जब कभी भी आप अपने डेस्क पर डायरी या नोट पैड का उपयोग करते हो तो वह आपके लिये कोई मायने नही रखता। लेकिन यदि आप अपनी कार्य क्षमता को बढ़ाना चाहते हो तो आपको to do list का उपयोग करना होंगा। इस लेख में आपको to do list उपयोग करने के चार कारण दिये गए है।
वर्क परफेक्टली टू डू लिस्ट बनायें / Make to do list hindi for work effectively
यदि आपको बहुत सारे काम करने है, तो इसे समय में आप आसानी से एक-दो कामो को भूल जाते हो और वह काम हो नही पाते। इसीलिए यदि आप सभी कामो को एक डायरी या नोट पैड में यदि लिखकर रखो तो आपका दिमाग उसे अवश्य याद रखेंगा और समय आने पर आप उस काम को फिर पूरा भी कर सकते हो।
सभी को एक जगह पर लिखने के बाद वे सभी काम दिन भर आपकी नजरो के सामने रहेंगे और ऐसा करने से यदि आपसे कोई काम छुट जाता है तो आप तुरंत उसे ढूंढकर पूरा कर सकते हो।
प्राथमिकता देने में सहायक। बहुत सारे काम रहने के बाद कभी-कभी यह सुनिश्चित करना बहुत मुश्किल हो जाता है की कौनसा काम पहले करना चाहिये और कौनसा बाद में। इसीलिए अपने कामो को लिखकर रखने से आप आसानी से अपनी प्राथमिकता के अनुसार किसी एक कार्य का चुनाव कर सकते हो।
“जो काम हमारे लिये सबसे महत्वपूर्ण है उसपर कभी जो काम हमारे लिये बहुत कम महत्वपूर्ण है उसकी दया नही होनी चाहिये।”
प्राथमिकता देने का सबसे आसान तरीका यह है की आप अपने कामो के सामने A, B या C लिखस सकते हो।
• “A” श्रेणी वाले कार्य वे कार्य होंगे जिन्हें आपको निश्चित रूप से करना ही है मतलब यदि इन कार्यो को आपने पहले नही किया तो कोई गंभीर बात हो सकती है। यदि आपने इन कार्यो को पूरा नही किया तो, वे आपके सफलता के मार्ग में बाधा बनेंगे। इन कार्यो को पूरा करके आप आसानी से लक्ष्य के बहुत करीब पहुच सकते हो।
• “B” श्रेणी वाले कार्य होंगे जिन्हें आपको करना चाहिये, लेकिन उनके पुर या ना पूरा होने से आपको कुछ ज्यादा फरक नही पड़ेंगा। आपको इन कामो को निश्चित रूप से करना चाहिये लेकिन “A” श्रेणी के कामो को छोड़कर पहले “B” श्रेणी के कामो को नही करना चाहिये।
• “C” श्रेणी के कार्य आपके लिये निश्चित रूप से अच्छे ही होंगे, लेकिन यदि आप उन्हें नहीं करोंगे तो आपको उनसे कोई ज्यादा फरक नही पड़ेंगा। आप दिन के अंत में आपके पास जरा भी समय नही है, तो आप इसे टाल सकते हो लेकिन यदि आपके पास समय है तो आप इन्हें कर भी सकते हो। लेकिन पहले “A” और “B” श्रेणी के कार्यो को छोड़कर आपको सीधे “C” श्रेणी के कार्य नही करने चाहिये।
ऐसा करने से आपको हमेशा फायदा ही होंगा। यह सभी बाते आप के लिये सही साबित होती है। क्योकि जब भी आप अपने डेस्क पर अपने काम के बारे में लिखेंगे, तब कभी-कभी आपको लगता होंगा की वे रो-रो कर आप से उन्हें पूरा करने की प्रार्थना कर रहे है। आपको ऐसा लगता है की आप उन्हें अपनी आँखों से देख पा रहा हैं और फिर आपको तबतक चैन नही मिलता जबतक आप उन्हें पूरा नही कर लेता।
आपको अपनी बनायी हुई लिस्ट के अनुसार ही अपनी प्राथमिकता के अनुसार कामो को पूरा करना चाहिये। यदि आप ऐसा करने में सफल होते हो तो निश्चित ही आपका वह दिन बहुत अच्छा जायेंगा और आप अच्छा महसूस भी करोंगे।
तो अब आपने क्या फैसला किया है। अभी भी यदि आप अपनी उत्पादन क्षमता को बढ़ाना चाहते हो तो आपको अपने कामो को एक सूचि में लिखना होंगा और उन्हें प्राथमिकता के अनुसार ही करना चाहिये।
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