Tourist places in Karnataka
भारत के सभी राज्यों में कर्नाटक पर्यटन के उद्देश्य से चौथा सबसे प्रसिद्ध राज्य है। यह राज्य भौगोलिक तथा ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत ही धनी राज्य है। इस राज्य में एक तरफ तो प्राचीन शिल्प कला की पूर्ण झलक देखने को मिलती है, वहीं दूसरी तरफ यह राज्य आधुनिकता की तरफ भी अग्रसर है।
ऊंची ऊंची पर्वत श्रृंखलाओं तथा वन संपदा से घिरा हुआ यह राज्य प्राकृतिक रूप से भी बहुत खूबसूरत है। आध्यात्म की दृष्टि से भी यह राज्य बहुत ही महत्वपूर्ण है। यहां पर कई ऐसे मंदिर हैंए जिनमें दर्शन के लिए दूर – दूर से लोग खिंचे चले आते हैं।
कर्नाटक के दर्शनीय स्थल – Tourist places in Karnataka
बात की जाए कर्नाटक के ऐतिहासिक धरोहरों की तो इस मामले में भी कर्नाटक राज्य बहुत ही धनी है। कला और संस्कृति की झलक दिखाता है यह राज्य पर्यटन की दृष्टि से बहुत ही महत्वपूर्ण राज्य है।
आंकड़ों के अनुसार दिनबदिन कर्नाटक आने वाले पर्यटकों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है।
कर्नाटक राज्य की भाषा – Karnataka Language
कर्नाटक राज्य में सर्वाधिक बोले जाने वाली भाषा एवं यहां की राज्य भाषा कन्नड़ है।
खान – पान – Karnataka Food
जैसा कि हमने बताया कि यह एक दक्षिण भारतीय राज्य है, अतः यहां के खानपान में दक्षिण भारतीय व्यंजनों की अधिकता पाई जाती है। यहां के भोजन में शाकाहारी तथा मांसाहारी दोनों ही तरह के व्यंजनों को शामिल किया जाता है। यहां के प्रसिद्ध व्यंजनों में उडुपी, मालनाडु और मंगलोरी मुख्य रूप से शामिल है। यहां के भोजन में दही एवं चावल की अधिकता पाई जाती है। यहां के व्यंजन देश ही नहीं अपितु विश्व भर में प्रसिद्ध है।
कर्नाटक की जलवायु – Karnataka Temperature
कर्नाटक का मौसम सामान्य रहता है यहां पर ना तो बहुत ज्यादा गर्मी और ना ही बहुत ज्यादा ठंडी पड़ती है। यहां का तापमान 10℃ से 40℃ के बीच मे रहता है।
पर्यटन की दृष्टि से अक्टूबर से लेकर जनवरी तक का समय बेहतरीन रहता है।
कर्नाटक कैसे पहुंचे – How To Reach Karnataka
कर्नाटक राज्य यातायात की दृष्टि से बहुत ही मजबूत राज्य हैं। यहां पहुंचने के लिए सड़क मार्ग रेल मार्ग एवं वायु मार्ग की सुविधाएं उपलब्ध हैं।
- सड़क मार्ग:
कर्नाटक राज्य 15 राष्ट्रीय राज्य मार्गों से जुड़ा हुआ है। इसके अलावा राज्य में हर जगह पर सड़कों का अच्छा नेटवर्क हैए जिससे राज्य के हर हिस्से में आसानीपूर्वक पहुंचा जा सकता है। यहां पर राज्य परिवहन निगम की बसें चलती हैं, जो पूरे राज्य के शहरों को आपस में जोड़ती हैं।
- रेलमार्ग:
कर्नाटक राज्य में 3089 किलोमीटर की लंबाई में फैला हुआ बड़ा रेलवे नेटवर्क है। देश के लगभग हर हिस्से से यहां पहुंचने के लिए रेलवे की सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ ही राज्य में चलने वाली ट्रेनों की मदद से प्रमुख पर्यटन स्थलों तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।
- वायुमार्ग:
कर्नाटक राज्य में 2 डॉमेस्टिक तथा दो इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैं। जिनकी मदद से आप देश ही नहीं अपितु विदेश से भी आसानी पूर्वक कर्नाटक राज्य में पहुँच सकते हैं।
कर्नाटक राज्य के प्रमुख पर्यटन स्थल – Places to Visit in Karnataka
कर्नाटक राज्य बहुत ही बड़ा राज्य हैए साथ ही यहां कई भ्रमणीय स्थल भी है। यहाँ पर प्राकृतिकए धार्मिक तथा ऐतिहासिक स्थलों का अनूठा संगम देखने को मिलता है। यही वजह है कि यह संभव नहीं है कि एक ही यात्रा में आप सभी स्थलों पर भ्रमण हेतु जा सके।
अतः आप जब भी कर्नाटक घूमने का प्रोग्राम बनाएं तोए यह सुनिश्चित कर लें कि आप किस-किस जगह पर भ्रमण हेतु जाना चाहते हैं।
हम यहां आपके लिए कर्नाटक के कुछ प्रसिद्ध भ्रमण स्थलों की सूची लेकर आये हैं।
आइए जानते हैं कर्नाटक के प्रमुख पर्यटन स्थलों के बारे में –
कूर्ग हिल स्टेशन – Coorg Hill Station
यह कर्नाटक के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों में से एक है। यह कर्नाटक राज्य एक प्रसिद्ध पहाड़ी जिला है। समुद्र तल से इस जिले की ऊंचाई 900 मीटर से 1715 मीटर है। कुर्ग को कर्नाटक के कश्मीर के रूप में जाना जाता है, साथ ही इसे भारत का स्कॉटलैंड भी माना जाता है।
प्राकृतिक सुंदरता से परिपूर्ण इस जिले में मंदिरोंए पार्क तथा झरनों का अनूठा संगम देखने को मिलता है। यहां के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है भागमंडला, तिब्बती गोल्डन मंदिरए ओमकारेश्वर मंदिर और तालाकावेरी।
प्राकृतिक स्थलों में यहां पर मुख्य रूप से चिलवारा फॉलए हरंगी बांध पर्यटकों के बीच मुख्य रूप से पॉपुलर है। यहां पर वाटर एडवेंचर ट्रैकिंग तथा गोल्फ का मजा लिया जा सकता है।
कैसे पहुँचे –
कुर्ग जिला मैसूर रेलवे स्टेशन से 118 किलोमीटर की दूरी पर है। इसके पास मंगलोर इंटरनेशनल एयरपोर्ट हैए जहां से डोमेस्टिक तथा इंटरनेशनल फ्लाइट की सुविधा उपलब्ध है।
महाबलेश्वर मंदिर – Mahadeshwara Temple Karnataka
यह मंदिर शिवजी के अति प्राचीन मंदिरों में से एक है, इसका संबंध चौथी शताब्दी से माना जाता है।
यह मंदिर कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले में स्थित है। यह मंदिर हिंदू धर्म के 7 पवित्र मुक्ति क्षेत्रों में से एक है। इस मंदिर में स्थित शिवलिंग को आत्मलिंग के नाम से भी जाना जाता है यह शिवलिंग श्रद्धालुओं के बीच काफी प्रसिद्ध है।
महाबलेश्वर मंदिर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:
- यह मंदिर गोकर्ण रेलवे स्टेशन से लगभग 800 मीटर की दूरी पर स्थित है। यहां घूमने में लगभग 1 घंटे का समय लग जाता है।
- प्रवेश शुल्क – निशुल्क।
मैसूर पैलेस – Mysore Palace
मैसूर पैलेस का निर्माण महाराजा राजर्षि महामहिम कृष्णराजेंद्र वाडियार चतुर्थ ने करवाया था। ताजमहल के बाद मैसूर पैलेस सबसे अधिक पर्यटकों को आकर्षित करने वाला ऐतिहासिक महल है। मैसूर पैलेस के बारे में कहा जाता है कि प्राकृतिक आपदाओं की वजह से जहां कई ऐतिहासिक धरोहरों का विनाश हो गया वहीं मैसूर पैलेस का बाल भी बांका नहीं हुआ। कर्नाटक आने वाले पर्यटकों के बीच यह महल काफी पॉपुलर है।
मैसूर महल से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:
- मैसूर पैलेस, मैसूर बस स्टेशन से 1.4 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मैसूर रेलवे स्टेशन से मैसूर पैलेस की दूरी 1.4 किलोमीटर।
गोल गुंबज – Gol Gumbaz
यह एक मकबरा है, जो आदिलशाही वंश के सातवें शासक मुहम्मद आदिलशाह का है। यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा गुंबद है। इस गुंबद का क्षेत्रफल 18337 वर्ग फुट है जिसकी ऊंचाई 175 फुट है। कर्नाटक राज्य के बीजापुर शहर में स्थित इस गोल गुंबद का निर्माण कार्य 1626 ई. में प्रारंभ हुआ था जो 1656 में बनकर तैयार हुआ था।
गोल गुंबद से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:
यह गुंबद बीजापुर रेलवे स्टेशन से मात्र 900 मीटर की दूरी पर स्थित है जहां पर आसानी पूर्व पहुंचा जा सकता है।
दरिया दौलत बाग – Daria Daulat Bagh
यह महल कर्नाटक राज्य के श्रीरंगपट्टनम शहर में स्थित है। इस महल का निर्माण 1784 ई में टीपू सुल्तान द्वारा कराया गया था। यह महल बाग के बीच बना हुआ है। इस महल को टीपू सुल्तान का ग्रीष्म महल भी कहा जाता है।
जोग फॉल्स – Jog Falls
यह फॉल कर्नाटक व महाराष्ट्र राज्य की सीमा पर शरावती नदी पर स्थित है। यही वजह है कि यह फॉल कर्नाटक तथा महाराष्ट्र दोनों ही राज्यों का एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। यह फॉल भारत का दूसरा सबसे बड़ा फॉल है, जिसमें 253 फ़ीट की ऊंचाई से पानी गिरता है।
मागोद फॉल – Magod Falls
यह जलप्रपात कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ जिले में स्थित। यह जलप्रपात अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है इसके पास एक सनसेट पॉइंट हैए जिसे जेनुकल्लू गुड्डू के नाम से जाना जाता है। सूर्यास्त के समय यहां का भ्रमण मन को शांति देता है।
मागोद फॉल से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:
यह फॉल गोकर्ण से 93 किलोमीटर की दूरी पर है।
होयसलेश्वर मंदिर – Hoysaleswara Temple
भगवान शिव को समर्पित यह मंदिर कर्नाटक राज्य के होलबिदु नामक स्थान पर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण से 12वीं शताब्दी में राजा विष्णुवर्धन ने कराया था।
होयसलेश्वर मंदिर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:
- यह मंदिर वेल्लूर से 16 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।
बादामी में गुफा मंदिर – Badami Cave Temples
यह मंदिर कर्नाटक राज्य के उत्तरी हिस्से के बागलकोट जिले के एक हिस्से बादामी में स्थित है। बादामी गुफा मंदिर में चार हिंदू, एक जैन और एक बौद्ध गुफा मंदिर है। इस मंदिर का संबंध 6वी शताब्दी से माना जाता है। इस मंदिर की गुफाएं पहाड़ी चट्टान एवं बादामी बलुआ पत्थर से तैयार की गई। मंदिर के पास तो कलर नागरा और द्रविड़ शैली में। यह प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों में से एक है।
बादामी गुफा मंदिर से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:
- यह मंदिर बागलकोट रेलवे स्टेशन से 45.9 किलोमीटर की दूरी पर।
बांदीपुर नेशनल पार्क – Bandipur National Park
यह नेशनल पार्क कर्नाटक राज्य के बांदीपुर जिले में स्थित है। 800 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ 800 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैला हुआ है यह पार्कए प्रकृति तथा रोमांच प्रेमियों के लिए एक आदर्श स्थान है। इस नेशनल पार्क की स्थापना 1973 में टाइगर रिजर्व के रूप में की गई थी।
बांदीपुर नेशनल पार्क से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां:
- यह कर्नाटक काजू के मशहूर शहर से 77 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, जहां पहुंचने बस ट्रेन की सुविधा उपलब्ध है।
दोस्तों यह थे कर्नाटक राज्य के कुछ महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल। इसके अलावा यहां पर कई अन्य प्राकृतिक तथा ऐतिहासिक स्थल है जो पर्यटन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है।
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