Essay on Red Fort in Hindi
लाल किला, भारत का सिर्फ एक ऐतिहासिक स्मारक ही नहीं हैं बल्कि भारत देश की शान है। मुगलकाल में बना यह ऐतिहासिक स्मारक के सौंदर्य और भव्य आर्कषण को देखने देश-विदेश से सैलानी आते हैं और इसके शाही बनावट और अनूठी वास्तुकला की सराहना किए बिना नहीं रह पाते।
इस विश्व विरासत के महत्व को समझने के लिए और इसके निर्माण एवं इतिहास के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से बच्चों कों स्कूल / कॉलेजों में अथवा निबंध लेखन प्रतियोगिताओं नें ”लाल किला” के विषय पर निबंध (Essay on Red Fort) लिखने के लिए कहा जाता है, इसलिए आज हम अपने इस पोस्ट में लाल किला पर अलग-अलग शब्द सीमा पर निबंध उपलब्ध करवा रहे हैं जो कि इस प्रकार है –
भारत देश की शान “लाल किला” पर निबंध – Essay on Red Fort in Hindi
प्रस्तावना
दिल्ली का लाल किला अपनी शान-शोहरत और ऐतिहासिक महत्व की वजह से पूरे विश्व में प्रसिद्ध है, और प्रमुख पर्यटन स्थल है। लाल किला एक विश्व विरासत ही नहीं, बल्कि भारत का राष्ट्रीय गौरव भी माना जाता है।
लाल किला का इतिहास – History of Red Fort
भारत की राजधानी दिल्ली के बीचो-बीच बना यह अति सुंदर और खूबसूरत किला अपनी शाही बनावट और अनूठी मुगलकालीन वास्तुकला के लिए जाना जाता है।
मुगल शासकों ने दिल्ली की सल्लनत पर 200 सालों से ज्यादा शासन किया और इस दौरान न सिर्फ अपने मुगल साम्राज्य का जमकर विस्तार किया, बल्कि भारतीय और मुगलकालीन कला को भी बढ़ावा देने के लिए दिल्ली-आगरा में सबसे ज्यादा ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण करवाया, जो कि विश्व धरोहर के रुप में जानी जाती है। दुनिया के सात अजूबों में एक ताजमहल भी मुगल शासक शाहजहां के शासनकाल में बनवाया गया था।
इसके अलावा दिल्ली में कुतुब मीनार, हुमायूं का मकबरा आदि मुगलकाल में बनी ऐतिहासिक विरासत हैं।
मुगल सम्राट शाहजहां ने दिल्ली में लाल किला का निर्माण करवाया था, इस किले के निर्माण में करीब 10 साल का लंबा समय लगा था, वहीं इसके लिए लाल बलुआ पत्थरों का इस्तेमाल किया गया था। इसकी दीवारों पर हुईं सुंदर नक्काशी की वजह से इसे विश्व धरोहर में सम्मिलत किया गया है।
लाल किले कब और किसने बनवाया – When Red Fort was Built or Who was Built Red Fort
भारत का राष्ट्रीय गौरव माने जाने वाली इस ऐतिहासिक धरोहर का निर्माण पांचवे मुगल शासक शाहजहां ने करवाया था। इस किले का निर्माण दिल्ली के यमुना नदी के तट पर किया गया है। यह भव्य और खूबसूरत किला भारत की राजधानी दिल्ली के मध्य में स्थित है और तीन तरफ से यमुना नदी से घिरा हुआ है।
विश्व धरोहर एवं प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक लाल किला के निर्माण काम की शुरुआत मुस्लिम धर्म के पावन दिन मुर्हरम पर 13 मई साल 1638 से की गई थी।
आपको बता दें कि मुगल बादशाह शाहजहां अपने इस किले को शाही रुप देना चाहते थे, साथ ही इस किला को लाहौर व आगरा में बनाए गए सभी किलों से भव्य और आर्कषक बनाना चाहते थे। वहीं साल 1638 में ही उन्होंने अपनी राजधानी आगरा से दिल्ली शिफ्ट की थी, और फिर इस ऐतिहासिक किले को मुगलकालीन वास्तुलकला से भव्य रुप दिया था।
लाल किले का संरचना एवं स्वरुप – Red Fort Architecture
ऐतिहासिक धरोहर लाल किला को भव्य एवं सुंदर रुप देने के लिए इसका निर्माण काम करीब 10 साल 1638 से साल 1648 तक चला। वहीं इस किले को बनाने में लाल बलुआ पत्थर एवं सफेद संगममर के पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। लाल किला के चारों तरफ 30 मीटर ऊंची पत्थर की दीवार है, जिसमें मुगलकालीन वास्तुकला का इस्तेमाल कर सुंदर नक्काशी की गई है, साथ ही रेशमी चादर का भी इस्तेमाल किया गया है।
करीब डेढ़ किलोमीटर की परिधि में फैले इस विश्व धरोहर में कई सुदंर एवं भव्य इमारतें बनी हुईं हैं, जिसमे से दीवाने खास, दीवानेआम, रंग महल, मीना बाजार, रंग महल, सावन आदि प्रमुख है। इसके अलावा इस ऐतिहासिक किले में एक लाहौर द्धार और दिल्ली द्धार भी बना हुआ है।
लाहौर द्धार आम लोगों अथवा पर्यटकों के लिए खोला गया है, जबकि दिल्ली द्दार से वीवीआईपी अथवा कुछ खास लोग ही प्रवेश कर सकते हैं। ऐसा भी माना जाता है कि इस किले के 4 दरवाजे थे, लेकिन बाद में 2 दरवाजों को बंद कर दिया गया था।
आपको बता दें कि इस भव्य किले को बनवाने में उस समय करीब 1 करोड़ रुपए की लागत का खर्चा आया था। वहीं लाल किला के बारे में यह भी कहा जाता है कि इस किले में कोहिनूर हीरा जड़ा था और शाही मयूर एवं राज सिंहासन बनाया गया था, जिसे अंग्रेजों ने अपने शासनकाल में हथिया लिया था। यह उस समय का सबसे महंगा किला था। जिसका प्राचीन नाम “किला-ए-मुबारक था”।
दुनिया के 7 अजूबों में से एक अति भव्य स्मारक ताजमहल को डिजाइन देने वाले और मुगल काल के प्रसिद्ध वास्तुकार उस्ताद अहमद लाहौरी ने इस ऐतिहासिक इमारत लाल किले को भी अपनी महान कल्पना शक्ति से डिजाइन किया था।
निष्कर्ष
लाल किला हमारे देश की ऐसी धरोहर है, जिसने अपनी भव्यता की वजह से विश्व भर में अपनी एक अलग पहचान बनाई है, यही वजह है कि यह आज विश्व के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है, जिसकी खूबसूरती को निहारने दूर-दूर से पर्यटक आते हैं।
लाल किला पर निबंध – Paragraph on Red Fort
प्रस्तावना
मुगल कालीन में बने इस ऐतिहासिक और अद्भुत स्मारक लाल किला को इसकी सुंदर वास्तुकला और शाही बनावट की वजह से पूरी दुनिया में एक अलग पहचान मिली है, और इसे विश्व विरासत की लिस्ट में शुमार किया गया है।
लाल किला में बनी मुख्य इमारतें – Places to Visit in Red Fort
- छाबरी बाजार- यह लाल किला के सामने मौजूद है, जिसे पर्यटकों द्धारा खूब पसंद किया जाता है।
- रंग महल- यह लाल किला के अंदर मुगल शासक शाहजहां की बेगमों के लिए बना हुआ था, वहीं इसके बीचों-बीच एक नहर भी थी।
- दिल्ली दरवाजा- यह लाल किले के साउथ के तऱफ है, इस गेट से सिर्फ अब वीवीआईपी और कुछ स्पेशल लोगों ही प्रवेश कर सकते हैं।
- दीवान-ए-आ्म- यह शहंशाह का प्रमुख कोर्ट के तौर पर बनाया गया था, जहां पर सभी अहम फैसले लिए जाते थे।
- दीवाने खास – दीवाने खास, मुगल बादशाह शहंशाह का पर्सनल रुम था, जहां की दीवारों में बहुमूल्य पत्थर व रत्न जड़े हुए थे।
- मोती मस्जिद- साल 1659 में मुगल शासक शाहजहां के बेटे औरंगजेब द्धारा इसे निजी मस्जिद के रुप में बनवाया गया था।
- मुमताज महल- शाहजहां की प्रिय पत्नी के नाम पर इसका नाम रखा गया, यह शहंशाह की पत्नी और दासियों के लिए बनवाया गया था, हालांकि अब यह म्यूजियम है।
- नौबत खाना – यह मुख्य रुप से संगीतकारों के लिए बनाया गया था।
- लाहौरी दरवाजा -यह लाल किले का मुख्य दरवाजा है। देश की स्वतंत्रता के बाद से ही यहां की बालकनी से हर साल देश के पीएम द्दारा 15 अगस्त पर तिरंगा फहराया जाता है।
- चट्टा चौक- मुगलों के समय में हाट लगता था, जहां बेशकीमती गहने अथवा कपड़े मिलते थे।
लाल किला का नाम कैसे पड़ा – How did the name of the Red Fort
मुगल सम्राट शाहजहां के आदेश पर इस ऐतिहासिक विश्व धरोहर लाल किला के निर्माण में लाल बलुआ पत्थरों का खूब इ्स्तेमाल किया गया है, इसलिए इसका नाम लाल किला पड़ा।
विश्व विरासत के रुप में लाल किला –
लाल किला भारत की शान है। अपने ऐतिहासिक महत्व, भव्यता और आर्कषण की वजह से इस किले को साल 2007 में यूनेस्कों द्धारा विश्व विरासत की लिस्ट में शामिल किया गया है।
पर्यटन की दृष्टि से लालकिला का महत्व – Red Fort Tourism
दिल्ली का लाल किला अपनी भव्यता और सुंदरता की वजह से विश्व पर्यटन स्थलों में से एक है। जिसकी खूबसूरती को निहारने दूर-दूर से लोग आते हैं। इसलिए यह पर्यटन की दृष्टि से भी अति महत्वपूर्ण है।
विश्व विरासत को लेकर सुरक्षा विभाग सजग
इस ऐतिहासिक स्मारक को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से इस पर कई आतंकी हमले किए गए और इस किले की कई बेशकीमतो सामान को लूट लिया गया, जिसके बाद से भारत में सुरक्षा विभाग इसको लेकर काफी सजग हो गया।
इसकी सुरक्षा को लेकर इसके आस-पास अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, वहीं 15 अगस्त के दौरान इसकी सेक्योरिटी और भी अधिक बढ़ा दी जाती है।
देश की आजादी का प्रतीक है लाल किला
मुगलकालीन वास्तुकला का बेमिसाल नमूना और विश्व धरोहर लाल किला में अंग्रेजों की बेड़ियों से देश को आजादी दिलवाने के बाद, पहली बार देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने ध्वजा रोहण कर देश के नाम संदेश दिया था और देश के विकास और सुख-शांति का संकल्प लिया था, तब से लेकर आज तक हर स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देश के पीएम द्धारा लाल किले में झंडा फहराया जाता है।
निष्कर्ष
हम सभी को मिलकर भारत की पहचान और राष्ट्रीय गौरव के संरक्षण के लिए प्रयास करना चाहिए और इसकी सुरक्षा के प्रति सजग रहना चाहिए।
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