Afghanistan History in Hindi
अफगान और स्तान से मिलकर अफगानिस्तान का नाम बना है जिसका शाब्दिक अर्थ हैं अफगानों की भूमि । ऐसेही अफगानिस्तान की जानकारी – Afghanistan Information हम आपके लिए लाये हैं –
अफगानिस्तान का इतिहास और महत्वपूर्ण जानकरी – Afghanistan History in Hindi
देश के बारे में जानकारी – Information About Afghanistan
देश का नाम (Country Name) | अफगानिस्तान(Afghanistan) |
अफगानिस्तान की राजधानी (Capital of Afghanistan)) | काबुल(Kabul) |
देश में गणतंत्र निर्माण का वर्ष (Republican Year of Country) | १७ जुलाई १९७३। |
कुल क्षेत्रफल (Total Area of Afghanistan)) | ६,५२,२३०। |
क्षेत्रफल अनुसार देश का विश्व में क्रमस्थान (Areawise Global Rank of Afghanistan) | इकतालिसवा (41th) |
देश की कुल जनसँख्या (Total Population of Afghanistan)) | ३,२२,२५,५६०। |
कुल जनसँख्या अनुसार अफगानिस्तान का विश्व में क्रमस्थान (Populationwise Global Rank of Afghanistan) | चव्वालीसवाँ (44th) |
देश में कुल राज्यों की सँख्या (Total Number of States in Afghanistan) | ३४। |
देश का प्रमुख राष्ट्रीय पशु (National Mammal of Afghanistan)) | बर्फीले प्रदेश का तेंदुआ। |
प्रमुख राष्ट्रीय पक्षी (National Bird of Afghanistan)) | सुनहरा गरुड़ पक्षी। |
देश का आर्थिक चलन (Currency of Afghanistan) | अफ़ग़ान। |
प्रमुख राष्ट्रीय वृक्ष (पेड़) (National Tree of Afghanistan) | अफ़ग़ान पाइन वृक्ष। |
राष्ट्रीय फल (National Fruit of Afghanistan)) | अनार।(Pomegranate) |
प्रमुख राष्ट्रीय पुष्प (National Flower of Afghanistan) | टुलिप पुष्प।(Tulip Flower) |
राष्ट्रीय खेल (National Sport of Afghanistan)) | बुझकाशी |
प्रमुख राष्ट्रीय नृत्य (National Dance of Afghanistan) | अट्टन |
अफ़गानिस्तान की महत्वपूर्ण जानकरी – Afghanistan ki Jankari
अफगानिस्तान, अधिकारिक रूप से इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ़ अफगानिस्तान मध्य एशिया और दक्षिण एशिया में बसा एक बंदरगाह विहीन देश है। अफगानिस्तान की जनसँख्या तक़रीबन 32 मिलियन है, जो इसे जनसँख्या के हिसाब से दुनिया का 42 वा सबसे बड़ा देश बनाती है। इसके दक्षिण और पूर्व में पाकिस्तान की बॉर्डर, पश्चिम में ईरान की बॉर्डर, उत्तर में तुर्कमेनिस्तान, उज्बेकिस्तान और ताजीकिस्तान की बॉर्डर और उत्तर-पूर्व में चाइना की बॉर्डर है।
यह देश 6,52,000 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में बसा हुआ है, जो इसे दुनिया का 41 वा सबसे बड़ा देश बनाता है। अफगानिस्तान में मानवी बस्ती की शुरुवात मध्यकालीन पाषाण युग में शुरू हुई थी और उस समय इस देश को एशिया के मध्य पूर्व और दुसरे भागो से जोड़ा गया था।
जैसे-जैसे समय बिताते गये वैसे-वैसे अफगानिस्तान बहुत से लोगो का घर बन गया और इसके बाद बहुत से सैन्य अभियान भी चलाये गये, मुख्यतः एलेग्जेंडर दी ग्रेट, मौर्य साम्राज्य, मुस्लिम अरब, मंगोल, ब्रिटिश, सोवियत और बहुत सी पश्चिमी ताकतों ने इसपर शासन किया था।
इसी जमीन पर कुषाण, हेफथालितेस, समनिद, सफ्फरिड, गजनवी, घोरी, खिलीजी, मुग़ल, होतक, दुर्रानी और दुसरे मुख्य साम्राज्यों का जन्म विशाल साम्राज्य स्थापित करने के लिए हुआ था। वर्तमान अफगानिस्तान के राजनितिक इतिहास की शुरुवात 18 वी शताब्दी में दुर्रानी और होतक साम्राज्य से हुई थी।
19 वी शताब्दी में अफगानिस्तान, ब्रिटिश भारत और रशियन साम्राज्य के बीच चल रहे “ग्रेट गेम” का बफ़र देश बन गया। 1919 में हुए एंग्लो-अफगान युद्ध के बाद राजा अमानुल्लाह ने देश को आधुनिक बनाने के बहुत से असफल प्रयास किये। लेकिन फिर ज़ाहिर शाह की 40 साल तक चली राजशाही के दौरान देश काफी शांत था।
1970 में हुई तख्तापलट की श्रुंखला और सिविल वॉर ने प्राचीन समय में अफगानिस्तान को तहस-नहस कर दिया था।
अफगानिस्तान देश के कुल राज्यों की सूची – List of States in Afghanistan
एशिया महाद्वीप में बसा अफ़ग़ानिस्तान देश कई दशकों पहले भारत देश का हिस्सा हुआ करता था, जिसमे पाकिस्तान के भारत से विभाजनपूर्व तक इसका कुछ प्रदेश भारत के अंतर्गत शामिल था।
पाकिस्तान के स्वतंत्र देश के रूप में निर्मित होने के बाद से जो सिमा भारत और अफ़ग़ानिस्तान के बिच में थी वह अब पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान मध्य में स्थित है। कुल ३४ प्रांतो/राज्यों में अफ़ग़ानिस्तान ने प्रशासनिक व्यवस्था हेतु देश को विभाजित किया हुआ है, यहाँ आप उन सभी राज्यों के नाम जान पाएंगे, जो के इस तरह से है –
- बदघिस (Badghis)
- बदख्शाँ (Badkshaw)
- फराह (Farah)
- बल्ख (Balkh)
- बगलान (Baglan)
- घोर (Ghor)
- दायकुंदी (Daykundi)
- जोजन (Jojan)
- बामयान (Bamyan)
- फरयाब (Faryab)
- ग़जनी (Ghazani)
- हेरात (Heirat)
- हेलमंद (Helmand)
- काबुल (Kabul)
- खोस्त (Khost)
- नंगरहार (Nangarhar)
- कपीसा (Kapisa)
- पक्तिया(Paktiya)
- नूरिस्तान(Nuristan)
- कंदहार (Kandhar)
- कुंदूज़ (Kunduj)
- जाबुल(Jabul)
- कुनार (Kunar)
- लोगर (Logar)
- लघमन (Laghaman)
- निम्रुज़(Nimuj)
- पक्तिका(Paktika)
- परवान(Parwan)
- पंजशीर(Panjsheer)
- सर- इ पोल(Sar -e-Pol)
- समांगन(Samangan)
- उरूज़गन(Urujgan)
- मैदान वर्दक(Maidan Vardak)
- तखार(Takhar)
अफ़ग़ानिस्तान देश के प्रमुख धर्म – Religions in Afghanistan
दक्षिणी एशिया के अफ़ग़ानिस्तान देश का सर्वाधिक जनसँख्यावाला प्रमुख धर्म इस्लाम है, जिसके अंतर्गत देश के कुल आबादी में से लगभग ९० प्रतिशत तक सँख्या इसी धर्म के लोगो की है।इसके अलावा हिन्दू और सिख धर्म के लोगो का भी देश में अधिवास है, जिनके प्रार्थनास्थल यहाँ पर विभिन्न जगहों पर देखने को मिलते है।
कुछ सदी पहले तक यहाँ पर कम सँख्या में ज्यूइश लोगो का भी निवास था, जिसमे से अधिकतर लोग बादमे इजराइल में विस्थपित हुए, आज बहुत ही कम सँख्या में ये लोग यहाँ पर रहते है।
अफ़ग़ानिस्तान की प्रमुख भाषाएँ – Languages of Afghanistan
यहाँ की आधिकारिक भाषा के तौर पर दारी और पाश्तो भाषा का स्वीकार किया गया है, जिसमे से दारी भाषा पर्सियन भाषा काफी मिलती जुलती है, वही पाश्तो भाषा पख्तून प्रदेश की मुख्य भाषा जिसका अफ़ग़ानिस्तान में भी आम बोलीचाली में इस्तेमाल होता है।
इन भाषाओ के अलावा भारतीय हिंदी भाषा का भी यहाँ प्रयोग किया जाता है तथा उर्दू बोलनेवालों की सँख्या यहाँ अच्छी खासी पायी जाती है। कुछ पडोसी विदेशी भाषाओ का भी देश अंतर्गत इस्तेमाल होता है जिसमे उज़बेक, बलोची, पाशायी, तुर्कमेन और नूरिस्तानी भाषा शामिल है।
अँग्रेजी भाषा का आम तौर पर देश में बहुत कम प्रयोग किया जाता है, यु कहे तो केवल उच्च शिक्षा ग्रहण किये लोग ही यहाँ अँग्रेजी महत्व देते है।
अफ़ग़ानिस्तान देश के लोगो का प्रमुख भोजन प्रकार – Staple Food of Afghanistan Peoples
यहाँ आप अफ़ग़ानिस्तान देश के प्रमुख व्यंजन प्रकारो के बारे में जान पायेंगे, जिनका सूचीगत विवरण हमने निचे दिया हुआ है, जैसे के –
- असाफोएतिदा
- चोपन कबोब
- औशक
- गोश इ फिल
- अफगानी ग्रीन सॉस
- बोरानी कदू
- काबुली पुलाव
- हफ्त मेवा
- मस्तवा
- बोरानी बंजन
- बोलानी
- अफ़ग़ान लंब कबाब
- अफ़ग़ान जलेबी
- मंटू
- शीर खुरमा
अफ़ग़ानिस्तान के प्रमुख महोत्सव – Festivals of Afghanistan
सालभर में अफ़ग़ानिस्तान में मनाये जाने वाले धार्मिक, सांस्कृतिक और राष्ट्रीय महोत्सवो की सूचि हमने यहाँ आपके जानकारी हेतु दी हुई है, जिसमे प्रमुखता से शामिल त्यौहार है –
- विक्ट्री ऑफ़ द मुस्लिम नेशन्स
- नव रोज (पारशी नववर्ष)
- नॅशनल लेबर डे
- इस्लाम नववर्ष
- अफ़ग़ान स्वतंत्रता दिवस
- एनिवर्सरी ऑफ़ रेवोलुशन
- ईद उल फ़ित्र
- मावुलूद उल नबी
- लैलत उल कद्र
- ईद उल आधा
अफ़ग़ानिस्तान देश के प्रमुख पर्यटन स्थल – Famous Tourist Places in Afghanistan
अगर आप भी अफ़ग़ानिस्तान में घूमने जाने की सोच रहे है तो निचे दिए गए पर्यटन स्थल आपके लिए सचमुच शानदार जगहे साबित हो सकते जिसमे शामिल है –
- बंद ए आमिर नॅशनल पार्क
- बुद्धा ऑफ़ बामयान
- ज़ाहक ऐतिहासिक स्थल
- स्पिन घर
- बाबर गार्डन
- तोरा बोरा केव्ज
- नव शाख
- काबुल ज़ू
- मेस अयनक
- क्वीन्स पैलेस
- कजाकी डैम
- शाह फौलादी
- चिल बुर्ज
- बंद ए चाक वॉटर डैम
- शिबर पास
अफ़ग़ानिस्तान का इतिहास – History of Afghanistan
प्राचीन काल में अफ़ग़ानिस्तान भारत देश का ही एक हिस्सा हुआ करता था जिसमे तत्कालीन प्रमुख महाजनपदों में से गांधार इसी के अंतर्गत आता था, महाभारत कालीन कौरवो की माता गांधारी मूलतः यहाँ के ही राजा की पुत्री थी।
अफ़ग़ानिस्तान में प्राचीन काल से लेकर मध्ययुगीन इतिहास के अंत तक अनेक साम्राज्यों का शासन रहा जिसमे कुषाण, ग्रीक बैक्टीरियन, तुर्क शाही, हिन्दू साम्राज्य, अल्ख़ोन, ग़जनवी, मुग़ल शासन, घोरी वंश, लोदी, दुर्रानी इत्यादि शामिल है।
इस्लाम के उदय के बाद अफ़ग़ानिस्तान में लगभग मुस्लिम शासको का ही वर्चस्व रहा, जिसमे यहाँ के अधिकतर लोगो ने इस धर्म का स्वीकार किया, या तो अधिकतर लोगो ने धर्म परिवर्तन कर वे मुस्लिम बन गए। ईसवी सदी पूर्व बौध्द धर्म का भी यहाँ प्रचार किया गया था, इसके अंतर्गत आज भी अफ़ग़ानिस्तान में कुछ बौद्ध धार्मिक स्थल मौजूद है साथ ही पुरातत्व विभाग के अंतर्गत हुए उत्खनन में कुछ प्राचीन बौध्द मुर्तिया भी इस भूमि से प्राप्त हुई है जिनका इतिहास लगभग २००० साल पुराना है।
अफ़ग़ानिस्तान के विषय में हम यह कह सकते है के इस देश में समय के अनुसार ना केवल शासक और साम्राज्य बदला बल्कि धार्मिक,सामाजिक और सांस्कृतिक बदलाव भी अद्भुत रूप से हुआ। मध्ययुगीन इतिहास में घोर साम्राज्य और ग़जनी का ग़जनवी साम्राज्य काफी ताकतवर माना जाता था, जिसके शासको ने भारत में कई बार आक्रमण किये थे।
इसके अलावा खिलजी वंश के शासको का मूल अफ़ग़ानिस्तान ही था जहाँ से विस्थापित होकर भारत में इनका सुलतानी शासन कायम हुआ। मुग़ल साम्राज्य का प्रथम शासक जहीरुद्दीन बाबर भी मूलतः अफ़ग़ानिस्तान से ही था जिसका अधिकतर साम्राज्य काबुल शहर में स्थापित था, आज भी बाबर की कब्र अफगनिस्तान के काबुल गार्डन में मौजूद है।
इतिहास प्रसिध्द सारागढ़ी का युध्द तत्कालीन अफगानीयो और भारतीय ब्रिटिश शासन के बिच में हुआ था जिसमे केवल २१ सिख्खो ने लगभग १०,००० अफ़ग़ानियो को धूल चटाई थी, यूनेस्को द्वारा भी इस युध्द का संज्ञान लिया गया है। कुल तीन युद्ध अंग्रेज और अफगानियों के बिच में हुए है वही सोवियत संघ और अफ़ग़ानिस्तान के मध्य भी युध्द का इतिहास है।
अफ़ग़निस्तान का सामाजिक जीवन – Social Life in Afghanistan
इस देश के सामाजिक जीवन पर सबसे ज्यादा इस्लामिक धार्मिक मान्यताओं का प्रभाव देखने को मिलता है, जिसमे यहाँ के कुछ कट्टर पंथियो द्वारा विगत कई दशकों तक समाजिक जीवन में अमन और शांति को तबाह करने के कार्य भी हुए।
आज तक शिक्षा और मुलभुत सुधार इस देश का प्राथमिक मुद्दा बना हुआ है, वही समाज में महिलाओ को समान अधिकार का अभाव भी यहाँ पर मौजूद है।यहाँ के कट्टर पंथी सोच के कुछ दहशत गर्द लोगो के संघठन ने ना केवल अफ़ग़ानिस्तान बल्कि विश्व के तमाम देशो की शांति और आम जीवनशैली को नुकसान पहुँचाया है।
तालिबानी विचारधारा ने अक्सर यहाँ के निजी जीवन और प्रशासकीय व्यवस्था में दखलअंदाजी की है फलस्वरूप आज भी कुछ चुनिंदा जगहों को छोड़कर अधिकतर अफगानिस्तान में मूलतः गरीबी, अशिक्षा, कट्टर धार्मिकता, महिलाओ पर जुल्म, बेरोजगारी की स्थिति देखने को मिलती है।
हालांकि कुछ लोगो ने उच्च शिक्षा प्राप्त कर देश में विज्ञान,चिकित्सा, तकनीक और औद्योगीकरण पर ध्यान केंद्रित किया है पर जब तक मूल धार्मिक कटटरता और अशिक्षा इस देश से दूर नहीं होती तब तक यहाँ के सामान्य जीवन में पूर्णतः बदलाव लाना असंभव सा दिखता है। आम तौर पर आपको यहाँ इस्लाम का पालन करनेवाले लोग दिखेंगे, जो के इसी धर्म केँ अनुसार त्यौहार इत्यादि मनाते है।
अफ़ग़ानिस्तान की संस्कृति एवं परंपरा :- Culture and Tradition of Afghanistan
प्राचीन काल में इस्लाम धर्म के उदय पूर्व अफ़ग़ानिस्तान में हिन्दू, बौध्द इत्यादि धर्म का अधिक प्रभाव था जिसके अनुसार तत्कालीन समाज जीवन में इन्ही धर्मो से जुडी मान्यताये और परंपराओ का पालन किया जाता था। लगभग सातवीं सदी में इस्लाम के प्रचार और प्रसार ने इस देश में बड़े तौर पर धार्मिक बदलाव किये और देखते ही देखते बीसवीं सदी तक इस देश की कुल ९० प्रतिशत से भी ज्यादा आबादी इस्लाम के अनुसार यहाँ जीवन जी रही है।
आज इस देश की संपूर्ण संस्कृति इस्लामिक विचारधारा पर आधारित है, जिसमे जीवन से लेकर मृत्यु तक इसी मान्यताओं और विचारधारा अनुसार जीवन व्यापन किया जाता है।अन्य धार्मिक पद्धतियों में यहाँ सिख, हिन्दू, तथा बौध्द आदि मत अनुसार शादी, त्यौहार, व्रत इत्यादि कार्य संपन्न किये जाते है।
अफगानिस्तान से संबंधित प्रमुख युध्द और उनका समयकाल – Afghanistan War Timeline
- ईसवी सदी १७०९ में मिरवाइस होतक नामके स्थानिक जनजातीय नेता ने सफाविद नामक शासन से बगावत करके गुरगिन खान नामक शासक को परास्त कर खुदका स्वतंत्र शासन स्थापित किया था।
- मिरवाइस होतक के पुत्र महमूद ने १७२२ में पर्शिया की राजधानी इसफाहान पर कब्ज़ा किया था जिसके लिए वहाँ के स्थानिक राजा से उसका युध्द हुआ जिसे ‘बैटल ऑफ़ गुलनाबाद’ के नामसे जाना जाता है।
- ईरान का शासक नादिर शाह और होतक साम्राज्य के बिच साल १७२९ में युध्द हुआ जिसमे होतक शासक पराजित हो गया था, इनके बिच के इस युध्द को ‘बैटल ऑफ़ दमघान’ के नामसे जाना जाता है।
- साल १७३८ में होतक साम्राज्य को पूरी तरह समाप्त किया गया जिसमे नादिर शाह द्वारा अंतिम होतक शासक हुसैन होतक को नादिर शाह से हार का सामना करना पड़ा।
- अफगानी शासक अहमद शाह अब्दाली और मराठा साम्राज्य के बिच साल १७६१ में पानीपत का तीसरा युध्द हुआ था, जिसमे मराठा साम्राज्य को हार का सामना करना पड़ा था।
- साल १८३७ में सिख और अफगान के बिच युध्द हुआ था जिसमे सिख्खो ने कड़वा प्रतिकार देते हुए अफ़ग़ानियो को हराया था पर इस युध्द में सिखो के शुर सेनापती हरिसिंह नलवा को शहादत प्राप्त हुई थी।
- अँग्रेज – अफ़ग़ान के बिच साल १८३८ को प्रथम युध्द हुआ था जिसमे दोस्त महमूद को ब्रिटिश सैन्यो द्वारा बंदी बना लिया गया था।
- साल १८७८ में अँग्रेज -अफगानियों के बिच में दूसरा युध्द हुआ था।
- अँग्रेज – अफगानियों के बिच साल १९१५ को तिसरा युध्द हुआ था।
दोस्तों , अगर आपको हमारी अफगानिस्तान के बारेमें दी गयी जानकारी पसंद आयी हो, तो और पढिए अफगानिस्तान के बारेमें और भी कुछ रोचक बातें – Interesting Facts about Afghanistan जिन बातों को पढ़कर आप हैरान रह जाओंगे।
अफगानिस्तान के विषय में अधिकतर बार पूछे जाने वाले सवाल – Gk Quiz on Afghanistan
- अफगानिस्तान देश में कुल कितने राज्य मौजूद है? (How many states are there in Afghanistan?) जवाब: चौतीस (३४)
- कुल कितनी भाषाएँ अफगानिस्तान देश में मौजूद है? (How many languages are there in Afghanistan?) जवाब: लगभग ६० भाषाएँ।
- अफगानिस्तान देश का आर्थिक चलन क्या हैं? (What is the currency of Afghanistan?) जवाब: अफ़ग़ान अफगानी।
- अफगानिस्तान देश की राजधानी का नाम क्या है? (Capital of Afghanistan?) जवाब: काबुल।
- विश्व के कुल आबादी में अफगानिस्तान की आबादी कितनी है? (Total Population of Afghanistan?) जवाब: ३ करोड़ ८० लाख।
Somthing wring in this line :-1979 – सोवियत सेना ने हमला किया और कम्युनिस्ट सरकार को सहारा दिया। आगामी युद्ध में एक अरब से भी ज्यादा लोगो की मृत्यु हो गयी।