आशा भोंसले – Asha Bhosle हिन्दी फ़िल्मों की मशहूर प्लेबैक सिंगर हैं जो “आशाजी” के नाम से जानी जाती है। आशाजी ने अपना करियर 1943 में शुरू किया था और वे छह दशको से गाती आ रही है। आशाजी ने करीब बॉलीवुड की हजार फिल्मो में गाने गाय है। इसके अलावा आशाजी ने कई प्राइवेट (Private) एल्बमो में और कई भारतीय और विदेशी प्रतियोगिता में भी हिस्सा लिया था। आशाजी प्लेबैक सिंगर लता मंगेशकर की बहन है।
आशा भोंसले जी की जीवनी – Asha Bhosle Biography In Hindi
आशा की आवाज में विशेषता है उन्होंने शास्त्रीय संगीत, कव्वाली, भजन, गजल और पॉप संगीत हर क्षेत्र में अपनी आवाज़ का जादू बिखेरा है। हिंदी के अलावा आशाजी ने अन्य 20 भारतीय और विदेशी भाषाओ में भी गाने गाय है। आशाजी ने 2006 में कहा की उन्होंने अब तक 12,000 गाने गाए है। 2011 में आशाजी को सबसे ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने के लिए गिनेस बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने चुना। भारतीय सरकार द्वारा आशाजी को सन 2000 मे “दादा साहेब फाल्के अवार्ड” और 2008 में “पद्म विभूषण” से सम्मानित किया। 2013 में उन्होंने अपनी पहली फिल्म “माई” अभिनेत्री के रूप में की थी और उनकी इस फिल्म के किरदार के लिए काफी प्रशंसा की गयी थी।
आशा भोसले का जन्म महाराष्ट्र 8 सितम्बर 1933 में ‘सांगली’ में मराठा समाज के घर हुआ है। उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर एक एक्टर और क्लासिकल गायक थे। आशा जी जब केवल 9 वर्ष की थीं, तब उनके पिता की मृत्यु हो गई। फिर उनका परिवार पुणे से कोल्हापुर और उसके बाद मुंबई आ गया। परिवार की सहायता के लिए आशा और इनकी बड़ी बहन लता मंगेसकर ने गाना और फिल्मों मे अभिनय शुरू कर दिया। 1943 में उन्होने अपनी पहली मराठी फिल्म ‘माझा बाळ’ में “चला चला नाव बाळा” गीत गाया जिसे दत्ता दवाजेकर के द्वारा संगीतबद्ध किया गया था। उन्होंने 1948 में अपनी पहली हिन्दी फिल्म ‘चुनरिया’ का गीत ‘सावन आया…’ हंसराज बहल के लिए गाया। उन्होंने 1949 में अपना पहला हिंदी सोलो (Solo) गाना “रात की रानी” फिल्म में गाया।
व्यक्तिगत जीवन – Asha Bhosle Personal Life
आशा जी का घर दक्षिण मुंबई, पेडर रोड क्षेत्र में प्रभुकुंज अपार्टमेंट में स्थित है। 16 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपने 31 वर्षीय प्रेमी ‘गणपत राव भोसले’ के साथ घर से पलायन कर पारिवारिक इच्छा के विरूद्ध विवाह किया। 1960 में वो दोनों अलग हो गए। इनके तीन बच्चे हैं। साथ ही पाँच पौत्र भी है। इनका सबसे बड़ा लड़का हेमंत भोसले है। हेमंत ने पायलट के रूप मे अधिकांश समय बिताया और वे म्यूजिक डायरेक्टर भी। भोसले जी की बेटी वर्षा ने 8 अक्टूबर 2012 में सुसाइड किया था। वर्षा ‘द सनडे ऑबजरवर’ और ‘रेडिफ’ के लिए कॉलम लिखने का काम किया करती थी।
आशाजी का सबसे छोटा पुत्र आनन्द भोसले है आनन्द ने बिजनेस और फिल्म निर्देशन की पढाई की है। आनन्द भोसले ही आशाजी के करियर की इन दिनों देखभाल कर रहे है। हेमंत भोसले के सबसे बड़े पुत्र चैतन्या (चिंटु) “बॉय बैण्ड” के सफल सदस्य के रूप में विश्व संगीत से जुड़े हुए है। आशा जी की बहनें लता मंगेशकर और उषा मंगेशकर प्लेबैक सिंगर है। इनकी अन्य दो सहोदर बहन मीना मंगेशकर और भाई हृदयनाथ मंगेसकर संगीत निर्देशक है।
गणपत राव लता जी के निजी सचिव थे। यह विवाह असफल रहा। पति एवं उनके भाइयों के बुरे वर्ताव के कारण इस विवाह का दु:खान्त हो गया। 1960 के आसपास विवाह विच्छेद के बाद आशा जी अपनी माँ के घर दो बच्चों और तीसरे गर्भस्थ शिशु के साथ लौट आयी। 1980 ई. मे आशा जी ने ‘राहुल देव वर्मन’ से विवाह किया। राहुल और आशाजी का इस विवाह से पहले एक एक विवाह तूट चूका था राहुल आशाजी से 6 वर्ष बड़े थे। यह विवाह आशाजी ने राहुल देव वर्मन के अंतिम सांसो तक सफलतापूर्वक निभाया।
आशाजी गायिका के अलावा बहुत अच्छी कुक है। कुकिंग इनका पसंदीदा शौक है। बॉलीवुड के बहुत सारे लोग आशा जी के हाथों से बनें ‘कढाई गोस्त’ एवं ‘बिरयानी’ के लिए अनुरोध करते है। आशा जी भी इनकार नही करती है। बॉलीवुड के ‘कपुर’ खानदान में आशा जी द्वारा बनाए गये ‘पाया करी’, ‘गोझन फिश करी’ और ‘दाल’ काफी प्रसिद्ध है। एक बार जब ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ के एक साक्षात्कार मे पुछा गया कि यदि आप गायिका न होती तो क्या करती? आशा जी ने जबाब दिया कि मै एक अच्छी कुक बन कर पैसे कमाती।
आशा जी एक सफल रेस्टॉरेन्ट संचालिका है। इनके रेस्टॉरेन्ट दुबई और कुवैत में आशा नाम से प्रसिद्ध है।‘वाफी ग्रुप’ द्वारा संचालित रेस्टॉरेन्ट मे आशा जी की 20% भागीदारी है। वाफी सीटी दुबई और दो रेस्टॉरेन्ट कुवैत मे पारम्परिक उत्तर भारतीय व्यंजन के लिए प्रसिद्ध है। आशा जी ने ‘कैफ्स’ को स्वंय 6 महीनो का ट्रेंनिग दिया है। दिसम्बर 2004 ‘मेनु मैगजीन’ के रिपोर्ट के अनुसार ‘रसेल स्कॉट’ जो ‘हैरी रामसदेन’ के प्रमुख है आने वाले पाँच सालो मे आशा जी के ब्रैण्ड के अंतर्गत 40 रेस्टॉरेन्ट पुरे यू.के. के अन्दर खोलने की घोषणा की है। इसी क्रम मे आशा जी का रेस्टॉरेन्ट ‘बरमिंगम’ यू.के. मे खोला गया है।
Asha Bhosle लोकप्रिय –
1997 ब्रिटिश लोकप्रिय बैंड ने एक गाना रिलीज़ किया। यह गाना आशाजी को समर्पित था यह गाना अंतर्राष्ट्रीय स्तर पे हिट हुआ और फेब्रुअरी 1998 में यु. के. सिंगल्स चार्ट पे सबसे प्रथम भी रहा। इस गाने के कई रीमिक्स भी बने है।
फिल्म फेयर अवार्ड – Asha Bhosle Filmfare Awards
आशा भोसले ने 18 नॉमिनेशन में से 7 फिल्म फेयर अवार्ड जीते है। उन्होंने अपने पहले 2 अवार्ड 1967 और 1968 में जीते है। 1979 में अवार्ड जितने के बाद आशाजी ने कहा की उनका नाम लता मगेशकर के नॉमिनेशन के बाद उनका नाम नॉमिनेट ना करे। इसके बाद भी आशाजी ने कई अवार्ड जीते है। 1996 में आशाजी ने रंगीला अवार्ड जीता।
फिल्म फेयर बेस्ट प्लेबैक अवार्ड – Asha Bhosle Awards
● 1968-“गरीबो की सुनो…”(दस लाख-* 1966)
● 1969-“परदे मे रहने दो…”(शिखर-*1968)
● 1972- “पिया तु अब तो आजा…”(कारवाँ-* 1971)
● 1973-“दम मारो दम…”(हरे रामा हरे कृष्णा-* 1972)
● 1974-“होने लगी है रात…”(नैना-*1973)
● 1975-“चैन से हमको कभी…”(प्राण जाये पर वचन न जाए-* 1974)
● 1979-”ये मेरा दिल…”(डॉन-*1978)
लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड – Asha Bhosle Awards
● 2001-फिल्म फेयर लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार-
आशाजी ने 2 बार राष्ट्रिय फिल्म पुरस्कार बेस्ट प्लेबैक सिंगर के लिए जीता।
● 1981- “दिल चीज क्या है।..”(उमरॉव जान)
● 1986 “मेरा कुछ सामान…”(इजाजत)
IIFA अवार्ड फॉर बेस्ट फीमेल प्लेबैक।
● 2002- ” राधा कैसे ना जले..” (लगान)
आशाजी ने कई अन्य अवार्ड जीते है – More Asha Bhosle
● 1987- नाइटीनेंगल ऑफ एशिया अवार्ड (इंडो पाक एशोशिएशन यु.के.)
● 1989- लता मंगेशकर अवार्ड (मध्य प्रदेश सरकार) *
● 1997- स्क्रीन वीडियोकॉन अवार्ड (जानम समझा करो- एल्बम के लिए)
● 1998- दयावती मोदी अवार्ड
● 1999- लता मंगेशकर अवार्ड (महाराष्ट्र सरकार)
● 2000- सिंगर ऑफ द मिलेनियम (दुबई)
● 2000- जी गोल्ड बॉलीवुड अवार्ड (मुझे रंग दे- फिल्म तक्षक के लिए)
● 2001- एम.टी.वी. अवार्ड (कमबख्त इशक – के लिए)
● 2002- बी.बी.सी. लाइफटाइम एचीवमेंट अवार्ड (यू॰के॰ प्रधानमंत्री टोनी ब्लेयर के द्वारा प्रदत)
● 2004- लाईविग लीजेंड अवार्ड (फेडरेशन ऑफ इंडियन चेम्बर ऑग कामर्स एण्ड इंडस्ट्रीज के द्वारा)
● 2005- एम.टी.वी. ईमीज, बेस्ट फीमेल पॉप ऐक्ट (आज जाने की जिद न करो..)
● 2005- मोस्ट स्टाइलिश पीपुल इन म्यूजिक
Asha Bhosle सम्मान एवं विशेष पहचान –
● 1997 मई आशा जी पहली भारतीय गायिका बनी जो ‘ग्रेमी अवार्ड के लिए नामांकित की गई (उस्ताद अली अकबर खान के साथ एक विशेष एल्बम के लिए)
● आशा जी “सत्तरहवी महाराष्ट्र स्टेट अवार्ड” प्राप्त की।
● भारतीय सिनेमा में उत्कृष्ट योगदान के लिए सन 2000 मे “दादा साहेब फाल्के अवार्ड” से सम्मानित की गई।
आशा जी को साहित्य में डॉक्टरेट की उपाधि से अमरावती विश्वविद्यालय एवं जलगाँव विश्वविद्यालय द्वारा सम्मानित किया गया।
● “द फ्रिडी मरकरी अवार्ड” कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए आशा जी को इस खास
पुरस्कार से सममानित किया गया।
● नवम्बर 2002 मे आशा जी को “बर्मिंघम फिल्म फेस्टिवल” विशेष रूप से समर्पित किया गया।
● भारत सरकार ने आशाजी को “पद्म विभूषण” से सम्मानित किया गया।
● आशाजी पिछले 50 वर्षो में से 20 आइकॉन में से एक है।
● 2011 में आशाजी को सबसे ज्यादा गाने रिकॉर्ड करने के लिए गिनेस बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड ने चुना। आशाजी को 1947 से 11,000 सोलो, डुएट और प्लेबैक सिंगिंग को 20 भारतीय भाषाओ में रिकॉर्ड करने के लिए सेबशियं कोए ने सर्टिफिकेट से भी सम्मनित किया। इसी समय उन्हें लाइफ टाइम एचीवमेंट अवार्ड भी मिला।
● आशा भोसले जोधपुर अंतर्राष्ट्रीय यूनिवर्सिटी की पहली डॉक्टर ऑफ़ लिटरेचर भी थी।
कहते हैं कि समय का असर सभी पर होता है, लेकिन 8 सितंबर 1933 को जन्मी आशा की आवाज में आज भी वहीखनक और मोहक अंदाज मौजूद है।
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