My Family Essay
परिवार मिलाकर एक अच्छे समाज की निर्मिती होती है और समाज को जोड़कर एक बड़ा देश बन जाता है। इसीलिए हमारे संस्कृतिप्रिय देश के समाज में परिवार को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है। परिवार ही समाज का केंद्र स्थान होता है। कोई भी इन्सान परिवार में रहकर की सब कुछ सीखता है।
किसी का परिवार छोटा होता है तो किसी का परिवार बहुत ही बड़ा होता है। किसी के घर में कम लोग होते है तो किसी के घर में ज्यादा लोग होते है। निचे परिवार विषय पर विस्तार से जानकारी दी गयी है। उसकी मदत से परिवार विषय पर बड़ी आसानी से निबंध लिखा जा सकता है।
“मेरा परिवार” पर निबंध – My Family Essay
किसी भी इन्सान के जीवन में उसका परिवार बहुत महत्वपूर्ण होता है। उसका परिवार उसकी देखभाल करता है उसे हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रेरणा देता है। किसी व्यक्ति के जीवन मे उसके परिवार का योगदान बहुत ही महत्त्वपूर्ण होता है।
कोई भी व्यक्ति सबसे पहले संस्कार, परंपरा और मूल्य को घर में ही सिखता है। उसका घर ही उसकी पहली पाठशाला होती है। जो बच्चा छोटा होता है उसे अच्छी आदते सिखाने का काम केवल उसका परिवार ही करता है। परिवार समाज को एक अच्छा नागरिक देने में बहुत ही अहम भूमिका निभाता है।
आईये आगे पढ़ते एक छात्र ने अपने परिवार पर लिखा हुआ निबंध:
नमस्ते मेरा नाम गोपाल हैं। आज मैं आपको मेरे परिवार के बारेमें बताने जा रहा हु। मै मध्यम वर्ग परिवार से हु। मेरे घर में छह सदस्य है जिनमे मेरे दादा, दादी, मेरी माँ, पिताजी, मै और मेरी छोटी बहन है। हमारे परिवार के मुख्य सदस्य दादाजी ही है इसलियें घर के सभी सदस्य दादाजी का कहना मानते है।
घर में सभी उनका सम्मान करते है और उनकी सारी आज्ञा का पालन भी करते है। वो हमें अनुशासन, स्वच्छता, संस्कार, मेहनत और निरंतरता का महत्व हमेशा बताते है।मेरी दादी भी बहुत अच्छी है वो हमें रात के समय अच्छी अच्छी कहानिया सुनाती है।
मेरे पिताजी को अनुशासन बहुत प्रिय है। वो समय के बहुत पाबंद है, वो कोई भी काम पूरी ईमानदारी और मेहनत से करते है। वो हमें हमेशा सिखाता है की हमें वक्त की हमेशा क़द्र करनी चाहिए अगर आज हम समय का को बर्बाद करते है तो कल समय हमें बर्बाद कर सकता है इसीलिए हमे कभी भी समय का अच्छे काम के लिए इस्तेमाल करना चाहिए।
मेरी माँ बहुत ही अच्छी है और वो एक गृहिणी है। मेरी माँ परिवार के हर सदस्य का अच्छे से खयाल रखती है और उसकी वजह से ही घर में ख़ुशी का माहोल बना रहता है। माँ हमेशा दादा दादी की तबियत का खयाल रखती है साथ ही गरीब और जरूरतमंद लोगो की मदत करती है। हमें बचपन से ही सिखाया गया है की बड़ो का सम्मान करना चाहिए और जो तकलीफ में होते है उनकी मदत करनी चाहिए।
और हमारे घर में सबसे छोटा सदस्य मेरी छोटी बहन हैं। वो सबसे छोटी हैं और सबकी लाडली भी मेरी भी। ऐसा मेरा छोटासा परिवार और और मैं अपने परिवार से बहुत प्यार करता हु।
हमारे जीवन में बहुत सी ऐसी समस्याए होती है जिन्हें एक दुसरे की मदत से ह्ल किया जा सकता है। ऐसा करने से हमें बड़ी परेशानी भी छोटी लगने लगती है। इस तरह से हमारी जिंदगी बड़ी आसान लगने लगती है। अगर घर में कोई बीमार पड़ जाए तो सभी उसकी अच्छे से देखभाल करते है जिससे उस व्यक्ति की तबियत बहुत ही जल्द ठीक हो जाती है।
किसी के भी परिवार में चार पाच सदस्य रहते ही है। घर में माँ, पिताजी, दादा, दादी, भाई और बहन आम तौर पर देखने को मिलते है। मगर यह सब छोटे परिवार में आते है। किसी के घर में इससे भी अधिक लोग रहते है। बड़े घरो में हमेशा देखा जाता है की वहापर कम से कम दस बारा लोग रहते है।
बड़े परिवार में रहने के कई सारे फायदे होते है। घर में अगर कोई परेशान हो तो सभी उसकी मदत करते है। घर में किसी की तबियत खराब हो जाए तो सभी उसका खयाल रखते है जिसकी वजह से उस व्यक्ति की तबियत काफी कम समय में ठीक हो जाती है।
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परिवार समाज की सबसे छोटी इकाई होती है | एक अच्छे समाज के निर्माण के लिए हर परिवार में प्रेम सामंजस्य , सहयोग की भावना व् अनुशासन होना चाहिए | आपने अपने परिवार से परिचय करवाया जो निश्चित रूप से अनुकरणीय है | हर परिवार में सभी सदस्यों को ऐसे ही एक -दूसरे का ख्याल रखते हुए हिल मिल कर रहना चाहिए |
शुक्रिया, इस लेख को पढ़ने के लिए सही कहा आपने परिवार में प्यार और स्नेह बेहद महत्वपूर्ण है क्योकि जिस परिवार में प्यार नहीं होता वह परिवार, एक अच्छा परिवार नहीं होता। क्योंकि सभ्य परिवार से ही सभ्य समाज का निर्माण होता है।
good article about family
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हेलो सर
में आप के लेख नियमित रूप से पड़ता हूँ
आप के लेख बहुत ही प्रेरणा दायक होते है
Thanks Amit Ji.