Amitav Ghosh – अमिताव घोष दी सर्किल ऑफ़ रीज़न, इन एन एंटीक लैंड, दी कलकत्ता क्रोमोजोम, दी शैडो लाइन्स, डांसिंग इन कंबोडिया, दी ग्लास पैलेस, दी हंग्री टाइड और इबिस ट्राइलॉजी : सी ऑफ़ पॉपिस एवं रिवर ऑफ़ स्मोक के लेखक है।
लेखक अमिताव घोष का जीवन परिचय – Amitav Ghosh Biography
अमिताव घोष का जन्म कलकत्ता में हुआ और भारत, बांग्लादेश और श्रीलंका में वे पले-बढे। दिल्ली, ऑक्सफ़ोर्ड और एलेक्जेड्रीया से उन्होंने अपनी पढाई पूरी की उनकी किताब दी सर्किल ऑफ़ रीज़न को 1990 में फ्रांस प्रिक्स मेडिसिस अवार्ड दिया गया और उसी साल उनकी किताब दी शैडो लाइन्स ने दो प्रसिद्द भारतीय अवार्ड भी जीते, जिनमे साहित्य अकादमी अवार्ड और अनंदा पुरस्कार शामिल है।
1997 में दी कलकत्ता क्रोमोजोम को आर्थर सी. क्लार्क अवार्ड और दी ग्लास पैलेस को 2001 में फ़्रंकफ़र्ट बुक फेयर का इंटरनेशनल ई-बुक अवार्ड भी मिला।
फिर जनवरी 2005 में उनकी किताब दी हंग्री टाइड को प्रसिद्द भारतीय अवार्ड क्रॉसवर्ड बुक प्राइज दिया गया। उनके उपन्यास, सी ऑफ़ पॉपिस को 2008 में मैन बुकर प्राइज के लिए नामांकित भी किया गया था और उनके इसी उपन्यास को क्रॉसवर्ड बुक प्राइज और इंडिया प्लाजा गोल्डन क्विल अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है।
अमिताव घोष के कार्यो का 20 से भी ज्यादा भाषो में अनुवादन किया गया है और साथ ही उहोने लोकार्नो फिल्म फेस्टिवल (स्विट्ज़रलैंड) और वेनिस फिल्म फेस्टिवल (2001) का जूरी बने रहते हुए भी सेवा की है। अमिताव घोष के निबंधो को दी न्यू यॉर्कर, दी न्यू रिपब्लिक और दी न्यू यॉर्क टाइम्स में भी प्रकाशित किया गया है। साथ ही उनके निबंधो को पेंगुइन इंडिया और हौगटन मिफ्फलिन USA ने भी प्रकाशित किया है।
भारत और USA की बहुत से बहुप्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीयो में भी उन्होंने पढाया है, जिनमे दिल्ली यूनिवर्सिटी, कंबोडिया, क्वीन्स कॉलेज और हार्वर्ड शामिल है। इसके बाद 2010 में क्वीन्स कॉलेज, न्यूयॉर्क और सोर्बोंने ने अमिताव घोष को डॉक्टरेट की उपाधि देकर सम्मानित किया था।
2010 में वे मार्गरेट अट्वूड के साथ डैन डेविड अवार्ड भी जीत चुके है। 2011 में उन्हें ब्लू मेट्रोपोलिस के इंटरनेशनल ग्रैंड प्रिक्स अवार्ड से नवाजा गया था।
अमिताव घोष अवार्ड – Amitav Ghosh awards
उनकी किताब दी सर्किल ऑफ़ रीज़न ने फ्रांस के मुख्य साहित्यिक अवार्ड प्रिक्स मेडिसिस अवार्ड जीता है। इसके बाद दी शैडो लाइन्स ने साहित्य अकादमी अवार्ड और अनंदा पुरस्कार भी जीता है। उनकी एक और किताब दी कलकत्ता क्रोमोजोम ने 1997 आर्थर सी. क्लार्क अवार्ड जीता था। उनके उपन्यास, सी ऑफ़ पॉपिस को 2008 के मैन बुकर प्राइज के लिए नामनिर्देशित भी किया गया था।
2009 उनकी यही किताब वोडाफोन क्रॉसवर्ड बुक अवार्ड की सह विजेता बन चुकी है और 2010 में भी डैन डेविड प्राइज की सह विजेता बन चुकी है। उनकी एक और प्रसिद्द किताब रिवर ऑफ़ स्मोक को 2011 के मैन एशियन लिटरेरी प्राइज के लिए नामनिर्देशित किया गया था। सन 2007 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म श्री देकर सम्मानित किया था।
20 नवम्बर 2016 को मुंबई लिट्फेस्ट के टाटा लिटरेचर लाइव में घोष को लाइफटाइम अचीवमेंट के अवार्डसे सम्मानित किया गया था।
अमिताव घोष किताबें – Amitav Ghosh Books
- दी सर्किल ऑफ़ रीज़न (1986)
- दी शैडो लाइन्स (1988)
- दी कलकत्ता क्रोमोजोम (1995)
- दी ग्लास पैलेस (2000)
- दी हंग्री टाइड (2004)
- सी ऑफ़ पॉपिस (2008)
- रिवर ऑफ़ स्मोक (2011)
- फ्लड ऑफ़ फायर (2015)
गैर काल्पनिक:
- इन एन एंटीक लैंड (1992)
- डांसिंग इन कंबोडिया एंड एट लार्ज इन बर्मा (1998, निबंध)
- काउंटडाउन (1999)
- दी इमाम एंड दी इंडियन (2002, निबंध)
- इंसीडीयरी सर्कमटंसेस (2006, निबंध)
- “दी ग्रेट डेरागेंमेंट : क्लाइमेट चेंज एंड दी अनथिंकेबल” (2016)
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