होंने न सिर्फ ”स्वतंत्रता पार्टी” की स्थापना की थी। ”राजाजी” के नाम से प्रसिद्ध चक्रवती राजगोपालाचारी जी पश्चिचम बंगाल के राज्यपाल, भारत के गृह मंत्री, मद्रास राज्य के मुख्यमंत्री, मद्रास प्रेसीडेंसी के प्रमुख  जैसे अहम पदों पर रहते हुए भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।

राजगोपालाचारी जी को आधुनिक भारत के इतिहास का ”चाणक्य” भी माना जाता है। देश के हित के लिए उनके द्धारा किए गए महत्वपूर्ण कामों के लिए उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से सम्मानित किया जा चुका है।

3. चन्द्रशेखर वेंकटरमन (सी.वी.रमन):

  • पूरा नाम (Name) – सर चंद्रशेखर वेंकट रमन (सी.वी. रमन)
  • जन्म (Birthday) – 7 नवंबर, 1888, तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु
  • पिता का नाम (Father Name) – चंद्रशेखर अय्यर
  • माता (Mother Name) – पार्वती अम्मल
  • विवाह (Wife Name) – त्रिलोकसुंदरी
  • पढ़ाई (Education) – एम.एस.सी
  • मृत्यु (Death) – 21 नवम्बर, 1970, बैंगलोर
  • पुरस्कार/सम्मान (Award) – प्रकाश के प्रकीर्णन और रमन प्रभाव की खोज के लिए

सी.वी. रमन को भारत में विज्ञान के क्षेत्र में अपने महत्वपूर्ण योगदान के लिए याद किया जाता है। वे आधुनिक भारत के महान वैज्ञानिक थे, जिन्होंने विज्ञान की दुनिया में कई प्रभावशाली एवं अद्भुत खोज की। वे एक महान भौतिक शास्त्री भी थे।

विज्ञान के क्षेत्र में उनकी महत्वपूर्ण खोज ”प्रकाश के प्रकीर्णन” एवं ”रमन इफेक्ट” ((Raman effect) के लिए उन्हें नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इसके अलावा भारत को विज्ञान के क्षेत्र में एक नई पहचान दिलवाने के लिए उन्हें साल 1954 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से भी नवाजा गया था।

सीवी रमन के बारे में आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर और अधिक जानकारी प्राप्त कर सकते हैं: सीवी रमन की जीवनी

4. पंडित जवाहरलाल नेहरू:

  • पूरा नाम (Name) – पंडित जवाहरलाल नेहरू
  • जन्म (Birthday) – 14 नवंबर,  1889, इलाहाबाद, उत्तरप्रदेश
  • पिता (Father Name) – मोतीलाल नेहरू
  • माता (Mother Name) – स्वरुपरानी नेहरू
  • पत्नी (Wife Name) – कमला नेहरू
  • बेटी (Daughter Name) – इंदिरा गांधी
  • पुरस्कार/सम्मान (Award) – देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान”भारत रत्न” (1955)
  • मृत्यु (Death) – 27 मई, 1964, नई दिल्ली

पंडित जवाहर लाल नेहरू देश के प्रथम प्रधानमंत्री थे, जिन्होंने गुलाम भारत को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद करवाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी दूरदर्शी सोच और प्रभावशाली व्यक्तित्व के चलते उन्हें आधुनिक भारत का शिल्पकार एवं वास्तुकार माना जाता था। उन्होंने भारत को एक विकसित एवं सफल राष्ट्र बनाने के लिए इसकी नींव मजबूत करने में अपनी अहम भूमिका निभाई थी।

जवाहर लाल नेहरू जी के सफल राजनैतिक कौशल एवं उनकी अद्भुत सैद्धान्तिक छवि को देखते हुए उन्हें आजाद भारत का प्रथम प्रधानमंत्री बनाया गया था। उन्होंने प्रधानमंत्री के रुप में न सिर्फ देश की आर्थिकी में सुधार किया, बल्कि विज्ञान और प्रोद्योगिकी के विकास को बढ़ावा दिया। इसके साथ ही उन्होंने देश के पीएम पद पर रहते हुए कोरियाई युद्ध, स्वेज नहर विवाद सुलझाने और कांगो समझौते में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया था। पंडित नेहरू जी को बच्चों से अत्याधिक प्रेम और स्नेह था।

इसलिए उनके जन्म दिन 14 नवंबर को बाल दिवस के रुप में मनाया जाता है।  बच्चे उन्हें चाचा नेहरू के नाम से पुकारते थे। पंडित नेहरू जी ने भारतवासियों के मन में न सिर्फ लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति सम्मान की भावना पैदा की, बल्कि जातिवाद का भाव मिटाने में भी अपनी सक्रिय भागीदारी निभाई थी।

इसके अलावा उन्होंने ऑस्ट्रेलिया एवं लाओस जैसे कई गंभीर मुद्दों का समाधान करने में भी अपना योगदान दिया। नेहरू जी को साल 1955 में उनके द्धारा देश के के लिए किए गए महत्वपूर्ण योगदानों के लिए उन्हें भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान”भारत रत्न” से भी सम्ममानित किया गया था।

पंडित नेहरू के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: जवाहरलाल नेहरु जीवनी

5. डॉ. भगवानदास:

  • पूरा नाम (Name) – डॉ. भगवान दास
  • जन्म (Birthday) – 12 जनवरी, 1869, वाराणसी
  • पिता (Father Name) – श्री साह माधव दास
  • पढ़ाई (Education) – एम.ए (दर्शनशास्त्र)
  • पुरस्कार/सम्मान (Award) – भारत रत्न

भगवानदास जी भारत के एक महान स्वंतत्रता सेनानी और क्रांतिकारी थे, जिन्होंने गुलाम भारत को अंग्रेजों से आजाद करवाने की लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। भगवानदास जी ने देश के प्रति अपने कर्तव्य को पूरी निष्ठा और ईमानदारी से निभाया था। यही नहीं उन्होंने गांधी जी द्धारा चलाए गए सविनय अवज्ञा आंदोलन के दौरान जेल की सजा भी काटी थी।

भगवानदास जी को एक महान दार्शनिक, शिक्षा शास्त्री, समाजसेवी के रुप में भी याद किया जाता है। उन्हें हिन्दी, संस्कृत, उर्दू, अरबी, फारसी समेत कई भाषाओं की जानकारी थी। भगवानदास जी ने काशी हिन्दू विद्यापीठ की सह-स्थापना की थी और यहां एक अध्यापक के रुप में भी अपनी सेवाएं दी थी।

इसके अलावा उन्होंने बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी की स्थापना में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। भगवानदास जी का अनूठा एवं प्रभावशाली व्यक्तित्व एवं उनका प्रेरणादायक जीवन भारतीय संस्कृति और परंपरा का प्रतिनिधित्व करता है। भगवानदास जी को देश के लिए किए गए उनके अमूल्य योगदान के लिए साल 1955 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था।

6. सर मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया:

  • पूरा नाम (Name) – डॉ. मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया
  • जन्म (Birthday) – 15 सितंबर, 1861, कर्नाटक
  • शिक्षा (Education – इंजीनियरिंग
  • पुरस्कार/सम्मान (Award) – भारत रत्न
  • मृत्यु (Death) – 14 अप्रैल, 1962

मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैया जी एक प्रख्यात वैज्ञानिक, महान इंजीनियर एवं प्रभावशाली राजनेता थे। उन्हें ”आधुनिक भारत के विश्वकर्मा” के रुप में याद किया जाता है। उन्होंने अपना पूरा जीवन देश की सेवा में समर्पित कर दिया।  उनके जन्म दिवस, 15 सितंबर को पूरे भारत में उनके सम्मान में ”अभियंता दिवस” के रुप में मनाया जाता है।

आधुनिक भारत के निर्माण में उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए साल 1955 में एम, विश्वश्वरैया जी को देश के प्रतिष्ठित एवं सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से नवाजा गया था।

इसके अलावा ब्रिटिश सरकार ने उन्हें जनता की सेवा के लिए ”नाइट कमांडर ऑफ द ब्रिटिश इंडियन एंपायर” से भी सम्मानित किया था।

7. पंडित गोविंद बल्लभ पंत:

  • पूरा नाम (Name) – गोविंद बल्लभ पंत
  • जन्म (Birthday) – अल्मोड़ा, उत्तराखंड
  • पिता (Father Name) – श्री मनोरथ पंत
  • पत्नी (Wife Name) – श्री मति गंगा देवी
  • शिक्षा (Education) – वकालत
  • पुरस्कार/सम्मान (Award) – भारत रत्न
  • मृत्यु (Death) – 7 मार्च, 1961

गोविंद बल्लभ पंत जी देश के महान स्वतंत्रता सेनानी थे, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी देश की सेवा में सर्मपित कर दी। उन्होंने देश को आजादी दिलवाने के लिए कई त्याग और बलिदान दिए। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद उन्हें उत्तप्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री के तौर पर नियुक्त किया गया था। इसके अलावा आजाद भारत में उन्होंने गृहमंत्री के रुप में भी अपनी सेवाएं दी थी।

गोविंद बल्लभ पंत जी ने भारतीय संविधान में हिन्दी भाषा को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलवाने एवं जमींदारी प्रथा को पूरी तरह खत्म करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी। देश की सेवा में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें साल 1957 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था।

8. डॉ. धोंडो केशव कर्वे:

  • पूरा नाम (Name) – डॉ. धोंडो केशव कर्वे (महर्षि कर्वे)
  • जन्म (Birthday) – 18 अप्रैल, 1858, रत्नागिरी जिला, महाराष्ट्र
  • पिता (Father Name) – केशव पंत
  • पत्नी (Wife Name) – राधाबाई और आनंदीबाई
  • शिक्षा (Education) –  ग्रेजुएशन
  • पुरस्कार/सम्मान (Award) – भारत रत्न
  • मृत्यु (Death) – 9 नवंबर, 1962

डॉ. केशव कर्वे भारत के एक महान समाज सुधारक एवं शिक्षा शास्त्री थे, जिन्होंने देश में शिक्षा का जमकर प्रचार-प्रसार किया और लोगों को शिक्षा का महत्व बताया। उन्होंने महिलाओं की शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए महाराष्ट्र में ”महिला विद्यालय” की स्थापना की थी।

इसके साथ ही उन्होंने देश के गांवों में शिक्षा की अलख जगाने के लिए चंदा इकट्ठा कर करीब 50 से भी ज्यादा प्राइमरी स्कूलों की स्थापना की थी। अपने जीवन में तमाम संघर्षों का सामना कर वे देश के उच्च पदों पर शोभायमान हुए। साल 1958 में उन्हें देश के लिए किए गए उत्कृष्ट कामों के लिए देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से नवाजा गया था।

9. डॉ. बिधान चन्द्र राय:

  • पूरा नाम (Name) – डॉ. बिधान चन्द्र राय
  • जन्म (Birthday) – 1 जुलाई 1882, बिहार
  • पिता (Father Name) – श्री प्रकाश चन्द्र राय
  • माता (Mother Name) – श्रीमति कामिनी देवी
  • शिक्षा (Education) – एम.डी (डॉक्टर)
  • पुरस्कार/उपाधि (Award) – भारत रत्न, डॉक्टर ऑफ साइंस
  • मृत्यु (Death) – 1 जुलाई 1962, कोलकाता, पश्चिम बंगाल

डॉ. बिधान चन्द्र राय जी देश के महान स्वतंत्रता सेनानी, क्रांतिकारी, कुशल राजनीतिज्ञ, वरिष्ठ चिकित्सक एवं महान शिक्षक थे। बिधान  चन्द्र राय जी को आधुनिक भारत के राष्ट्र निर्माता के रुप में याद किया जाता है। उनके लिए आज भी हर देशवासी के ह्रद्य में अपूर्व सम्मान है। उन्होंने पश्चिम बंगाल के पहले मुख्यमंत्री के रुप में कई महत्वपूर्ण काम किए थे।

यही नहीं वे अपने उत्कृष्ट कामों के लिए ”बंगाल के मसीहा” या ”बंगाल का निर्माता” के रुप में भी जाने जाते थे। उन्होंने अपने मुख्यमंत्री के कार्यकाल में पश्चिम बंगाम में न सिर्फ अभूतपूर्व विकास करवाया बल्कि 5 नए शहरों की स्थापना भी की थी।

चिकित्सा के क्षेत्र में उनके महत्वपूर्ण योगदान एवं उनके सम्मान में उनके जन्म दिवस 1 जुलाई को पूरे देश में चिकित्सक दिवस के रुप में मनाया जाता है। समाज और देश के लिए उत्कृष्ट काम करने के लिए उन्हें साल 1961 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था।

10. पुरुषोत्तम दास टंडन:

  • नाम (Name) – पुरुषोत्तम दास टंडन
  • जन्म (Birthday) – 1 अगस्त, 1882,  इलाहाबाद, उत्तरप्रदेश
  • शिक्षा (Education) – LLB, M.A.
  • पुरस्कार/सम्मान (Award) – ”भारत रत्न” (23 अप्रैल, 1961)

पुरुषोत्तम दास टंडन जी भारत के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे।

देश की आजादी की लड़ाई में पुरुषोत्तम दास जी ने कई आंदोलनों में अपनी भागीदारी निभाई, इस दौरान उन्हें कई बार जेल की सलाखों के पीछे भी रहना पड़ा था। हिन्दी को राष्ट्रभाषा का दर्जा दिलवाने के उन्होंने महत्वपूर्ण प्रयास किए थे। पुरुषोत्तम दास जी ने साल 1910 में वाराणसी में हिन्दी साहित्य सम्मेलन की भी स्थापना की थी।

राजर्षि नाम से प्रसिद्ध पुरुषोत्तम दास जी ने कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष के रुप में भी काम किया था। देश के लिए उनके द्धारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 1961 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान”भारत रत्न” से भी नवाजा जा चुका है।

11. डॉ. राजेन्द्र प्रसाद

  • पूरा नाम (Name) – डॉ. राजेन्द्र प्रसाद
  • जन्म (Birthday) – 3 दिसंबर, 1884, बिहार के जीरादेई गांव
  • पिता (Father Name) – महादेव सहाय
  • माता (Mother Name) – कमलेश्वरी देवी
  • विवाह (Wife Name) – राजवंशी देवी
  • बच्चे (Children Name) – मृत्युंजय प्रसाद
  • शिक्षा (Education) – लॉ में पोस्ट ग्रेजुएशन (LLM) एवं लॉ में डॉक्ट्रेट
  • पुरस्कार/सम्मान (Award) – भारत रत्न
  • मृत्यु (Death) – 28 फरवरी, 1963, पटना, बिहार

डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद जी देश के प्रथम राष्ट्रपति थे, उन्हें आधुनिक भारत के वास्तुकार के रुप में भी याद किया जाता है। वे एक ऐसी महान शख्सियत थे, जिन्होंने अपना पूरा जीवन राष्ट्रसेवा में समर्पित कर दिया था। देश के लिए उनके द्धारा दिए गए योगदान को कभी नहीं भूलाया जा सकता है। स्वतंत्रता संग्राम में उन्होंने देश के एक सच्चे सपूत की तरह अपनी भागीदारी निभाई थी।

भारतीय संविधान के निर्माण में भी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद जी ने अपनी सराहनीय भूमिका निभाई थी। साल 1950 में हमारे देश का संविधान लागू होने के साथ उन्हें देश के सर्वोच्च पद,राष्ट्रपति के पद पर सुशोभित कर सम्मानित किया गया।

उन्होंने न सिर्फ देश की राजनीति को एक नया आयाम दिया, बल्कि देश में शिक्षा के विकास के लिए भी महत्वपूर्ण काम किए। राजनैतिक, समाजिक, आर्थिक, शिक्षा आदि के क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट कामों के लिए उन्हें साल 1962 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से नवाजा गया।

देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र प्रसाद जी के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: डॉ राजेन्द्र प्रसाद जी की जीवनी

12. डॉ. जाकिर हुसैन खान:

  • पूरा नाम (Name) – डॉ. जाकिर हुसैन
  • जन्म (Birthday) – 8 फरवरी, 1897, हैदराबाद, आंध्रप्रदेश
  • पिता (Father Name) – फिदा हुसैन खान
  • माता (Mother Name) – नाजनीन बेगम
  • विवाह (Wife Name) – शाहजेहन बेगम
  • मृत्यु (Death) – 3 मई, 1969, दिल्ली

डॉ. जाकिर हुसैन देश के पहले मुस्लिम राष्ट्रपति  होने के साथ राष्ट्रपति के पद पर मरने वाले पहले राष्ट्रपति थे। राष्ट्रपति बनने से पहले उन्होंने देश के उपराष्ट्रपति एवं बिहार के राज्यपाल के रुप में भी काम किया था।

उन्होंने देश में शिक्षा के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने राष्ट्रीय मुस्लिम विश्वविद्यालय की स्थापना की थी, जो कि अब जामिया मिलिया इस्लामिया के नाम से मशहूर है। देश के लिए किए गए उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से भी सम्मानित किया जा चुका है।

डॉ. जाकिर हुसैन जी के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: जाकिर हुसैन का जीवन परिचय

13. पांडुरंग वामन काणे:   

  • पूरा नाम (Name) – डॉ. पांडुरंग वामन काणे
  • जन्म (Birthday) – 7 मई, 1880, रत्नागिरी जिला, महाराष्ट्र
  • पिता (Father Name) – वामन राव
  • शिक्षा (Education) – एल.एल.बी (वकालत), एम.ए (संस्कृत और अंग्रेज)
  • पुरस्कार/सम्मान (Award) – भारत रत्न

डॉ. पांडुरंग वामन काणे एक महान विद्धान, प्रख्यात लेखक एवं प्रतिष्ठित शिक्षक थे। जो कि संस्कृत के प्रकांड विद्धान थे। उन्होंने भारतीय संस्कृति और रीति-रिवाज को पूरी दुनिया से परिचित करवाया। इसके अलावा वे शैक्षणिक एवं वकालत के काम से भी जुड़े।

इसके साथ ही उन्होंने कई महत्वपूर्ण रचनाएं भी की। ”धर्मशास्त्र का इतिहास” उनकी सबसे अधिक प्रसिद्ध एवं लोकप्रिय रचना है। उनके द्धारा दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 1963 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था।

14. लाल बहादुर शास्त्री:

  • पूरा नाम (Name) लालबहादुर शारदाप्रसाद श्रीवास्तव
  • जन्म (Birthday) – 2 अक्टूबर, 1904, मुगलसराय, वाराणसी, उत्तरप्रदेश
  • पिता (Father Name) – मुंशी शारदा प्रसाद श्री वास्तव
  • माता (Mother Name) – रामदुलारी देवी
  • शिक्षा (Education) – हरिश्चन्द्र हाई स्कूल, काशी विद्यापीठ
  • विवाह (Wife Name) – ललिता देवी
  • बच्चे (Childrens) – 6 बच्चे
  • मृत्यु (Death) – 11 जनवरी, 1966
  • पुरस्कार/सम्मान (Award)देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न”(1966)

लालबहादुर शास्त्री जी देश के महान स्वतंत्रता सेनानी एवं क्रांतिकारी होने के साथ-साथ एक ईमानदार एवं राष्ट्र के लिए समर्पित राजनेता थे। उन्होंने देश के पहले पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू जी की मौत के बाद साल 1964 में देश के पीएम पद की जिम्मेदारी संभाली थी, उस दौरान देश न सिर्फ आर्थिक संकट से गुजर रहा था, बल्कि भारत-पाकिस्तान की युद्ध के कारण देश की स्थिति काफी बिगड़ी हुई थी, लेकिन ऐसे वक्त में भी लालबहादुर शास्त्री ने हिम्मत और सूझबूझ से काम लेते हुए कुशलतापूर्वक देश का नेतृत्व किया।

शास्त्री जी का पीएम का कार्यकाल काफी सराहनीय था, उन्होंने इस दौरान कई महत्वपूर्ण काम किए थे। इसके अलावा उन्होंने देश कीआजादी की लड़ाई में अपने जोशीले भाषणों एवं क्रांतिकारी गतिविधियों से ब्रिटिश शासकों की नाम पर दम कर दिया था और सभी देशवासियों के अंदर आजादी पाने की अलख जगाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

लालबहादुर शास्त्री जी द्धारा दिया गया नारा”जय जवान, जय किसान” काफी लोकप्रिय हुआ। शास्त्री जी द्धारा देश के लिए दिए गए महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 1966 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से भी नवाजा गया था।

लालबहादुर जी के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: लालबहादुर शास्त्री जी का जीवन परिचय

15. इंदिरा गांधी:

  • पूरा नाम (Name) – इंदिरा प्रियदर्शनी गांधी
  • जन्म (Birthday) – 19 नवंबर, 1917, इलाहाबाद, उत्तरप्रदेश
  • पिता (Father Name) – जवाहरलाल नेहरू
  • माता (Mother Name) – कमला नेहरू
  • पति (Husband Name) –  फिरोज गांधी
  • पुरस्कार/उपाधि (Award) – भारत रत्न(1971)
  • मृत्यु (Death) – 31 अक्टूबर, 1984 नई दिल्ली

इंदिरा गांधी देश की पहली महिला प्रधानमंत्री थी, जिन्होंने प्रधानमंत्री के रुप में देश का विकट परिस्थिति में बेहद शानदार तरीके से नेतृत्व किया। इंदिरा गांधी जी भारत में काफी लंबे समय तक पीएम के रुप में सेवा देने वाली प्रधानमंत्रियों में से एक थीं। देश के प्रधानमंत्री के पद पर रहते हुए साल 1971 में उन्होंने भारत-पाकिस्तान के मध्य हुए युद्ध में उन्होंने भारत का कुशलतापूर्वक नेतृत्व किया था और भारत को जीत दिलवाई थी।

यही नहीं इंदिरा गांधी जी ने अपने कार्यकाल में पड़ोसी देशों के साथ संबंधों में सुधार लाने के लिए भी कई महत्वपूर्ण कदम उठाए थे। जिसके बाद उनकी लोकप्रियता और भी अधिक बढ़ गई थी एवं लोगों के बीच उनकी छवि एक चतुर राजनीतिक नेता के रुप में बन गई थी।

इसके अलावा इंदिरा गांधी जी ने भारत को अंग्रेजों के चंगुल से आजाद करवाने की लड़ाई में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। देश की सेवा एवं उनके द्धारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों के लिए उन्हें साल 1971 में देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ”भारत रत्न” से भी सम्मानित किया गया था।

इंदिरा गांधी जी के बारे में आप और अधिक जानकारी नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं

16. वी.वी.गिरी:

  • पूरा नाम (Name) – वारहगिरी वेंकट गिरी
  • जन्म (Birthday) – 10 अगस्त, 1894, ब्रह्मपुर ओडिशा
  • पिता (Father Name) – वी.वी. जोगिआह पंतुलु
  • माता (Mother Name) – सुभद्रामम्मा
  • विवाह (Wife Name) – सरस्वती बाई
  • संतान (Childrens) – 14 बच्चे
  • पुरस्कार/उपाधि (Award) – भारत का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न”
  • मृत्यु (Death) – 23 जून, 1980, मद्रास तमिलनाडू

वारहगिरी वेंकट गिरी  देश के चौथे राष्ट्रपति होने के साथ-साथ एक प्रतिष्ठित वकील और एक महान राजनेता थे। उन्होंने देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. जाकिर हुसैन की मृत्यु (Death) के बाद करीब 2 महीने तक देश के कार्यवाहक राष्ट्रपति के रुप में अपनी सेवाएं दी। इसके बाद उनके समझदारी और राजनैतिक कौशल को देखते हुए उन्हें देश के पूर्णकालिक राष्ट्रपति के रुप में चुना गया।

उन्होंने देश के राष्ट्रपति के रुप में निम्न एवं मजदूर वर्ग के लोगों को उनका अधिकार दिलवाने के लिए कई महत्वपूर्ण काम किए। देश की आजादी में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने एवं मजदूर वर्ग के लिए सराहनीय काम करने के लिए उन्हें साल 1975 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ”भारत रत्न” से सम्मानित किया गया।

वारहगिरी वेंकट गिरी जी के बारे में आप और अधिक जानकारी नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: व्ही.व्ही. गिरी का जीवन परिचय

17. के कामराज:

  • पूरा नाम (Name) – कामाक्षी कुमारस्वामी नादेर
  • जन्म (Birthday) – 15 जुलाई, 1903, विरुधुनगर, तमिलनाडु
  • पुरस्कार/सम्मान (Award) – ”भारत रत्न”
  • मृत्यु (Death) – 2 अक्टूबर, 1975, चेन्नई, तमिलनाडू

के. कामराज एक प्रसिद्ध राजनेता थे, जिन्होंने राजनीति में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस के अध्यक्ष के रुप में अपनी सेवाएं दी। लालबहादुर शास्त्री एवं इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री के चुनावों में उन्होंने अपना काफी योगदान दिया था, इसी वजह से उन्हें किंग मेकर भी कहा जाता था। उन्हें दक्षिण के गांधी के रुप में भी जाना जाता था।

देश के लिए उनके महत्वपूर्ण योगदान के लिए उन्हें साल 1976 में ”भारत रत्न” पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

18. मदर टेरेसा:

  • पूरा नाम (Name) – अगनेस गोंझा बोयाजिजू
  • जन्म (Birthday) – 26 अगस्त, 1910, स्कॉप्जे, मेसेदोनिया
  • पिता (Father Name) – निकोला बोयाजू
  • माता (Mother Name) – द्रना बोयाजू
  • मृत्यु (Death) – 5 सितंबर, 1997

मटर टेरेसा एक उदार एवं महान व्यक्तित्व वाली महिला थी, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी गरीब, निर्धनों और जरूरतमंदों की सेवा में गुजार दी। मदर टेरेसा दूसरों के दुख-दर्द को अपना समझने वाली महान शख्सियत थी, उन्हें मानवता की मिसाल माना जाता है।

वे भारत में भले ही नहीं जन्मीं थी, लेकिन जब वे भारत आईं तो उन्हें यहां के लोगों से इतना प्यार और सम्मान मिला कि उन्होंने अपना शेष जीवन यहीं पर बिताने का फैसला लिया। निस्वार्थ भाव से सामाजिक सेवा करने के लिए उन्हें साल 1980 में देश के स्रर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया।

मदर टेरेसा के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: मदर टेरेसा का जीवन परिचय

19. आचार्य विनोबा भावे:

  • पूरा नाम (Name) – विनायक राव भावे
  • जन्म (Birthday) – 11 सितंबर, 1895, गगोड़े, महाराष्ट्र
  • पिता (Father Name) – नरहरी शम्भू राव
  • माता (Mother Name) – रुकमणी देवी,
  • प्रमुख काम – समाज सुधारक, महान लेखक, स्वतंत्रता सेनानी
  • मृत्यु (Death) – 15 नवंबर, 1982

आचार्य विनोबा भावे ने भारत की आजादी की लड़ाई में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे महात्मा गांधी जी को अपना आदर्श मानते थे और उनके विचारों का अनुसरण करते थे। उन्होंने गांधी जी द्धारा चलाए गए कई आंदोलनों में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इन आंदोलनों के दौरान उन्हें जेल की सजा भी भुगतनी पड़ी थी।

विनोबा भावे जी ने जातिवाद और ऊंच-नीच के खिलाफ भी कई कदम उठाए थे। इसके अलावा उन्होंने साहित्य के क्षेत्र में भी अपना बहुमूल्य योगदान दिया था। देश के लिए उत्कृष्ट काम करने के लिए उन्हें मरोणोपरांत साल 1983 में देश के सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

विनोबा भावे जी के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: विनोबा भावे जीवनी

20. खान अब्दुल गफ्फार खान:

  • पूरा नाम (Name) – खान अब्दुल गफ्फार खान
  • अन्य नाम – बादशाह खान, सीमांत गांधी
  • जन्म (Birthday) – 6 फरवरी, 1890, उतमंजाई, भारत
  • पुरस्कार (Award) – भारत रत्न( 1987 )
  • मृत्यु (Death) – 20 जनवरी, 1988, पेशावर, पाकिस्तान

खान अब्दुल गफ्फार खान देश के एक महान राजनेता थे, जिन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वे गांधी जी के घोर समर्थक थे एवं उनके पदचिन्हों पर चलने वाले शख्सियत थे। राष्ट्रीय आंदोलन के दौरान उन्हें कई बार जेल की असहनीय पीड़ाएं भी सहन करनी पड़ी थी।

अब्दुल गफ्फार खान के बारे में और अधिक जानकारी आप नीचे दी गई लिंक पर क्लिक कर प्राप्त कर सकते हैं: खान अब्दुल गफ्फार खान की जीवनी

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    • ज्योति जी भारत रत्न विजेताओ की जानकारी पढने के लिए आपका धन्यवाद। हमारे पाठक से इस तरह की पोस्ट की जब सराहना की जाती है तो उस वक्त हमें और हमारी पूरी ज्ञानी पण्डित टीम को गर्व महसूस होता है और हम अधिक उर्जा के साथ हमारे काम में जुट जाते है। आपने यहापर सभी विजेताओ की जानकारी तो पढ़ी, मगर आपको इस भारतरत्न पुरस्कत की सारी जानकारी चाहिए तो आप उसे भी हमारी वेबसाइट ज्ञानीपण्डित पर पढ़ सकते हो। इस पुरस्कार की पूरी जानकारी ज्ञानीपण्डित पर उपलब्ध है।

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