Bhamashah Yojana
हमारी सरकारें देश में महिला सशक्तिकरण पर जोर देने के लिए आए दिन कई तरह के प्रोग्राम लॉन्च करती है, और नए-नए अभियान चलाती है। जिससे महिलाएं खुद को हर जगह साबित कर सके और उन्हें हर क्षेत्र में आगे बढ़ने का मौका मिल सके। इसके अलावा भी सरकार समाज में महिलाओं के प्रति को लोगों की सोच को विकसित करने के लिए भी तमाम कोशिश करती रहती हैं।
वहीं महिलाओं को स्थिति मजबूत बनाने को लेकर राजस्थान सरकार ने भी महिला सशक्तिरण और सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे और पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से पहुंचाने के लिए 15 अगस्त 2014 से भामाशाह योजना – की शुरआत की है।
आख़िर क्या हैं राजस्थान की भामाशाह योजना? – What is Bhamashah Yojana
आपको बता दें कि इस योजना के तहत महिला को परिवार का मुखिया बनाकर परिवार के बैंक खाते उनके नाम पर खोले गए हैं। वहीं परिवार को मिलने वाले सभी सरकारी नकद लाभ सरकार सीधा इसी खाते में दे रही है।
इस तरह भामाशाह कार्ड योजना से भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में मद्द मिलेगी और साथ ही पूरे सिस्टम में पारदर्शिता आएगी।
आपको बता दें कि भामाशाह कार्ड योजना मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की यह एक महत्वाकांक्षी योजना है। इस योजना के तहत वसुंधरा सरकार ने पूरी तरह से महिला शक्ति पर जोर दिया है। जिसके चलते महिला अपनी सुरक्षा और अपने अधिकारों के लिए आवाज बुलंद कर सकें और समाज में उनकी मजबूत स्थिति बन सके।
इस योजना की खास बात यह है कि यह योजना प्रधानमंत्री जन-धन योजना से मिलती जुलती है। लेकिन दोनों योजनाएं पूरी तरह से एक -दूसरे से अलग हैं। जन धन योजना आर्थिक रूप से कमजोर और उन परिवारों के लिए है, जिनका बैंक में कोई खाता नहीं है।
जन-धन योजना में, एक परिवार के किसी दो सदस्य का बैंक खाता खोला जाता है और उसके साथ 1 लाख रूपए का दुर्घटना बीमा दिया जाता है। जबकि भामाशाह योजना – Bhamashah Yojana राजस्थान की वसुंधरा सरकार द्धारा राजस्थान के परिवारों की महिला मुखिया के लिए बनाई गई योजना है।
आपको बता दें कि भामाशाह योजना के तहत राजस्थान सरकार का करीब 1.5 करोड़ महिलाओं को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। आपको बता दें कि इस योजना की शुरुआत सबसे पहले राजस्थान की झील नगरी उदयपुर में की गई थी।
भामाशाह योजना – Bhamashah Yojana आने से कई लोगों को बड़े स्तर पर फायदा पहुंचा है। वहीं अगर उन लोगों की बात करें जिन्हें पेंशन के लिए घंटों लाइन पर लगकर इंतजार करना पड़ता था। अब पेंशन की रकम सीधे उनके बैंक खाते में आ जाती है। इसके तहत अपने पास के बिजनेस कॉरेसपोंडेंट से वे रुपे कार्ड की मदद से रकम ले सकते हैं। जिससे उनका जीवन बहुत आसान हो गया है।
आपको बता दें कि राजस्थान सरकार की इस लाभकारी योजना के तहत प्रदेश सरकार की तरफ से नामांकित सभी बीपीएल, स्टेट बीपीएल, अन्त्योदय और अन्नपूर्णा में चयनित परिवारों की महिला मुखिया के बैंक खाते में सहायता राशि के रुप में एक बार 2000 रुपये जमा करवाए जाते हैं।
चलिए हम आपको अपने इस लेख में भामाशाह योजना से जुड़ी सारी जानकारी जैसे कि कैसे और किस प्रकार से इस योजना के माध्यम से महिलाएं सशक्त बन रहीं हैं। पैसे सीधे महिला के बैंक खाते में पहुंचने की क्या व्यवस्था की गई है। रुपे कार्ड की मद्द से लाभार्थी इस योजना के तहत कैसे पैसे निकाल सकते हैं। इसके अलावा लाभार्थी को लेन-देन की सूचना कैसे मिलती है।
इसके अलावा इस योजना से क्या-क्या फायदा हुए। लाभार्थियों का बैंक खाता के भामाशाह से जोड़ने की जानकारी समेत भामाशाह योजना के और इस योजना की प्रक्रिया के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध करवाएंगे।
भामाशाह योजना के मुख्य उद्देश्य – Objective of Bhamashah Yojna
राजस्थान सरकार की भामाशाह योजना का मुख्य मकसद पेंशन और नरेगा जैसी 54 सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में पहुंचाना है। भामाशाह योजना के तहत राज्य सरकार का करीब 1.5 करोड़ महिलाओं को लाभ पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है।
इसके अलावा सरकार की यह भी कोशिश की गई है कि लाभ की यह रकम निकालने के लिए लोगों को दूरदराज के इलाके से शहर तक ना आना पड़े। भामाशाह योजना के तहत लोगों को घर बैठे यह रकम पहुंचाने की कोशिश की गई है।
इसके अलावा भी इस योजना के कई और उद्देश्य हैं जिनके बारे में नीचे लिखा गया है –
- सरकारी योजना का लाभ सीधे बैंक खाते में पहुंचाने का मकसद
- मोबाइल पर लेन-देन की सुविधा उपलब्ध करवाने का मकसद
- करीब 1-.5 करोड़ महिलाओं को लाभ पहुंचाने का मकसद
- बीपीएल परिवार से संबंधित महिला मुखिया को 2 हजार रुपए देने का मकसद
- रुपे कार्ड की मद्द से राशन सामग्री उपलब्ध करवाने का मकसद
- तीन लाख रुपए तक का मेडिकल बीमा उपलब्ध करवाने का मकसद।
भामाशाह योजना की पात्रता – Eligibility of Bhamashah Yojana
- राजस्थान का हर परिवार भामाशाह कार्ड योजना का फायदा उठा सकता है।
- जो भी परिवार भामाशाह योजना का फायदा उठाना चाहता है, उस परिवार में एक महिला का भामाशाह कार्ड के माध्यम से बैंक में खाता होना चाहिए।
- बैंक खाते में राशि का अधिकार केवल महिला का पास ही होगा।
भामाशाह कार्ड योजना के लिए जरूरी दस्तावेज – Document required for Bhamashah card Yojana
भामाशाह कार्ड योजना के लिए जो भी आवेदन करना चाहते हैं इसके लिए उनके पास निम्नलिखित दस्तावेज होने चाहिए-
- जो भी शख्स भामाशाह योजना का लाभ उठाना चाहते हैं। उन्हें आवेदन करने के लिए मतदाता पहचान पत्र होना जरूरी है।
- जो भी आवेदक राजस्थान सरकार की इस लाभकारी योजना के तहत सरकारी योजना का पैसा सीधे अपने बैंक अकाउंट में डलवाना चाहता है। उसके पास इसके लिए आधार कार्ड होना बेहद जरूरी है।
- जो भी आवेदन भामाशाह कार्ड योजना के लिए आवेदन करना चाहता है उसके पास राशन कार्ड भी होना चाहिए।
- आवेदनकर्ता के पास पैन कार्ड होना भी आवश्यक है।
- आवेदन करने के लिए पानी के बिल, बिजली का बिल, टेलीफोन का बिल भी होना जरूरी है।
- आवेदन करने के लिए पासपोर्ट आकार की फोटो भी होनी जरूरी है।
- इसके अलावा आवेदनकर्ता के पास बैंक खाते का विवरण और बैंक खाते में अकाउंट भी होना चाहिए।
भामाशाह कार्ड क्या है? – What is Bhamashah Card
- भामाशाह योजना के तहत मिलने वाला भामाशाह कार्ड सामान्य एटीएम कार्ड की तरह होता है।
- राजस्थान में बैंक अपने खाता धारकों के लिए भामाशाह कार्ड उपलब्ध करते हैं ।
- भामाशाह योजना के तहत खुले बैंक खाते भामाशाह कार्ड के लिए पात्र हैं।
- एक बार जब भामाशाह योजना में परिवार के सभी सदस्यों का रजिस्ट्रेशन हो जाता है तो इसके 2 या 3 महीने के अंदर भामाशाह कार्ड प्राप्त होता है।
- भामाशाह कार्ड तैयार होने पर आवेदक के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर एक बार संदेश प्राप्त होता है।
- भामाशाह कार्ड ग्राम सेवक, पटवारी, शहरी वार्ड पर्यवेक्षक और स्थानीय ई-मित्र केंद्र आदि द्वारा वितरित होता है।
- आवेदक ने यदि भामाशाह कार्ड के लिए परिवार के सभी सदस्यों का रजिस्ट्रेशऩ नहीं कराया है तो उसे कुछ समय का इंतजार करना होगा।
भामाशाह योजना के तहत पैसा सीधे बैंक खाते में पहुंचने की प्रक्रिया क्या है?
भामाशाह योजना के तहत जब नामांकन किया जाता है। उस समय परिवार और उसके सभी सदस्यों की पूरी जानकारी भामाशाह से जोड़ी जाती है। वहीं अगर परिवार के किसी सदस्य को किसी सरकारी योजना का लाभ मिलता है, तो उन सबकी जानकारी भी भामाशाह से जोड़ दी जाती है।
आपको बता दें कि इनमें पेंशन नम्बर, नरेगा जॉब कार्ड नम्बर आदि शामिल हैं। इसके अलावा लाभार्थियों का बैंक खाता भी भामाशाह योजना से जोड़ा जाता है। जिससे बाद पास के ई-मित्र सेंटर पर जाकर भामाशाह योजना के तहत अपना नरेगा, राशन कार्ड और पेंशन नंबर जुड़वाते हैं।
इसके अलावा सरकारी योजनाओं का लाभ (पेंशन, नरेगा, छात्रवृत्ति, जननी सुरक्षा आदि) तय तिथि पर सीधे उनके बैंक खातों में पहुंचा दिया जाता है। इस तरह भामाशाह योजना के तहत पैसे सीधा परिवार की महिला मुखिया के बैंक खाते में पहुंचते हैं।
लाभार्थियों के लिए सरकारी योजनाओं से प्राप्त राशि निकालने के लिए रुपे कार्ड की व्यवस्था
सरकार योजनाओं के माध्यम से प्राप्त रकम निकालने के लिए लाभार्थियों को रुपे कार्ड की सुविधा भी दी जाती है। आपको बता दें कि लाभार्थी इस रुपे कार्ड का नज़दीकी बिजनेस कॉरेस्पोंडेंट ( बी.सी. ) केन्द्र में इस्तेमाल कर आसानी से ये पैसे निकाल सकते हैं।
बैंक और एटीएम की सीमित संख्या होने की वजह से राजस्थान सरकार द्वारा पूरे प्रदेश में 35,000 बी.सी. स्थापित किए जा चुके हैं।
लाभार्थी को मैसेज से मिलती है पैसे की लेन-देन की संबंधी सूचना
भामाशाह योजना के तहत सरकारी योजना से प्राप्त राशि लाभार्थी के खाते में सीधे पहुंचती है। इन पैसों के खाते में पहुंचने और निकलवाने संबंधी हर लेन-देन की सूचना लाभार्थी को अपने मोबाइल पर SMS से मिल जाती है।
इसके अलावा भी साल में 2 बार भामाशाह द्वारा वितरित लाभों का सामाजिक ऑडिट किया जाता है। वहीं लाभार्थी खुद के द्वारा लिए गए लाभों का विवरण भी सूचना का अधिकार एवं भामाशाह मोबाइल ऐप के माध्यम से आसानी से ले सकते हैं।
भामाशाह कार्ड योजना से भ्रष्टाचार कम करने में मिली मद्द
आपको बता दें कि राजस्थान सरकार द्धारा चलाई गई भामाशाह कार्ड योजना एक ऐसी योजना है। जिसकी मद्द से भ्रष्टाचार पर काबू पाने में काफी हद तक मद्द मिली है। दरअसल सरकारी योजना का लोगों को सही समय पर फायदा नहीं मिल पाता है।
जिससे उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। या फिर कई बार सरकारी योजनाओं का लाभ मिलने में लोगों को देरी होने की शिकायत आती थी. इसके अलावा सरकार की तरफ से जारी रकम लाभार्थी तक नहीं पहुंचने, किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा हस्ताक्षर करके लाभ ले लेने जैसी घटनाएं भामाशाह योजना के बाद खत्म हो गयी हैं। वहीं अब पेंशन, छात्रवृत्ति, नरेगा आदि की रकम सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में पहुंच रही है।
इसके साथ ही लाभार्थियों को सरकारी योजनाओं का पूरा नकद लाभ बिना किसी देरी और बिना परेशानी के सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा गैर नकद लाभ जैसे-राशन वितरण भी अब बायोमेट्रिक पहचान द्वारा सीधे लाभार्थियों को मिल पा रहे हैं। इसके साथ ही परिवार के साथ नहीं रहने वाले छात्र और विकलांग लोगों को भामाशाह योजना में विशेष आर्थिक मदद मिलती है।
इसके साथ ही भामाशाह कार्ड योजना के तहत नामांकित सभी बीपीएल, स्टेट बीपीएल, अन्त्योदय व अन्नपूर्णा में चयनित परिवारों की महिला मुखिया के बैंक खाते में सहायता राशि के रुप में एक बार 2000 रुपए का एकमुश्त जमा करवाए जाते हैं।
इसके अलावा भामाशाह कार्ड योजना के तहत सरकार की वर्तमान योजनाओं के साथ-साथ भविष्य में आने वाली योजनाओं को भी भामाशाह योजना से जोड़ा जाएगा। ताकि आम लोगों को उन योजनाओं का लाभ सीधे या फिर बिना किसी देरी के मिल सके।
भामाशाह कार्ड योजना के तहत मिलने वाले लाभ – Benefits of Bhamashah Card Yojana
भामाशाह योजना के तहत महिलाओं को क्या क्या लाभ दिए जाएंगे आइए जानते हैं –
- भामाशाह कार्ड योजना के तहत राजस्थान सरकार की योजनाओं का लाभ प्रदेश की गरीब महिलाओं को सीधे-सीधे पहुंचाया जा रहा है।
- इस योजना के अंतर्गत राज्य की डेढ़ करोड़ महिलाओं का रजिस्ट्रेशन किया जायेगा और उनका बैंक खाता खोला जायेगा।
- महिलाओं को बैंक खाता खोलने के लिए भामाशाह कार्ड के लिए रजिस्ट्रेशन होना जरूरी होगा।
- भामाशाह कार्ड योजना के तहत परिवार की प्रमुख महिला को एक बायोमेट्रिक कार्ड जारी किया गया है।
- इस योजना में महिलाओं को 30 हजार तक का फ्री में मेडिकल बीमा और गंभीर बीमारी की अवस्था में 3 लाख तक की सहायता दी जाएगी।
- इस योजना के तहत स्टूडेंट्स और विक्लांग लोगों के लिए एक विशेष कार्ड जारी किया जाएगा। इससे उन लोगों को आर्थिक सहायता समेत विशेष सुविधाएं मिलेंगी, जो अपने परिवार के साथ नहीं रहते हैं।
- भामाशाह कार्ड योजना न केवल महिलाओं के लिए है बल्कि पुरुष भी इस कार्ड को बनवा सकते है लेकिन उन्हें 20-25 रुपए ज्यादा भुगतान करना होता है।
भामाशाह योजना के लिए कैसे करें नामांकन ? – Registration OF Bhamashah Yojana?
भामाशाह योजना के तहत ऑनलाइन और ऑफलाइन, दो तरीकों से आवेदन किया जा सकता है। आपको बता दें कि ऑफलाइन नामांकन के लिए सरकार ने गांवों में ग्राम पंचायत और शहरों में वार्ड स्तर पर शिविरों का आयोजन कर परिवारों का रजिस्ट्रेशन किया है।
जब की ऑनलाइन भामाशाह नामांकन की सुविधा भामाशाह पोर्टल एवं ईमित्र सेवा केंद्र के द्वारा उपलब्ध कराई जाती है। वहीं सरकार अब ऑनलाइन योजना पर ज्यादा जोर दे रही है।
कौन करेगा भामाशाह योजना के तहत सत्यापन?
राजस्थान सरकार की तरफ से ग्राम पंचायतों में खोले गए अटल सेवा केन्द्रों पर ई-मित्रों के द्वारा भामाशाह नामांकन मुफ्त में कराया जा सकता है। आपको बता दें कि आवेदक को अपने परिवार के सदस्यों के नाम, पता, आधार कार्ड समेत तमाम सरकारी योजनाओं की पात्रता दर्ज करवानी होती है। इसके अलावा बैंक खाता की जानकारी भी देना जरूरी है। नागरिकों द्वारा दी गई जानकारी का सत्यापन ग्राम सचिव या पटवारी द्वारा करवाया जाता है। जबकि ऑनलाइन सत्यापन तहसीलदार द्वारा किया जाता है. इसके कुछ दिन बाद भामाशाह कार्ड दिया जाता है।
भामाशाह कार्ड योजना राजस्थान सरकार द्धारा शुरु की गई एक अच्छी पहल है। यह योजना प्रदेश की करीब डेढ़ करोड़ महिलाओं के लिये ‘वित्तीय आजादी’ का उपहार है, जो उन महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मद्द करेगी और परिवार पर निर्भर रहने की मजबूरी से मुक्त करेगा।
इसके साथ ही इस योजना की मद्द से प्रदेश की नारी शक्ति को एकता के सूत्र में बांधकर आर्थिक अधिकार देने की कोशिश भी की गई है।
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धन्यवाद रवि शर्मा जी, भामाशाह योजना राजस्थान सरकार द्धारा महिला सशक्तिकरण के लिए चलाई गई एक सराहनीय योजना है। इस तरह की लाभकारी योजनाओं की जानकारी हम आपको आगे भी उपलब्ध करवाते रहेंगे। कृपया आप हमारी वेबसाइट से जुड़े रहिए।