महाराष्ट्र, जहापार कई सारे कॉलेज है, और हर साल यहा 10 लाख से भी ज्यादा बच्चे 12 वी की परीक्षा देते है, वहा इस साल कुछ अलग ही चित्र देखने मिल रहा है। सुनने मे आ रहा है, कि इस साल महाराष्ट्र मे BBA और BCA जैसे कोर्स मे Admission काफी कम होते हुए नजर आ रहे है, और 3 राउन्ड खत्म होने के बाद भी करीब 67% सीट खाली ही रह गए।
इस साल AICTE ने ये Compulsory किया है कि कॉलेज BBA, BCA, MBA और BBM जैसे कोर्स को रजिस्टर करवाए। हमारे वक्त तो ऐसे कोर्स मे 12 वी के स्कोर पर आपको Admission मिलता था, पर हाल ही मे ये लागू हुआ नियम शायद बच्चों को पता ना होने की वजह से ऐसा हुआ है ऐसा भी माना जा रहा है।
अब जब इतनी सीटे बच ही गई है, तो CET Cell की तरफ से पर्मिशन मिल गई है कि बचे हुए सीट है, उनके Admissions Institute लेवल पर कर सकते है। कुछ कॉलेज मे तो सोचिए आधे से ज्यादा सीटे खाली ही रह गयी है, और इसका कारण बताया जा रहा है वो नये बदलाव जिनकी बच्चों को जानकारी नहीं थी।
अगर आकड़ों पर ध्यान दिया जाए, तों ऐसा समझिए कि BBA और BCA के लिए पूरे 1.8 लाख सीटे थी, और सिर्फ 41000 स्टूडेंट्स ने CET Cell के साथ Registration किया है। अब सवाल ये है, कि क्या सच में बच्चों को जानकारी नहीं थी, या फिर इन कोर्स मे बच्चों का Interest ही कम हो रहा है?